क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड की राजधानी क्या है (Uttarakhand Ki Rajdhani Kya Hai). उत्तराखंड राज्य का गठन 9 नवम्बर 2000 को हुआ था। हालाँकि राज्य बनने से पहले यह उत्तर प्रदेश का हिस्सा था। उत्तराखण्ड का पुराना नाम उत्तरांचल था। 1 जनवरी 2007 में इसका नाम उत्तराखण्ड रखा गया था। उत्तराखंड को देवभूमि भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ पर सनातन धर्म हिन्दू देवी-देवताओं के सभी मंदिर हैं।
उत्तराखंड राज्य की सीमायें नेपाल देश और भारत के अन्य राज्य हिमाचल प्रदेश, तिब्बत और उत्तर प्रदेश से लगती है। उत्तराखण्ड का क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किलोमीटर है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तराखंड की जनसंख्या 10,086,292 है। आज के इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे कि उत्तराखंड की राजधानी क्या है।
उत्तराखण्ड की राजधानी कहाँ है – Uttarakhand Ki Rajdhani Kahan Hai
उत्तराखण्ड की शीतकालीन राजधानी देहरादून है और ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण है। उत्तराखंड भारत का ऐसा पांचवां राज्य है जिसके पास एक से अधिक राजधानियां हैं। भारत अन्य राज्य आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर जिनके पास भी एक से अधिक राजधानियां हैं।
देहरादून उत्तराखंड की राजधानी होने के साथ-साथ राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है। देहरादून दो शब्दों से मिलकर बना है डेरा और डन। डेरा का अर्थ होता है शिविर और डन का अर्थ होता है घाटी। देहरादून हिमालय की तलहटी में स्थित है जिसके पूर्व दिशा में गंगा नदी और पश्चिम दिशा में यमुना नदी बहती है।
उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून का संबंध महाभारत काल से जुड़ा है। महाकाव्य में देहरादून शहर का नाम द्रोणनगरी के नाम पर आधारित है। द्रोणनगरी का मतलब श्री गुरु द्रोणाचार्य की नगरी है। द्रोणाचार्य पांडवों और कोरवों के गुरु थे। त्रेतायुग में लंका से वापसी के समय भगवान राम और लक्ष्मण का आगमन यही पर हुआ था। आज भी लक्ष्मण सिद्ध मंदिर उत्तराखण्ड की राजधानी देरहादून में स्थित है, यहाँ पर लक्ष्मण जी ने प्रभु का ध्यान किया था।
उत्तराखंड का इतिहास – History of Uttarakhand in Hindi
उत्तराखंड राज्य के दो संभाग गढ़वाल और कुमाऊं हैं। चंद राजवंश का शासनकाल कमाऊन के क्षेत्र पर और परमार राजवंशो का शासनकाल गढ़वाल के क्षेत्र पर था। सन 1790 में गोरखाओं ने हमला करके दोनो संभाग को अपने आधीन कर लिया। सन 1815 के दौरान राजा सुदर्शन शाह ने टिहरी और उत्तरकाशी पर अपना कब्जा जमा लिया था। 1815 के बाद गढ़वाल और कुमाऊं ब्रिटिस शासन के आधीन हो गया था।
सन 1947 में भारत की आजादी के बाद गढ़वाल और कुमाऊं का क्षेत्र उत्तर प्रदेश राज्य का हिस्सा था। 9 नवम्बर 2000 को उत्तर प्रदेश राज्य का एक हिस्सा अलग करके एक नया राज्य उत्तरांचल बनाया गया। इसके बाद 1 जनवरी 2007 को उत्तरांचल नाम को बदलकर उत्तराखण्ड राज्य कर कर दिया गया।
उत्तराखंड का नाम संस्कृत भाषा के उत्तरा शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ होता है उत्तर, और खाड़ा का अर्थ होता भूमि। अर्थात उत्तरी भूमि।हिंदू धर्म में दो पवित्र नदियाँ गंगा और यमुना का उद्गम उत्तराखंड के ग्लेशियर से हुआ है। इसके अलावा जो हिंदुओं के लिए चार धाम पवित्र तीर्थ है जिनमे से दो स्थल बद्रीनाथ और केदारनाथ उत्तराखंड की धरती पर स्थित है।
उत्तराखंड के पर्यटन स्थल – Tourist Places in Uttarakhand in Hindi
उत्तराखंड भारत का एक ऐसा राज्य है जहाँ पर प्राकृतिक सुन्दरता के साथ-साथ सांस्कृतिक सभ्यता भी देखी जा सकती है। अगर आप भारत में कहीं घूमने का मन बना रहे हैं और प्राकृतिक सुन्दरता का आनंद लेना चाहते हैं तो एक बार आपको उत्तराखंड की धरती पर जरुर जाना चाहिए। चाहिए जानते हैं कि उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल कौन-कौन से हैं।
ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं। गंगा और चंद्रभागा के साथ-साथ हिमालय की तलहटी में कई देवी-देवताओं के मंदिर दुनिया भर में लोगप्रिय हैं। ऋषिकेश में पर्यटको के लिए कई आकर्षण केंद्र हैं जैसे व्हाइट वाटर राफ्टिंग, फ्लाइंग फॉक्स, माउंटेन बाइकिंग, बंजी जंपिंग आदि देखने के लिए पर्यटन दुनियाभर से आते हैं।
