क्या आप जानते हैं कि दिल्ली की राजधानी क्या है (Delhi Ki Rajdhani Kya Hai).दिल्ली, भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है जो जनसँख्या की दृष्टि से भारत में मुंबई के बाद दूसरा सबसे बड़ा महानगर है।यहाँ की कुल जनसंख्या लगभग 1 करोड़ 70 से अधिक लाख है। दिल्ली में केंद्र सरकार की तीनों इकाइयाँ – कार्यपालिका, संसद और न्यायपालिका के मुख्यालय स्थापित हैं।
भारत में दिल्ली का ऐतिहासिक महत्त्व है। महाभारत के समय दिल्ली को ‘इंद्रप्रस्थ’ के नाम से जाना जाता था। आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि दिल्ली की राजधानी क्या है, जो सामान्य ज्ञान को बढ़ाएगी और जो छात्र प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनको फायदा मिलेगा।
दिल्ली की राजधानी कहां है – Delhi Ki Rajdhani Kahan Hai
दिल्ली की खुद एक राजधानी है। और भारत की राजधानी भी नई दिल्ली है। हालांकि दिल्ली से पहले भारत की राजधानी कोलकाता को बनाया गया था। लेकिन 13 फरवरी 1931 को दिल्ली को आधिकारिक रूप से भारत की राजधानी घोषित किया गया।
यमुना नदी के किनारे स्थित दिल्ली शहर का इतिहास बहुत पुराना है। इस शहर पर कई राजाओं ने राज किया लेकिन आखिरी राज मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर और पृथ्वीराज चौहान ने किया। पृथ्वीराज चौहान को दिल्ली का हिन्दू सम्राट राजा भी कहा जाता है। दिल्ली में कई भाषायें बोली जाती हैं जैसे हिन्दी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेज़ी।
दिल्ली का इतिहास – History Of Delhi in Hindi
दिल्ली का इतिहास बहुत ही दिलचस्प है। दिल्ली शहर सात बार उजड़ा और बसा है। दिल्ली पर कई वंस के राजाओ ने दशकों तक शासन किया। महाभारत के समय पांडवों ने दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ रखा था। हालाँकि अभी भी इंद्रप्रस्थ नाम से एक इलाका दिल्ली में है।
मौर्य काल के शासन में दिल्ली या इंद्रप्रस्थ का कोई विशेष महत्त्व न था क्योंकि राजनीतिक दाल का मुख्य केंद्र इस समय मगध में था। इसके बाद 737 ईस्वी में राजा अनंगपाल तोमर ने पुरानी दिल्ली से 10 मील दूर दक्षिण दिशा में अनंगपुर ग्राम को बसाया था। उसके बाद 1180 ईस्वी में पृथ्वीराज चौहान ने किला राय पिथौरा बनवाया जिसके अन्दर एक कस्बा बसता था।
पृथ्वीराज चौहान शासन काल में उत्तर- दक्षिण भारत में अनेको छोटी-मोटी राजपूत रियासतें उभरने लगी थी। पृथ्वीराज चौहान ने 12वीं शताब्दी में एक रियासत बनाई जिसका नाम राजधानी दिल्ली हुआ। इन्ही के शासनकाल के दौरान दिल्ली के कुतुब मीनार और कई स्मारक बनवाए थे।
1206 ईस्वी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने महरौली बसाया था। महरौली दिल्ली का नया शहर के नाम से जाना जाता था। उसके बाद कुतुबुद्दीन ऐबक की बेटी रजिया सुल्तान ने दिल्ली पर शासन किया। 1296 ईस्वी में अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली पर आक्रमण कर अंधाधुंध कत्लेआम और लूटपाट किया उसके बाद दिल्ली को नए सिरे से बसाया।
दिल्ली के दर्शनीय स्थल की सूची
भारत की राजधानी दिल्ली को दिलवालो की नगरी भी कहा जाता है। अगर आप भारत में कही गुमने का प्लान बना रहे है तो दिल्ली घूमने वाले पर्यटकों के लिए एक बढ़िया स्थान है। यहाँ पर आपको ऐसी-ऐसी जगहें मिलेंगी कि आप सोच भी नहीं सकते। यहाँ पर सबसे अच्छी बात यह है कि जिन स्थानों को देखने में रूचि रखते हैं वहीं पर घूम सकते हैं जैसे धार्मिक स्थल, प्राचीन इमारतें, शौपिंग माल, पार्क या किसी राजनेता को देखना चाहते हैं।
तो चलिए जानते हैं कि दिल्ली में ऐसी कौन-कौन सी जगह हैं जहाँ पर आप घूमने जा सकते है-
- इंडिया गेट
- क़ुतुब मीनार
- लाल किला
- लोटस टेम्पल
- अक्षरधाम मंदिर
- जंतर मंतर
- इस्कॉन मंदिर
- हुमायूँ का मक़बरा
- संसद भवन
- राष्ट्रपति भवन
- राज घाट
FAQs – Delhi Ki Rajdhani
दिल्ली की राजधानी नई दिल्ली है।
दिल्ली की जनसंख्या 16,787,941 करोड़ है।
दिल्ली का कुल क्षेत्रफल मात्र 1,483 वर्ग किलोमीटर है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट दिल्ली की राजधानी क्या है (Delhi Ki Rajdhani Kya Hai) जरुर पसंद आयी होगी। अब आप जान गए हैं कि दिल्ली की राजधानी नई दिल्ली है। महाभारत काल के समय में पांडवों ने दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्त रखा था इसलिएहम दिल्ली का पुराना नाम इंद्रप्रस्त भी कह सकते है। यदि आपके मन में इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल है या दिल्ली की राजधानी को लेकर कोई सवाल है तो नीचे कमेंट कर सकते हैं।
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