सर्वाइकल का रामबाण उपचार – आज कल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग अनियमित दिनचर्या की लाइफस्टाइल को अपनाते हैं जिसकी वजह से कई सारी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
सर्वाइकल पेन भी एक ऐसी शरीरिक समस्या हैं जिसकी वजह से कंधे और गर्दन में गंभीर दर्द होता है। आमतौर पर लोग गर्दन में होने वाले मामूली दर्द समझ कर नंजर अंदाज कर देते हैं। लेकिन हमारी इस लापरवाही के कारण कई गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है। आज के इस पोस्ट में हमें आपको बताएँगे सर्वाइकल होने के कारण, लक्षण और सर्वाइकल का रामबाण उपचार करने के घरेलू तरीकों के बारे में।
सर्वाइकल पेन क्या है – What is Cervical Pain in Hindi
सर्वाइकल पेन हड्डियों से जुड़ी एक समस्या है जिसकी वजह से गर्दन में तेज दर्द होता है। सर्वाइकल पेन के कारण आजकल बूढ़े-बुजुर्गों के साथ-साथ युवा पीढी भी परेशान है।
सर्वाइकल का दर्द होने का मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल या घर या ऑफिस में गलत तरीके से कुर्सी में लम्बे समय तक बैठना या झुककर काम करने से ज्यादातर लोगो को इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
सर्वाइकल के दर्द से छुटकारा पाने के लिए कुछ लोग गर्दन का व्यायाम , योगा आदि करते हैं। ऐसा करने से उन्हें कुछ देर के लिए थोड़ा आराम मिल जाता है, लेकिन कुछ समय बाद दुबारा सर्वाइकल पेन शुरू हो जाता है।
अगर आप सर्वाइकल की समस्या से जूझ रहें हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा आप कुछ घरेलू नुख्से आजमाकर भी काफी हद तक इसे ठीक कर सकते हैं।
सर्वाइकल के कारण – Causes of Cervical in Hindi
सर्वाइकल होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे –
- गर्दन को देर तक झुकाये रखने से।
- ज्यादा देर तक एक ही पोजीशन में बैठे रहने से।
- गलत पोजीशन में सोने से।
- भारी वजन सिर पर उठाने से।
- गर्दन पर लगी कोई पुरानी चोट के कारण।
सर्वाइकल के लक्षण – Symptoms of Cervical in Hindi
सर्वाइकल पेन होने पर शरीर को कई सारी समास्याएं होने लगती हैं जैसे –
- कंधे और गर्दन में दर्द होना।
- गर्दन हिलाने पर दर्द होना।
- गर्दन के आसपास मांसपेशियों में अकड़न।
- छींकने, खांसने और हंसने के दौरान गर्दन में दर्द होना।
- कंधों या बाजुओं में सुन्नपन होना।
सर्वाइकल का रामबाण उपचार – Cervical Ka Gharelu Ilaj
गर्दन की हड्डी हमारे शरीर की सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाली हड्डियों में से एक है। यह सिर के वजन को संभाले रहती है। इसलिए इसे चोट लगने या दर्द होने पर शरीर पर कई समस्यायों का सामना करना पड़ता है।
सर्वाइकल पेन के कारण गर्दन और कंधे में दर्द होता है जिसका इलाज जितना जल्दी हो उतना ही बढ़िया रहता है। तो चलिए जानते हैं कि सर्वाइकल का रामबाण उपचार करने के लिए घरलेू उपाय कौन-कौन से हैं।
1.) सर्वाइकल का घरेलू इलाज है हल्दी
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं जो नैचुरल तरीके से सर्वाइकल पेन खत्म कर देती है। इसके लिए एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर रात में सोने से पहले पियें। इससे शरीर का दर्द दूर होने साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छी तरह से होता है।
2.) सर्वाइकल का रामबाण उपचार है लहसुन
लहसुन में कैल्शियम, फॉस्फोरस, और विटामिन सी के गुण पाए जाते हैं जो गर्दन और जोड़ों के दर्द में काफी आराम दिलाते हैं। सर्वाइकल का रामबाण उपचार करने के लिए रोजाना सुबह 2 कली भूनकर सेवन कर सकते हैं।
इसके अलावा सरसों के तेल में 4-5 लहसुन की कली डालकर हल्का गर्म कर लें। अब इस तेल से रोजाना दर्द वाली जगह पर मालिश करें।
(और पढ़ें – लहसुन खाने के फायदे)
3.) सर्वाइकल पेन का घरेलू इलाज है तिल का तेल
तिल का तेल में कॉपर, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और अन्य कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो सर्वाइकल पैन से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं।