मसूरी का पर्यटन स्थल दुनियाभर में मशहूर हैं। मसूरी हिमालय पर्वत माला की तलहटी के बीचो बीच स्थित है जिसे “क्वीन ऑफ द हिल्स” या पहाड़ो की रानी भी कहा जाता है। मसूरी की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 7000 फीट है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से मसूरी की दूरी लगभग 35 किलोमीटर है।
पर्यटल स्थल का नाम | स्थान का नाम |
देवप्रयाग | टिहरी, उत्तरखंड |
टिहरी बांध | टिहरी, उत्तरखंड |
कुंजापुरी मंदिर | टिहरी, उत्तरखंड |
सुरकुंडा | टिहरी, उत्तरखंड |
केम्पटी फ़ॉल | टिहरी, उत्तरखंड |
काणा ताल | टिहरी, उत्तरखंड |
सेम मुखेम | टिहरी, उत्तरखंड |
चन्द्रबदनी मंदिर | टिहरी, उत्तरखंड |
खतलिंग ग्लेशियर | टिहरी, उत्तरखंड |
पंवाली कांठा ट्रेक | टिहरी, उत्तरखंड |
नाग टिब्बा | टिहरी, उत्तरखंड |
सहस्त्र ताल | टिहरी, उत्तरखंड |
पवाली कांठा | टिहरी, उत्तरखंड |
मुनि की रेती | टिहरी, उत्तरखंड |
विश्वनाथ मंदिर | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
गंगोत्री | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
यमुनोत्री | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
हनुमान चट्टी | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
केदारताल | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
नचिकेता ताल | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
डोडी ताल | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
गौमुख | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
कपिलमुनि आश्रम | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
गंगोत्री नेशनल पार्क | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
शनिदेव मंदिर | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
भैरव मंदिर | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
पोखु देवता मंदिर | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
तपोवन कुटी | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
खेदी वॉटरफॉल | उत्तरकाशी, उत्तरखंड |
मसूरी | देहरादून, उत्तरखंड |
टपकेश्वर मंदिर | देहरादून, उत्तरखंड |
चन्द्रबनी मंदिर | देहरादून, उत्तरखंड |
संतोला देवी मंदिर | देहरादून, उत्तरखंड |
गुरु रामराय दरबार | देहरादून, उत्तरखंड |
संतौला देवी मंदिर | देहरादून, उत्तरखंड |
लक्ष्मण सिद्ध | देहरादून, उत्तरखंड |
सहस्त्रधारा | देहरादून, उत्तरखंड |
रॉबर की गुफा | देहरादून, उत्तरखंड |
मिनड्रोलिंग मठ | देहरादून, उत्तरखंड |
जोनल म्यूजियम | देहरादून, उत्तरखंड |
वन अनुसन्धान संस्थान | देहरादून, उत्तरखंड |
टाइगर प्रपात | देहरादून, उत्तरखंड |
बद्रीनाथ | चमोली, उत्तरखंड |
फूलों की घाटी | चमोली, उत्तरखंड |
त्रिशूल पर्वत | चमोली, उत्तरखंड |
रुद्रनाथ मंदिर | चमोली, उत्तरखंड |
कल्पेश्वर मंदिर | चमोली, उत्तरखंड |
टिम्मरसेण गुफा | चमोली, उत्तरखंड |
FAQs – Uttarakhand Ki Rajdhani
उत्तराखंड की शीतकालीन राजधानी देहरादून एवं ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण है।
उत्तराखंड की कुल आबादी 10,086,292 है। जिसमे पुरुषों की जनसंख्या 5,138,203 और महिलाओं की जनसंख्या 4,948,089 है।
उत्तराखंड में कुल 13 ज़िले है। जनसंख्या की दृष्टि से उत्तराखंड का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर हरिद्वार है और सबसे कम जनसंख्या वाला जिला रुद्रप्रयाग है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी हैं।
उत्तराखंड राज्य का गठन 9 नवंबर 2000 में हुआ था।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट उत्तराखंड की राजधानी क्या है (Uttarakhand Ki Rajdhani Kya Hai) जरुर पसंद आयी होगी। अब आप जान गये हैं कि उत्तराखंड की शीतकालीन राजधानी देहरादून एवं ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण है। यदि आपको इस पोस्ट से कुछ सीखने को मिला है या पोस्ट से सम्बंधित कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट जरुर करें।
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