Fennel Seeds in Hindi – अक्सर आपने देखना होगा कि ढाबा, होटल्स, रेस्टोरेंट में खाना खाने के बाद सौंफ (Fennel Seeds in Hindi) माउथ फ्रेशनर के रूप देते हैं.क्या आप जानते हैं कि सौंफ आपके स्वास्थ के लिए कितनी फायदेमंद है और इसका इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधि बनाने में किया जाता है.
छोटा सा दिखने वाला सौंफ सेहत को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने बहुत ही लाभकारी होता है. आप में से अधिकांश लोगो को सौंफ से जुड़े रोचक तथ्यों की जानकारी नहीं होगी तो चिंता की कोई बात नहीं है.
आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे कि सौंफ के फायदे(Saunf Ke Fayde) और सौंफ कब और कैसे खाने से आपको क्या क्या स्वास्थ लाभ मिल सकते है.
सौंफ क्या है – What is Fennel Seeds in Hindi
सौंफ एक देसी पौधा होता है जिसकी लम्बाई लगभग 1 मीटर होती है. सौंफ के दाने (Fennel Seeds) जीरे के सामान होते हैं. सौफ के दाने हरे और भूरे रंग के सुगन्धित होते है. सौंफ का इस्तेमाल ज्यादातर माउथ फ्रेशनर , अचार के मसाले,खाने का स्वाद बढ़ाने में किया जाता है.
सौंफ स्वास्थ के लिए बहुत लाभकारी होता है. इसमें कई प्रकार के विटामिन्स ,मिनरल्स और पोष्टिक तत्त्व पाए जाते हैं जो शरीर के हेल्दी और कई गंभीर रोगों को ठीक करने में मदद करते हैं.
सौफ की सबसे पहले खेती ग्रीक में हुई थी लेकिन अब भारत सौफ का सबसे बड़ा उत्पादन करता है. इसके अलावा अन्य देश जैसे रूस, जर्मनी, फ़्रांस में सौफ की खेती की जाती है.
सौंफ के फायदे – Benefits of Fennel Seeds in Hindi
सुगन्धित महक से परिपूर्ण सौंफ में का सेवन करने से कई सारे फायदे मिलते हैं. तो चलिए जानते हैं कि सौंफ के बेमिसाल फायदे (sof khane ke fayde) कौन कौन से हैं.
1 मुंह से दुर्गन्ध दूरे करने में सौंफ के फायदे
जब हम भोजन करते है या कुछ पेय पदार्थ का सेवन करते हैं तो मुह से बदबू आने लगती है ऐसे में सौंफ बहुत अच्छा माउथ फ्रेशनर हो सकता है.सौंफ में विटामिन सी और एन्टीऑक्सडेंट तत्व मौजूद होते हैं जो मुह से बदबू दूर करने में असरदार होते हैं.
सौंफ को चबा-चबा कर खाने से खराब सांस पैदा करने वाले जीवाणु ख़त्म हो जाते है.इसके अलावा पीड़ादायक मसूड़ों से राहत मिलती है.
2 सौंफ के लाभ पाचन तंत्र के लिए
स्वस्थ और हेल्दी शरीर पाने के लिए पाचन तंत्र मंजबूत होना बहुत जरुरी होता है.पाचन तंत्र आपके भोजन को पचाने का काम करता है.और भोजन से प्राप्त ऊर्जा को शरीर के सभी अंगो तक पहुचाने में मदद करता है. ख़राब दिनचर्या और सही खान पान न होने से पाचन तंत्र ख़राब होने लगता है जिससे पेट दर्द, पेट में सूजन,कब्ज और दस्त की समस्या होने लगती है.
सौंफ का इस्तेमाल करने से पाचन संबंधी सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.सौंफ में पाए जाने वाले विटामिन्स और मिनरल्स गुण पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं.रोजाना भोजन करने के बाद सौंफ के साथ मिश्री या शक्कर मिलाकर सेवन करने से पाचन किया अच्छी रहेगी.
