पतंजलि की पथरी की दवा – खाने पीने का सही तरीका न होना या अनियमित दिनचर्या के कारण पथरी की कि समस्या का कारण बन सकता है| पथरी के समस्या किसी को भी हो सकती है और ज्यादातर लोगो को गुर्दे की पथरी, पित की पथरी और यूरिनरी स्टोन की समस्या होती है| पथरी से छुटकारा पाने के लिए कुछ लोग मेडिसिन लेते है और कुछ लोग ओप्रतिओं करवाते है| लेकिन हम इस पोस्ट में आपको पथरी की दवा पतंजलि और आयुर्वेदिक तरीके बताएँगे जो किडनी के पथरी, पित की पथरी या यूरिनरी स्टोन के लिए रामबाण सिद्ध होगी|
पथरी का आकार भी अलग अलग लोगो में अलग अलग होता है जैसे कि 1 mm, 3 mm और कुछ लोगो में तो 8 mm से ज्यादा भी पथरी का आकार होता है| पथरी का इलाज उसका कारण और किस जगह पर हुई है सभी कि जानकारी ध्यान में रखकर किया जाता है|
पतंजलि की पथरी की दवा – Pathri Ki Dawa Patanjali
- पथरी का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज करना चाहते है तो बाबा रामदेव की पथरी की दवा पतंजलि
पथरी की दवा पतंजलि ले सकते हैं. आयुर्वेदिक दवा अपने नजदीकी बाबा रामदेव पतंजलि स्टोर से ले सकते है. ये दवाइयां पित्त की पथरी, किडनी पथरी निकालने व दर्द कम करने में मददगार साबित होती है. - पथरी की दवा पतंजलि में दिव्य अश्मरीहर रस का सेवन कर सकते हैं. ये आयुर्वेदिक दवा पथरी को तोड़ कर पेशाब के रास्ते से बाहर निकलने में मदद करती है.
- किडनी की पथरी को बाहर निकालने के लिए पतंजलि की पथरी की दवा दिव्य वृक्कदोषहर क्वाथ का इस्तेमाल कर सकते है. इसके तीखे स्वाद को कम करने के लिए इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर सेवन कर सकते हैं.
- गुर्दे की पथरी को बाहर निकालने के लिए पतंजलि की पथरी की दवा दिव्य लिथोम का इस्तेमाल कर सकते है. यह दवा पथरी बाहर निकलने के साथ-साथ पेट में जलन और गुर्दे संबंधित रोगों को ठीक करने में मदद करती है.
- किडनी स्टोन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए पतंजलि की पथरी की दवा दिव्य गोखरू क्वाथ का सेवन कर सकते है. यह दवा पथरी बाहर निकालने के साथ-साथ यूरिनरी डिजीज और किडनी डिसऑर्डर को दूर करने में सक्षम होती है.
- बाबा रामदेव के आयुर्वेदिक नुस्खे में कुल्थी की दाल खाने से पथरी निकालने में काफी फायदा मिलता है.1 से 2 चम्मच कुल्थी लीजिये और 1 गिलास पानी में डालकर उबाल लें. पानी जब 50 ग्राम रह जाए तब छान कर पीने से पथरी के रोगियों को आराम मिलता है.
- पथरी के रोगियों को व्यायाम करना चाहिए.हर रोज कपालभाति प्राणायाम करने से पथरी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
- पित्त की पथरी होने का एक कारण कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हो सकता है. कपालभाति योग करने से कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है.
