आज के इस पोस्ट में हम जानने कि चिकन पॉक्स में दूध पीना चाहिए या नहीं। चिकन पॉक्स एक संक्रामक बीमारी है है जो मुख्य रूप से बच्चों में होती है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
चिकन पॉक्स को छोटी माता भी कहा जाता है। भारत में चिकन पॉक्स को लेकर अलग-अलग मान्यताएं है। ऐसा माना जाता है कि चिकनपॉक्स का इलाज इलाज़ नहीं कराना चाहिए, पीड़ित का इलाज कराने से तो देवी मां नाराज़ हो जाएंगी। जिससे चिकन पॉक्स की समस्या और बढ़ सकती है।
चिकन पॉक्स से पीड़ित व्यक्ति को अपने खान पान का विशेष ध्यान देना चाहिए। सही खान-पान और नियमित दिनचर्या का पालन करके इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
चिकन पॉक्स में दूध पीना चाहिए या नहीं
चिकन पॉक्स में दूध पीना नहीं चाहिए। चिकन पॉक्स वायरस संक्रमण की बीमारी है जिसमें बहुत सी चीजो का परहेज करना पड़ता है। इसलिए चिकन पॉक्स से पीड़ित व्यक्ति को किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही खान-पान करना चाहिए।
चिकन पॉक्स संक्रमण का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जिनके शरीर की इम्युनिटी कमजोर होती है जैसे कि बच्चों, बूढ़े लोग और गर्भवती महिलाएं। अगर कोई गर्भवती महिला चिकन पॉक्स से संक्रमित हो जाती है, तो ब नवजात शिशु को भी चिकन पॉक्स हो सकता है।
अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते है तो चिकन पॉक्स आपको भी हो सकता है। चिकन पॉक्स के लक्षणों को पहचान कर आप अपनी स्वास्थ्य और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए उचित सावधानियां बरते और इस रोग के फैलने को रोक सकते हैं।
चिकन पॉक्स के लक्षण – Symptoms of Chickenpox in Hindi
चिकन पॉक्स बहुत जल्दी तेजी से फैलने वाला वायरल संक्रमण है। जिससे न सिर्फ भारत के लोग बल्कि दुनिया भर के लोग परेशान रहते हैं। चिकन पॉक्स हवा में आसानी से फैलकर दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है, जिसकी वजह से पूरे पीड़ित के शरीर में खुजली और लाल-लाल धब्बे हो जाते हैं।
चिकन पॉक्स के ज्यादातर मामलों में पीड़ित बिना किसी इलाज के अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ गंभीर मामलों में इलाज करवाना पड़ता है।
चिकन पॉक्स होने पर पीड़ित के शरीर में निम्नलिखित लक्षण दिखाई देने लगते हैं
- बुखार – चिकन पॉक्स के संक्रमित होने पर, व्यक्ति को बुखार आ सकता है। यह बुखार आमतौर पर सामान्य रहता है लेकिन कुछ मामलों में तेज भी हो सकता है।
- खांसी और ठंड – चिकन पॉक्स संक्रमण के दौरान, व्यक्ति को खांसी और ठंड का अनुभव हो सकता है।
- भूख न लगना – चिकन पॉक्स के संक्रमित होने पर व्यक्ति को भूख कम लगने लगती है।
- छाले – चिकन पॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर छाले बन सकते हैं। ये छाले आमतौर पर त्वचा के ऊपर उभरे होते हैं और खुलजी करते हैं।
- थकान – चिकन पॉक्स के संक्रमित होने पर व्यक्ति को थकान महसूस होती है। संक्रिमित व्यक्ति को शारीरीक और मानसिक रूप से थकावट हो सकती है।
- दाने – चिकन पॉक्स होने पर व्यक्ति के शरीर पर छोटे-छोटे दाने बन सकते हैं।
चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए – What to eat in Chickenpox
चिकन पॉक्स वरिसेला ज़ोस्टर (varicella zoster) नामक वायरस के कारण फैलने वाला रोग है। जो हवा के जरिये एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फ़ैल सकता है।
चिकन पॉक्स में व्यक्ति अपने खान-पान में बदलाव करके इस समसया से छुटकारा पा सकता है। चिकन पॉक्स में पीड़ित को ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जो आपके शरीर के लिए पोषणपूर्ण होता है और आपकी स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देता है।
एक स्वस्थ आहार आपको इस समस्या से जल्दी से स्वस्थ होने में मदद करेगा। तो चलिए जानते हैं कि चिकन पॉक्स पीड़ित को में क्या खाना चाहिए।
- पर्याप्त पानी – चिकन पॉक्स के दौरान रोगी को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। पानी आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करेगा और चिकन पॉक्स से होने वाली बुखार के तापमान को भी नियंत्रित करेगा।
- सब्जियां खाएं – ऐसे कई सब्जियां जिनका सेवन चिकन पॉक्स के दौरान कर सकते हैं जैसे गोभी, फूल गोभी, गाजर, शकरकंद, आलू, बीन्स, ब्रोकली आदि। इन सब्जियों को आप सूप बनाकर भी पी सकते हैं।
- फल खायें – चिकन पॉक्स की समस्या को कम करने के लिए आपको ताजे फल का सेवन करना चाहिए जैसे अंगूर, केला, सेब, खरबूजा, तरबूज आदि। इन फलों में विटामिन C की अच्छी मात्रा मौजूद होती है जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को को मजबूत बनाए रखेंगे।
- नारियल पानी – चिकन पॉक्स के रोगी रोजाना सुबह-सुबह नारियल पानी पी सकते। नारियल पानी में कई प्रकार के विटामिन्स और खनिज पदार्थ का भंडार होता है जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते है। इसके इसके अलावा नारियल पानी पीने से आप ठंडक बनी रहती है और इस समस्या से राहत मिलती है।
- अन्य आहार – चिकन पॉक्स में आपको ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जिससे आपके शरीर में ठंडक मिलती है जैसे जैसे केले, मक्खन और दही। ये आपको ठंडक प्रदान करेंगे और चिकन पॉक्स के दौरान होने वाली खुजली को कम करेंगे।
FAQs – चिकन पॉक्स में दूध पीना चाहिए या नहीं
चिकन पॉक्स की समस्या को कम करने के लिए गाजर, शकरकंद, फलियां, दही आलू और गोभी का सेवन कर सकते हैं।
चिकन पॉक्स में अत्यधिक मसालेदार और तीखा खाना नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा आपको पिज्जा, बर्गर, चिकन, मीट, चाइनीज फूड्स आदि से परहेज करना चाहिए।
चिकन पॉक्स में दूध नहीं पीना चाहिए, इससे व्यक्ति को कब्ज की समस्या हो सकती है।
सामान्य तौर चिकन पॉक्स 1-2 हप्ते में ठीक हो जाता है।
चिकन पॉक्स होने पर ज्यादातर मामलों में किसी उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। यह बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन स्थिति गंभीर होने पर आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट चिकन पॉक्स में दूध पीना चाहिए या नहीं जरूर पसंद आयी होगी। चिकन पॉक्स एक संक्रामक रोग है जिसमे व्यक्ति को आहार और शरीर की देखभाल करना चाहिए। अगर आपको चिकन पॉक्स की समस्या हैं, तो आपको दूध नहीं पीना चाहिए।
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नोट – इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. इसलिए इस पर अमल करने से पहले किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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