इसके लिए तिल के तेल को हल्का गुनगुना करके रोजाना दर्द वाली जगह पर लगाकर मालिश करने से आपका दर्द दूर हो जाएगा।
(और पढ़ें – तिल के फायदे)
4.) सर्वाइकल का रामबाण उपचार है अदरक
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण मौजूद होते हैं, जो सर्वाइकल पेन को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं।
चाय बनाने के लिए उसमें चीनी की बजाय शहद का इस्तेमाल करें तो अधिक लाभ मिलेगा।
(और पढ़ें – अदरक के फायदे )
5.) सर्वाइकल पेन को कैसे ठीक करें सेब का सिरका से
सेब के सिरके में मौजूद शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हड्डियों में सूजन और दर्द को दूर करने में कारगर माने जाते हैं। सर्वाइकल का रामबाण उपचार करने के लिए कपड़े पर थोड़ा सा सेब का सिरका लगाकर कुछ देर दर्द वाली जगह पर रखें।
इस प्रक्रिया को दो बार जरुर करें। इसके अलावा नहाने के पानी में थोड़ा-सा सेब का सिरका मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
(और पढ़ें – सेब का सिरका पीने के फायदे)
6.) सर्वाइकल का रामबाण इलाज है नीम
नीम में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो सर्वाइकल के दर्द को दूर करने में कारगर होते हैं। इसके लिए नीम की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें। उसके बाद इस पेस्ट को थोड़ा सा गर्म कर लें।
अब इसे दर्द वाली जगह पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। लगभग आधे घंटे बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।
7.) सर्वाइकल का घरेलू उपाय है अरंडी का तेल
अरंडी के तेल में रिसिनोलिक नामक एसिड पाया जाता है जो सर्वाइकल के करना होने वाले दर्द और सूजन को दूर करने में मदद कर सकता है। सर्वाइकल का रामबाण उपचार करने के लिए अरंडी के तेल से दर्द वाली जगह पर मालिश करें।
(और पढ़ें – जैतून का तेल के फायदे)
8.) सर्वाइकल का इलाज है बर्फ की सिंकाई
अगर आप सर्वाइकल के दर्द से छुटकारा पाना चाहते हैं तो दर्द वाली जगह पर बर्फ से सिंकाई कर सकते हैं। इसके लिए एक साफ़ कपड़े में कुछ बर्फ के टुकड़े लपेटकर इससे अपनी गर्दन की सिंकाई करें।
9.) सर्वाइकल को हमेशा के लिए खत्म करने का तरीका योग
योग करने से न सिर्फ शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि इससे कईं रोगों को ठीक भी किया जा सकता है। अगर आप सर्वाइकल पेन की समस्या से जूझ रहे हैं तो कुछ योगासन कर सकते हैं जैसे सूर्यनमस्कार,भुजांगासन और व्रकासन।
ये सभी आसन किसी जानकर व्यक्ति के सामने या उससे सलाह लेकर करें।
10.) सर्वाइकल का इलाज है नमक वाला पानी से सिकाई
सर्वाइकल होने पर दर्द के साथ-साथ सूजन भी आ जाती है। सर्वाइकल का रामबाण उपचार करने के लिए एक लीटर पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गर्म कर लें।
इसके बाद इस पानी को कांच की बोतल में भरकर दर्द वाली जगह पर सिंकाई करें।
सर्वाइकल से सम्बंधित प्रश्न-उत्तर
सर्वाइकल पैन से छुटकारा पाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे अपनी गर्दन को सीधा रखकर बैठे, बहुत मुलायम गद्दे पर न लेतें बल्कि तख्त पर लेटे, विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर चीजों का सेवन करें।
सर्वाइकल के रोगी को अपने खाने-पीने पर भी ध्यान देना चाहिए। अपनी डाईट में हरी सब्जियां, दूध, चीज़, सोयाबीन, मशरूम, मछली आदि शामिल कर सकते हैं।
सर्वाइकल से पीड़ित लोगों को कुछ चीजों का परहेज करना चाहिए जैसे अत्यधिक मसालेदार, नमकीन, तला हुआ भोजन, अधिक खट्टा, और चावल से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट सर्वाइकल का रामबाण उपचार या सर्वाइकल को हमेशा के लिए खत्म करने का तरीका जरुर पसंद आया होगा। इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. इसलिए इस पर अमल करने से पहले किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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