न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी | Neutron Ki Khoj Kisne Ki Thi

क्या आप जानते हैं कि न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी (Neutron Ki Khoj Kisne Ki Thi). आपको बता दें कि एक परमाणु तीन चीजों से मिलकर बना होता है प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन परमाणु के केंद्र में उपस्थित होते है जिसे नाभिक कहते हैं और इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारो ओर चक्कर लगाते हैं।

परमाणु की संरचना के बारे में भी पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने कई वर्षो तक खोज किया। आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि न्यूट्रॉन की खोज की कब और किसने की थी।

न्यूट्रॉन क्या है – What is Neutron in Hindi

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न्यूट्रॉन एक उदासीन कण हैं जिस पर किसी भी प्रकार का विद्युत आवेश या इलेक्ट्रिक चार्ज नहीं होता है।न्यूट्रॉन का द्रव्यमान 1.6749286 × 10−27 किलोग्राम होता है जो इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान की तुलना में 1,839 गुना ज्यादा होता है। न्यूट्रॉन को n से प्रदर्शित किया जाता है।

न्यूट्रॉन और प्रोटॉन परमाणु नाभिक में उपस्थित होते है जो आपस में प्रबल नाभिकीय बल द्वारा बंधे रहते हैं। इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान शून्य होता है और वह परमाणु के नाभिक के चारो ओर चक्कर लगाते है।

न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी – Neutron Ki Khoj Kisne Ki Thi

न्यूट्रॉन की खोज जेम्स चैडविक ने सन 1932 में की थी। शुरुआत में जब परमाणु परिक्षण किया गया तो वैज्ञानिको ने बताया कि परमाणु में केवल प्रोटान और इलेक्ट्रान हैं। प्रोटॉन एक धनावेश कण है जो परमाणु के नाभिक में उपस्थित होता है और इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन का कुल द्रव्यमान परमाणु के कुल द्रव्यमान से कम हो रहा था।

इसलिए वैज्ञानिको को कुछ संदेह हुआ कि परमाणु के अन्दर कुछ उदासीन कण भी उपस्थित होना चाहिए। इसके बाद वैज्ञानिको ने परमाणु परिक्षण में कड़ी मेहनत कि और उस उदासीन कण को ढूंढ निकाला जिसका नाम न्यूट्रॉन रखा गया।

न्यूट्रॉन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

  • न्यूट्रॉन, परमाणु के नाभिक में उपस्थित रहता है।
  • न्यूट्रॉन उदासीन कण होता है, इसपर कोई भी विद्युत आवेश नहीं होता।
  • न्यूट्रॉन का द्रव्यमान 1.6749×10-27 किलोग्राम होता है।
  • न्यूट्रॉन का द्रव्यमान इलेक्ट्रान के द्रव्यमान की तुलना में 1,839 गुना अधिक होता है।
  • न्यूट्रॉन को n से प्रदर्शित किया जाता है।
  • किसी परमाणु के नाभिक का द्रव्यमान उसमें मौजूद प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के योग के बराबर होता है।
  • न्यूट्रॉन का इस्तेमाल परमाणु बम बनाने  में किया जाता है।

जेम्स चैडविक का योगदान

चैडविक का जन्म 20 अक्टूबर, 1891 को इंग्लैंड के बोलिंगटन शहर में हुआ था। माध्यम परिवार में जन्मे जेम्स चैडविक बहुत छोटी उम्र से ही बुद्धिमान थे। उनके पिता रेलवे विभाग में काम किया करते थे और उनकी माता घरेलू कामकाज करती थी। अपनी प्रारंभिक शिक्षा जेम्स चैडविक ने मैनचेस्टर में हाई स्कूल से पूरी की। इसके बाद कालेज की पढाई विलुप्त विक्टोरिया विश्वविद्यालय से की।

सन् 1923 में इन्होंने रदरफोर्ड प्रयोगशाला पर काम करना शुरू किया। इस प्रयोगशाला पर तत्त्वों के नाभिकों पर एल्फा कणों की बौछार की जाती थी, जिस कारण एक तत्त्व दूसरे तत्त्व में बदल जाते थे। कुछ सालो बाद इसी प्रयोग शाला में उन्हें परमाणु के नाभिकों के बारे में गृहण अध्ययन करने का मौका मिला।

सन् 1932 में जेम्स चैडविक ने वैरिलियम नामक तत्त्व पर एल्फा कणों की बौछार की और और उनसे निकलने वाले कण का  द्रव्यमान लगभग प्रोट्रॉनों के बराबर होता है लेकिन उन पर कोई विद्युत का आवेश नहीं होता। इन्हीं उदासीन कण का नाम उन्होंने न्यूट्रॉन रखा। इस परिक्षण के बाद उन्हें नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया और वे विश्व-ख्याति के प्रसिद्ध वैज्ञानिक हो गए थे।

FAQs – Neutron Ki Khoj

न्यूट्रॉन की खोज किसने और कब की?

न्यूट्रॉन की खोज जेम्स चैडविक ने सन 1932 में की थी।

न्यूट्रॉन का द्रव्यमान क्या होता है?

न्यूट्रॉन का द्रव्यमान 1.6749×10-27 किलोग्राम होता है।

न्यूट्रॉन का आवेश कितना होता है?

न्यूट्रॉन पर कोई आवेश नहीं होता है।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी (Neutron Ki Khoj Kisne Ki Thi) जरुर पसंद आयी होगी। अब आप जान गए होंगे कि न्यूट्रॉन की खोज जेम्स चैडविक ने सन 1932 में की थी। यदि आपके मन में इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल है या न्यूट्रॉन की खोज सम्बंधित कोई प्रश्न है तो नीचे कमेंट कर सकते है।

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