(और पढ़ें – सुबह उठते ही पेट साफ होने के उपाय)
3 सौंफ का असरदार मुँह के छालों में
मुँह में छाले होना एक आम समस्या है. जो लगभग सभी लोगों को कभी न कभी होती रहती है. छाले कोई गंभीर बीमारी नहीं है लेकिन बहुत कष्टदायक होता है. छालों की वजह से खाने में परेशानी, मुँह में जलन और किसी किसी को मुँह से खून भी निकलने लगता है. बिमारी चाहे छोटी हो या बड़ी समय पर उसका तुरंत इलाज करना चाहिए.
मुँह के छालों को ठीक करने में सौफ बहुत फायदेमंद होती है.सौफ में विटमिन सी और विटमिन बी 6 की प्रचुर मात्रा पायी जाती है जो जो छालों को ठीक करने में असरदार होती है.1 चम्मच सौंफ, 1 तेज पत्ता, एक चुटकी हल्दी और फिटकरी को पानी में मिलाकर उबाल लें. अब इस काढ़े से गरारा करने से मुँह के छालों में जबरदस्त फायदा मिलता है.
4 सौंफ का प्रयोग खून साफ करने में
हमारे शरीर में खून का संचार नसों के माध्यम से होता है.शुद्ध खून हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखने में और रोगों से बचने में मदद करता है. ख़राब जीवनशैली, अनियमित खान पान और दूषित वातावरण से हमारे शरीर का खून शुद्ध हो जाता है जिससे शरीर को कई बीमारिया होने का खतरा बढ़ जाता है.
सौंफ का सेवन करने से खून साफ़ होता है.सौंफ में विटामिन सी, एंटी माइक्रोबियल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल तत्त्व मौजूद होते हैं जो खून साफ करने में असरदार होते हैं.आप रोजाना खाने के बाद भी सौंफ का सेवन कर सकते है इससे रक्त शुद्धिकरण होता है.
5 सौंफ खाने के फायदे कब्ज को दूर करने में
कब्ज एक आम बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोगो को हो सकती है. कब्ज होने से मरीज को बेचैनी, पेट दर्द,मल त्यागने में कठिनाई जैसी समस्यायें होने लगती है. लम्बे समय तक कब्ज की समस्या बने रहने से मरीज को अन्य गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.इसलिए कब्ज के लक्षणों को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि इसका इलाज करना चाहिए.
कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में भी सौंफ कारगर साबित होता है.सौंफ में फाइबर, मैग्नीशियम, विटामिन सी और विटामिन B12 की भरपूर मात्रा पायी जाती है जो कब्ज को जड़ से खत्म करने में मददगार होते हैं.1 चम्मच सौंफ और 1 चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में डालकर काढ़ा बना लें. इस काढ़े को पीने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.
(और पढ़ें – कब्ज का रामबाण इलाज)
6 सौंफ के फायदे अनियमित मासिक धर्म में
महिलाओं के अनियमित मासिक धर्म होना एक आम समस्या है. एक निश्चित उम्र के बाद लगभग 13-14 वर्ष से महिलाओं में मासिक धर्म शुरू हो जाता है.मासिक धर्म का यह चक्र लगभग 28 से 32 दिन के अन्तराल में होता है.
जिन महिलाओं को सही समय पर मासिक धर्म नहीं होता उसका कारण हो सकता है शारीरिक कमजोरी,ख़राब जीवन शैली और अनियमित खान पान.वैसे 1 या 2 बार की अनियमित मासिक धर्म होना आम बात है लेकिन जब बार-बार होने लगे तो चिंता का विषय बन जाता है और फिर इसका इलाज करवाना चाहिए.