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पथरी का इलाज और घरेलू नुख्से – Pathri Ki Ayurvedic Dawa
- पथरी के दर्द से छुटकारा पाने के लिए अजवाइन को पानी में उबालकर छानकर पीजिये| यह सरल तरीका है पथरी के दर्द से राहत पाने के लिए|
- नीबू का पानी पीने से तुरंत पथरी के दर्द से राहत मिलेगी| नीबू में सिट्रिक एसिड कि मात्रा पायी जाती है जो शरीर में कैल्शियम कि मात्रा को कम करने में मदद करता है|
- प्याज का रस निकलकर उसमे शक्कर मिलकर पीने से स्टोन प्रॉब्लम से राहत मिलेगी| प्याज में विटामिन बी और पोटेशियम कि भरपूर मात्रा पायी जाती है और यह पथरी को रोकने के लिए असरदार है|
- पथरी के दर्द से तुरंत छुटकारा पाने के लिए एलोवेरा असरदार साबित होता है| पथरी के दर्द को रोकने के लिए अलोवेरा का जूस पीजिये|
- पथरी के रोगियों को केले का सेवन करना चाहिए| केले में आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते है जो पथरी को कण्ट्रोल में रखते है|
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किडनी में पथरी का इलाज – Kidney Stone Treatment in Ayurveda
- किडनी में पथरी का इलाज करने के लिए मूली के साथ आवले का चूर्ण का सेवन कीजिये
- गुर्दे कि पथरी के देसी उपाय में यह है कि ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें| रोजाना 5-6 लीटर पानी पीयें| पानी पीने से किडनी की पथरी टूटकर पेसाब नली के द्वारा बाहर निकल जायेगी|
- गेंहू के ज्वारें या व्हीटग्रास को पानी में उबाल लीजिये अब ठंडा होने के बाद छानकर पीने से किडनी स्टोन से राहत मिलती है|
- बेल पत्र के साथ काली मिर्च का सेवन करने से किडनी की पथरी का इलाज हो जाता है|
- अंगूर का सेवन करें क्योंकि इसमें पोटैसियम मौजूद रहता है और गुर्दे के पथरी ठीक करने के लिए अच्छा श्रोत है|
पित्त की पथरी का आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment for Gallbladder Stone in Hindi
कोलेस्ट्रॉल के जमने या सख्त होने से पित्त की थैली में पथरी बनने का खतरा बन जाता है. पित्त में पथरी होने पर लगभग सभी डॉक्टर्स का कहना होता हैं कि इसे बिना ऑपरेशन के निकालना मुश्किल है. अगर आपको भी पथरी समस्या हैं और ऑपरेशन का मन बना चुके है तो पहले नीचे बताये गए उपायों को जरुर देखे संभव है की पथरी निकल जाये.
- पित्त की पथरी को गलाने के लिए सेब का जूस और सेब का सिरका काफी लाभदायक होता है. सेब में मैलिक एसिड मौजूद होता है जो पथरी गलाने में मदद करता है इसके साथ ही लिवर में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सेब का सिरका लाभदायक है. 1 चम्मच सेब का सिरका 1 गिलास सेब के जूस में मिला कर दिन में 2 बार पीने से पित की पथरी निकल जाती है.
- पुदीना एक उत्तम घरेलु औषधि है जो गॉल ब्लैडर स्टोन निकालने का अचूक उपाय में से एक माना जाता है . पुदीने की ताज़ी या सुखी पत्तियां पानी में डालकर उबाल ले. इसे गुनगुना होने के बाद साफ़ कपडे से छान ले फिर इसमें थोड़ा शहद मिलाकर पिए जरुर फायदा मिलेगा.
- 1 गिलास नाशपाती का जूस और उसमे 2 चम्मच शहद 1 गिलास गरम पानी में मिला कर सेवन करें. ऐसा दिन में 3 बार करें पित्त की पथरी में राहत मिलेगा.
- 1 खीरा, 4 गाजर और 1 चुकंदर लेकर जूस बना लीजिये. और रोजाना इस जूस को 2 बार पिने से पित्त की पथरी में आराम मिलेगा.
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पथरी होने के कारण – Causes Of Stone in Body
- पेशाब में जब पथरी बनाने वाले पदार्थ जैसे की यूरिक एसिड, कैल्शियम, ऑक्स्लेट की मात्रा जरुरत से अधिक होने लगती है और फिर किडनी इन्हें बाहर निकलने में असमर्थ हो जाती है तब ये किडनी में ही एकत्रित होने लगते है जो धीरे धीरे पथरी का रूप धारण कर लेते हैं.
