आज कंप्यूटर का जमाना है लेकिन क्या आपको पता है कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है (What is Computer Programming in Hindi) और कितने प्रकार के होती हैं? जिस प्रकार से लोगो को बातचीत करने के लिए भाषा (Language) की जरुरत पढ़ती है जैसे हिंदी, अंग्रेजी,तमिल, तेलगु, कन्नड़, मराठी इत्यादि, ठीक उसी प्रकार से कंप्यूटर से Communicate करने के लिए Programming Language की जरुरत होती है, जिससे कंप्यूटर किसी Task को perform कर सके.
कंप्यूटर के इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसमे सभी कार्य करने के लिए Programming Language का इस्तेमाल किया जाता है जैसे- C, C++, Java, PHP, Python, .Net, Java Script,Visual Basic इत्यादि. आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे की प्रोग्रामिंग क्या है और कंप्यूटर में कौन-कौन सी Programming Language का इस्तेमाल किया जाता है.
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है- What is Computer Programming in Hindi
Programming Language एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा यूजर कंप्यूटर को कार्य करने के लिए निर्देश (Instruction) देता है. उसी निर्देश के आधार पर डाटा execute होता है और फिर उसका आउटपुट मिलता है. एक Programming Language में बहुत सारे निर्देश सम्लित होते है. प्रोग्राम में यदि निर्देश बढ़िया तरीके से लिखा गया है तो कंप्यूटर सही और जल्दी आउटपुट देगा. कंप्यूटर प्रोग्रामिंग करने वाले व्यक्ति को प्रोग्रामर, डेवलपर,कोडर या सॉफ्टवेर इंजिनियर के नाम से जाना जाता है.
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के प्रकार (Types of Computer Programming Language in Hindi)
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को निम्न भागो में विभाजित किया गया है.
Low Level Language
ऐसी Language जिसे केवल मशीन समझता है Low Level Language कहलाती है. जैसा की हम जानते है की कंप्यूटर केवल बाइनरी भाषा (Binary Code) को समझता है जैसे 0,1. इसमें दो language सम्लित है- Assembly language और Machine language.
1. मशीनी भाषा – Machine Language
कंप्यूटर बाइनरी नंबर (0,1) के रूप में समझता है जिसे Machine Language कहा जाता है. यह Language बहुत तेजी से execute होती है इसी वजह से दूसरी Languages को Compile कर पहले Machine Language में बदला जाता है फिर उसका आउटपुट मिलता है.
2. असेम्बली भाषा – Assembly Language
Machine Language को आसान बनाने के लिए Assembly Language को बनाया गया जिससे लोगो को प्रोग्रामिंग की समझ हो.इस Language में simple pneumonic abbreviations का इस्तेमाल किया गया है जैसे ADD,MOV, SUB इत्यादि. Assembly Language में प्रोग्राम को Machine Language में अनुवाद(translate) करने के लिए अनुवादक(translator) का इस्तेमाल किया जाता है जिसे असेम्बलर (Assembler) कहते है. ये प्रोग्राम कंप्यूटर पर बहुत तेजी से execute होते है.
High Level Language
ऐसी लैंग्वेज जिसे अंग्रेजी भाषा में इंसानों के लिए लिखा जाता है High Level Language कहलाती है. बाद में इस लैंग्वेज को Compile कराकर Machine Language में बदला जाता है. High Level Language के कुछ उदाहरण है जैसे C, C++, Java इत्यादि. इस Language को प्रोग्रामर के हिसाब से लिखी जाती है जिससे समझने में आसानी हो.
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कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की विशेषतायें – Characteristics of Computer Programming
एक बेहतर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनने के लिए कुछ विशेषतायें होनी चाहिये-
- बढियां Programming Language सीखने में और इस्तेमाल करने में आसान होना चाहिए, साथ ही इसमें लिखे गए कोड को आसानी से पढ़ा जा सके.
- Programming Language की संरचना well structured और documented होना चाहिये, जिससे किसी सॉफ्टवेर को बनाने में आसानी हो.
- एक Portable Programming Language सभी को अच्छी लगती है
- Programming Language में simple syntax और semantics का इस्तेमाल होना चाहिए.
- Programming Language को सदैव Single Environment या IDE (Integrated Development Environment) सर्विसेज प्रदान करना चाहिए.
- कुछ जरुरी Tools जैसे debugging, testing tool, ये सभी Programming Language में होना चाहिए.
- Programming Language को हमेशा तेजी से execute होना चाहिए, जिससे जल्दी आउटपुट मिले.
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को कैसे सीखें -How to Learn Computer Programming Language in Hindi
यदि आप सच में Programming Language सीखना चाहते है तो निचे बताये गए सभी स्टेप को अच्छे से फॉलो करें.
1. Area of Interest
किसी भी Programming Language को सीखने से पहले उसके बारे में भली-भांति सोच लें कि आगें इस Programming Language को सीखकर क्या करेंगे, Language का करियर कैसा है और सबसे बड़ी बात आपका Interest होना चाहिए.
2. छोटे स्तर से सीखें
Language कोई सी भी हो उसका Basic Concept के बारे में जानना बहुत आवश्यक होता है. Programming Language में Fundamental Concept होते है, जिसमे आपकी पकड़ मजबूत होनी चाहिए.
3. First Hello Program
“Hello Program” सभी Programming Language का पहला प्रोग्राम होता है जो Basic Syntax से मिलकर बनता है. ये प्रोग्राम नए प्रोग्रामर को Basic Syntax लिखकर उसका आउटपुट कैसे निकलता है,ये सिखाता है.
4. Online Programming सीखें
इन्टरनेट पर एक प्रोग्राम के बहुत से Examples रहते है. उन Program के Examples को अपने कंप्यूटर में Run करें, साथ ही इसमें कुछ बदलाव करके Run करें जैसे – Text हटायें, नया Text जोड़े, Value edit करना इत्यादि.
5. रोजाना Programming सीखें
किसी भी Programming Language पर महारथ हासिल करना इतना आसान नहीं होता. इसके लिए आपको रोजाना practice करने की जरुरत है. यदि आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो कम से कम 1-2 घंट नियमित समय Programming पर दें.
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है (What is Computer Programming in Hindi) और इसे कैसे सीखें जरुर पसंद आई होगी. यदि आपके इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल या सुझाव है तो निचे कमेंट कर सकते है. यदि कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे में कुछ सीखने को मिला हो तो इसे सोशल मीडिया पर भी शेयर करें जिससे अन्य लोगो तक Computer Programming की सही जानकारी पहुचे.