मासिक धर्म की समस्या से छुटकारा दिलाने में सौंफ फायदेमंद साबित हो सकता है.सौंफ के चूर्ण या काढ़ा का सेवन करने से कुछ महिलाओ पर इसका असर जबरदस्त देखने को मिलता है और कुछ को नहीं. इसलिए किसी भी देसी नुख्से को अपनाने से पहले किसी विशेषज्ञ की परामर्श जरुर लें.
7 सौंफ और मिश्री का फायदा खांसी के उपचार में
खांसी आना आम समस्या है. यह बच्चों से लेकर, युवा बुजुर्गों तक को हो जाती है और इसका कारण हो सकता है मौसम में बदलाव, गलत खान पान या फिर कोई अन्य कारण.भले ही खांसी एक आम समस्या है लेकिन लगातार खांसने से शरीर में और परेशानियाँ होने लगती है जैसे गला ख़राब होना, पेट की नसों में दर्द, सिरदर्द ठीक से नींद न आना इत्यादि.
इसके अलावा यदि खांसी कई दिनों तक बनी रहती है तो रोगी को टी.वी. रोग होने का खतरा भी बढ़ सकता है इसलिए खांसी को अनदेखा करने से अच्छा है उसका तुंरत इलाज करना चाहिए. अगर भूनी हुई सौंफ को मिश्री के साथ सेवन करने से खांसी ने तुरंत राहत मिलती है.
(और पढ़ें – सूखी खांसी का बढ़ियां घरेलू उपचार)
8 सौंफ का प्रयोग शुगर नियंत्रण में
भागदौड़ भारी जिन्दगी में ख़राब जीवनशैली, तनाव और अनियमित खान पान कि बजह से शुगर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है.शुगर को मधुमेह या डायबिटीज भी कहा जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि शुगर कि बीमारी अगर किसी को हो जाये तो ज़िन्दगी भर उसके साथ रहती है.
इसके अलावा जैसे ही किसी को शुगर के लक्षण दिखाई दें तो उसका तुरंत इलाज करना चाहिए नहीं तो रोगी की जान भी जा सकती है.सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट तत्त्व पाए जाते है जो शुगर को नियंत्रण करने में मदद करते हैं.
(और पढ़ें – शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय)
9 सौंफ का फायदा आंखों की रोशनी के लिए
आजकल भागदौड़ भरी जिन्दगी में आँखों की रोशनी को कमजोर होना बहुत बड़ी समस्या होती जा रही है. इस बीमारी की चपेट में बच्चो से लेकर युवा और बुजुर्ग सभी लोग आ रहे है. कईं बार आँखों की रोशनी कमजोर होने का कारण खराब जीवनशैली, अनियमित खान पान और पोषक तत्वों के आभाव से आँखों की रोशनी को कमजोर होने लगती है.
आंखों की रोशनी बढाने के लिए से सौंफ काफी कारगर साबित हो सकता है.सौंंफ में विटामिन-ए और विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पायी जाती है जो आपकी आपकी आंखों की रोशनी बढाने में मदद करती है. सौंफ को सूती कपड़े में लपेटकर हल्का गर्म करके आंखों की सिकाई करने. ध्यान रहे कि यह ज्यादा गर्म न हो.
(और पढ़ें – आंखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू उपाय)
10 सौंफ का इस्तेमाल सेहतमंद लिवर के लिए
लिवर हमारे शरीर का मुख्य अंग होता है जो निरंतर हमारे शरीर के कार्यप्रणालियों को बेहतरीन ढंग से चलाता है.यदि लिवर कमजोर पड़ जाए या ठीक तरह से काम न करे तो शरीर के कई कार्य रुक जाते है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते है.इसलिए लिवर को स्वस्थ रखना बहुत आवश्यक होता है.
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है.सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट,सेलेनियम और अन्य मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो लीवर को स्वस्थ और लिवर की क्षमता को बढाने में मदद करते हैं.