- जब शरीर में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा हो जाती है तब किडनी स्टोन की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
- पानी कम पीना, यूरिन में इन्फेक्शन होना, पेशाब रोकना और पेशाब होने वाली दवाइयों का सेवन करने से किडनी में पथरी होने का होने की सम्भावना बन जाती है
- पित की पथरी का प्रमुख कारण कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हो सकता है.
पथरी रोग के लक्षण – Symptoms Of Stone in Body
- पथरी की समस्या शरीर के किसी अंग में हो सकती है और इसका सबसे पहला लक्षण है तेज दर्द होना है.
- गुर्दे की पथरी के शुरूआती दौर में पीठ दर्द की समस्या उत्पन्न होती है फिर आगे की तरफ पेट में दर्द होना चालू हो जाता है जो धीरे धीरे जांघों की तरफ बढ़ने लगता है.
- पेशाब में खून का आना या पीब निकलना भी पथरी के लक्षणों में से एक है.
- यूरिन में इन्फेक्शन, बुखार आना और कपकपी होना भी स्टोन के लक्षण है.
- पेशाब रुक रुक कर आना या पेशाब बार बार आना pathri ke lakshan हैं.
- पेशाब में बदबू आना, जलन और दर्द महसूस होना पथरी होने के लक्षण होते हैं
- पित की पथरी होने पर कुछ लोगों को पेट में तेज दर्द होता है और उल्टी होने लगती है, इसके इलावा ठीक तरह से खाना न पचना और पेट में भारीपन महसूस होना Gallbladder Stone के लक्षण है.
- लगातार दस्त और उल्टी होना और उल्टी के कारण अत्थयधिक थकान एवं बेचैनी महसूस करना पथरी रोग का लक्षण है
पथरी के उपचार में क्या परहेज करें
पथरी ग्रसित रोगियों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाये इस बात की सही जानकारी होना बहुत जरुरी होता है.तभी पथरी को बढ़ने से रोककर इसे जड़ से ख़त्म कर सकते हैं.
- पथरी के रोगियों को चूना खाने से परहेज करना चाहिए. अगर आप पान खाने के शौकीन है तो बिना चुने वाला पान खाएं
- बीज वाले फल और सब्जियों का अधिक सेवन ना करें
- गुर्दे की पथरी वाले रोगियों को नॉन वेज, प्रोटीन ना खाए या कम मात्रा में सेवन करें. क्योंकि इससे यूरिक एसिड स्टोन और कैल्शियम स्टोन होने का खतरा बढ़ जाता है. मांस मछली मे कैल्शियम और प्रोटीन अधिक होते है इसलिए जिन लोगो को पथरी की समस्या है उन्हें नहीं खाना चाहिए.
- नारियल पानी, केला, गाजर, चना, राजमा और करेला खाने से पथरी के रोगियों को आराम मिलता है, ये सब पथरी बढ़ने से रोकते है.
- पित की पथरी वाले लोगो को तेज मसालेदार और वसा युक्त खाने दूरी बना लेनी चाहिए.
- रोजाना खाने में में विटामिन सी की अधिक मात्रा में ले.
मैं उम्मीद करता हु आपको यह पोस्ट पथरी की दवा पतंजलि (Pathri Ki Dawa Patanjali) जरुर पसंद आया होगा. इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. इसलिए इस पर अमल करने से पहले किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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मैं पतंजलि आयुर्वेद का प्रोडक्ट बहुत दिनो से इस्तमाल करता हूं।
सेब का सिरका, आरोग्य वटी, मुक्ता वटी, मेदोहर वटी।लेकिन मेरा बीपी हमेशा बढ़ा रहता है, और वज़न भी बढ़ गया है।
कृपया मेरा मार्ग दर्शन करने का कष्ट करें।
Hi Faiyaz Ahmad Taajir Ji,
किसी भी दवाइयों का सेवन करने से पहले किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह जरुर लेनी चाहिए।
इसलिए आप किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।