(और पढ़ें – लिवर का रामबाण इलाज)
11 सौंफ का इस्तेमाल त्वचा निखारने में
ख़ूबसूरती सभी को अच्छी लगती है फिर चाहे महिला हो या पुरुष. सुदर त्वचा पाने के लिए लोगो तरह-तरह की क्रीम, पाउडर, और दवाइयों का सेवन करते है ऐसे में चेहरे की थोड़ी-बहुत बची हुई त्वचा भी न चाहते हुए खत्म कर देते हैं.सौंफ के इस्तेमाल से निखरी त्वचा पाया जा सकता है.
सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीएलर्जिक गुण पाए जाते है जो त्वचा की सुंदरता बनाए रखने में मदद करते है. इसके लिए 1 लीटर पानी में एक चम्मच सौंफ डालकर उबाल लें. उसके बाद तौलिये से अपने सिर और गले को ढक लें. अब इस काढ़े से पांच मिनट तक भाप लें. इस प्रक्रिया को सप्ताह में 2 बार करे आपकी त्वचा में निखार आने लगेगा.
(और पढ़ें – चेहरे को गोरा और सुंदर बनाने के उपाय)
12 सौंफ का उपयोग बालों के लिए
सुन्दर और खूबसूरत बाल आपकी पर्सनालिटी में चार चाँद लगा देते हैं. ख़राब जीवन शैली, अत्यधिक तनाव और पोष्टिक तत्यों की कमी से बाल कमजोर और गिरने लगते है. समय पर झड़ते बालो को रोकना बहुत आवश्यक होता है नहीं तो गंजा होने में ज्यादा समय नहीं लगता.
सौंफ का इस्तेमाल करने से गिरते बालो से निजात पाया जा सकता है.सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते है जो बालों स्वस्थ और गिरने से रोकने में मदद करते है. सौंफ के पाउडर को पानी में डालकर पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को 15 मिनट के लिए रख दें. उसके बाद इस पेस्ट को बालों पर लगायें बालों गिरना बंद हो जायेगे.
(और पढ़ें – झड़ते हुए बालों को रोकने के उपाय)
13 सौंफ का प्रयोग कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में
हमारे शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं- एचडीएल (हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन या अच्छा कोलेस्ट्रॉल) और एलडीएल (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन या ख़राब कोलेस्ट्रॉल).एचडीएल कोलेस्ट्रॉल काफी हल्का होता है और यह ब्लड वेसेल्स में फैट को जमा होने से रोकता है.
जबकि एलडीएल ज्यादा चिपचिपा और गाढ़ा होता है और यह ब्लड वेसेल्स में फैट को जमा होने के लिए बढ़ावा देता है.सौंफ में फाइबर की प्रचुर मात्रा पायी जाती है, जो कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में असरदार होता है.
(और पढ़ें – कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज)
14 सौंफ का फायदा अस्थमा के लिए
अस्थमा एक ऐसी बीमारी होती है जिसके कारण रोगी को साँस लेने में दिक्कत होती है. यह फेफड़ों में वायुमार्ग से जुड़ी एक बीमारी है। अस्थमा या दमा होने पर फेफड़ों की श्वसन नाली में सूजन सूजन आ जाता है.सूजन बढ़ने से साँस लेने में कठिनाई होने लगती है. इसके अलावा रोगी को खाँसी, घबघराहट और सीने में जकड़न जैसे समस्याएं होने लगती है.
सौंफ का सेवन करने से श्वास संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है.सौंफ में पाइथोन्यूट्रिएंट्स तत्त्व पाया जाता है जो अस्थमा के लिए भी बहुत कारगर माना जाता है.
(और पढ़ें – अस्थमा के घरेलू उपचार)
15 सौंफ के लाभ रक्तचाप को नियंत्रित करने में
जब ह्रदय की धमनियों में रक्त का बहाव सामान्य गति से अधिक गति में बहने लगता है तो उसे उच्च रक्तचाप या हाई बीपी या हाइपरटेंशन भी कहा जाता है. इस समस्या का समाधान तुरंत करना चाहिए नहीं तो रोगी की जान भी जा सकती है.
रक्तचाप नियंत्रित करने में सौंफ असरदार साबित हो सकता है.सौंफ में पोटैशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है जो हाई बल्ड प्रेशर के खतरे को कम करने में मदद करता है.
(और पढ़ें – ब्लड प्रेशर को जड़ से खत्म करने का उपाय)
सौंफ का उपयोग – Uses of Fennel Seeds in Hindi
अब जानते हैं कि सौंफ का उपयोग किस प्रकार से कर सकते हैं
- सौंफ के बीजों चाय के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.
- खाने के बाद भी सौंफ का सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है.
- सांसों की दुर्गंध दूर करने के लिए सौंफ और मिश्री का उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जा सकता है.
- सब्जी, पराठे और अन्य व्यंजनों में सौंफ का उपयोग किया जाता है.
- आचार के मसाले का स्वादिष्ट बढ़ाने के लिए सौंफ का उपयोग किया जा सकता है.
- सौंफ का पानी बनाकर सेवन किया जा सकता है.
- मोटापा कम करने के लिए जीरा,सौंफ और धनिया का पानी बनाकर सेवन किया जा सकता है.
सौंफ के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Fennel Seeds in Hindi
सौंफ एक बहुमूल्य औषधि होती है जिसमें विटामिन्स, मैग्नीशियम,फाइबर,कार्बोहाइड्रेट,सेलेनियम और कई तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.अब नीचे टेबल की मदद से जानते हैं कि में इसमें कौन-कौन से पोषक तत्व और कितनी मात्रा में पाए जाते हैं.
पोषक तत्व | पोषक तत्वों की मात्रा |
प्रोटीन | 1 gm |
पोटैशियम | 360 g |
कैल्शियम | 42.6 mg |
फास्फोरस | 43.5 mg |
कार्बोहाइड्रेट | 6 gm |
सोडियम | 45.2 mg |
कॉपर | 0. 2 mg |
मैग्नीशियम | 14.8 mg |
जिंक | 2.5 mg |
सेलेनियम | 0.6 mcg |
आयरन | 0.6 mg |
फाइबर | 3 g |
विटामिन सी | 10.4 mg |
नाइसिन | 0.6 mg |
फोलेट | 23.5 mcg |
सौंफ के नुकसान – Side Effects of Fennel in Hindi
अब जानते है कि ज्यादा मात्रा में सौंफ का सेवन करने से कौन कौन से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती है.
- सौंफ का अधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी हो सकती है.
- यदि अन्य दवाइयों का सेवन कर रहे है तो अपने डॉक्टर की सलाह लेकर ही सौफ का इस्तेमाल करें.
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सौंफ का सेवन करने से पूर्व किसी चिकत्सक का परामर्श जरुर लेना चाहिए नहीं इसका असर बच्चे पर पड़ सकता है.
FAQs – Fennel Seeds in Hindi
सौंफ का पानी पीने से पेट जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है जैसे गैस, बेचैनी आदि.
सौंफ का सेवन माउथ फ्रेशनर के रूप में किसी भी समय किया जा सकता है.
ज्यादा मात्रा में सौंफ का सेवन करने से त्वचा संवेदनशील और एलर्जी की समस्या होने लगती है.
भारत में सौंफ खेती मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और कई राज्यों में की जाती है.
सौफ खाने से शरीर को कई फायदे होते हैं जैसे कब्ज,गैस,बेचैनी,आखो की रोशनी, स्तन वृद्धि, शुगर और कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में.
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट सौंफ के फायदे और नुकसान (Fennel Seeds in Hindi) जरुर पसंद आया होगा. यदि आपके मन में सौफ से जुड़े कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट जरुर करें. इसके अलावा इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर भी शेयर करने जिसे अन्य लोगो को सौंफ का पानी पीने के फायदे के बारे में सही जानकारी मिलेगी.