किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है,ऐसे करें पूर्ति 100% लाभ

किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है – जिस प्रकार से कई लोग अनिद्रा के शिकार होते हैं, उन्हें रात में नींद नहीं आती है। ठीक इसी प्रकार से ऐसे बहुत सारे लोग होते हैं जिन्हें नींद ज्यादा आती है। नींद न आना या नींद ज्यादा आना दोनों स्थिति में स्वास्थ पर बुरा पड़ता है।

अगर आपके शरीर में कुछ जरूरी विटामिन की कमी है तो आपको नींद ज्यादा आने की समस्या हो सकती है। आज के पोस्ट में हम जानेंगे कि किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है और इस समस्या से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है।

किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है
किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है

किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है – Kis Vitamin Ki Kami Se Nind Jyada Aati Hai

विटामिन हमारे शरीर में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन के संतुलन को बनाए रखता है। हमारे शरीर में विटामिन की कमी होने पर तो सेराटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन की भी कमी होने लगती है, ऐसी स्थित में हमें नींद ज्यादा आती है।

इसके अलावा आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम जैसे अन्य कई पोषक तत्व हैं, जो आपकी नींद की प्रक्रिया को प्रभावित करती है। अगर आपको नींद ज्यादा आती है तो अपनी डाइट में कुछ जरूरी विटामिन्स को शामिल कर सकते हैं।

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(1) विटामिन डी

विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। यह शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस को अवशोषित करने में सहायहता प्रदान करता है। विटामिन डी शरीर की हड्डियों का विकास करने और मजबूत बनाने में मदद करता है।

विटामिन डी मेटाबॉलिज्म और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने में असरदार होता है। शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, शरीर में दर्द और नींद से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए स्वस्थ शरीर रखने के लिए विटामिन डी की पूर्ति करना बहुत ही जरूरी है।

विटामिन डी के स्रोत – शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आप नियमित रूप से सुबह के समय कुछ देर तक सूर्य की रोशनी में बैठकर धूप ले सकते हैं। इसके अलावा कई सारे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन करके भी विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है जैसे पालक, गोभी, भिंडी, सैमन फिश,सोयाबीन, संतरे का जूस,डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे- दूध, दही, पनीर, चीज।

(2) विटामिन बी12

विटामिन बी12 को कोबालिन भी कहा जाता है। विटामिन बी12 नई कोशिकाओं का निर्माण करने और शरीर में रक्त संचार में मदद करता है। यह शरीर के टिशू की मरम्मत करने से लेकर आपके शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है।

शरीर में विटामिन बी 12 की कमी से एनीमिया रोग हो सकता है। लम्बे समय तक इसकी कमी से दिमाग पर भी बुरा असर पहुँचता है, थकान, कमजोरी, और ज्यादा नींद आने की समस्या हो सकती है। अगर आपके शरीर में विटामिन बी12 की कमी है, तो आपको अपनी डाइट में बदलाव करने की जरूरत है।

विटामिन बी 12 के स्रोत – शरीर में विटामिन बी 12 की पूर्ति करने के लिए इसको गोलियों के रूप में या इंजेक्शन द्वारा लिया जा सकता है। इसके अलावा विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य पदार्थ को शाम‍िल कर सकते हैं जैसे – अंडा, दही, ओट्स, मशरुम, ब्रोकली, दूध, पनीर आदि।

ज्यादा नींद आने का कारण

एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना 6-8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना चाहिए। जब कोई व्यक्ति जरूरत से ज्यादा नींद लेता है इसका असर न सिर्फ आपके डेली रुटीन पर पड़ता है, बल्कि अन्य कई सारी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

अधिक नींद आना एक प्रकार का विकार है जिसे हाइपरसोम्निया भी कहा जाता है। हाइपरसोम्निया से पीड़ित व्यक्ति को हर समय नींद आती रहती है। नींद का सीधा सम्बन्ध स्वास्थ्य से जुड़ा होता है इसलिए ज्यादा नींद आने भी आपके स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

नींद ज्यादा आने के कई कारण हो सकते हैं –

  • अत्यधिक चिंता या तनाव लेने से।
  • शराब का सेवन करने से।
  • रात के समय पर्याप्त नींद न लेने से।
  • मौसम की वजह से।
  • एलर्जी व अन्य दवाइयों का सेवन करने से।
  • कैफीन युक्त ड्रिंक्स पीने से।

आपको कितनी नींद की आवश्यकता होती है

आपको कितनी नींद की आवश्यकता यह कारणों पर निर्भर करता है। यह व्यक्ति की नींद दूसरे व्यक्ति से अलग-अलग हो सकती है। जहां बच्चे सुबह उठने इतराते है तो वहीं बड़े-बुजुर्ग नींद न आने की समस्या परेशान रहते हैं।

नींद न आना या नींद ज्यादत आना दोनों का आपके स्वास्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार उम्र के हिसाब से को नींद लेना चाहिए।

उम्रआवश्यक नींद
0-3 महीने14 से17 घंटे
4-11 महीने12 से 15 घंटे
1-2 साल11 से 14 घंटे
3-5 साल10 से 13 घंटे
6-13 साल9 से 11 घंटे
14-17 साल8 से 10 घंटे
18-64 साल7 से 9 घंटे
65 साल से अधिक7 से 8 घंटे

ज्यादा नींद आना किस बीमारी के लक्षण है

अगर रात में अच्छी नींद और पर्याप्त नींद लेने के बावजूद भी दिन नींद घेरती है तो यह शुभ संकेत नहीं हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक एक अच्छी सेहत के लिए 6 से 8 घंटे की रोजाना नींद जरूरी होती है। लेकिन कुछ लोगो के साथ ज्यादा नींद आने की समस्या होती है। वो लोग अच्छी नींद लेने के बाद भी हर वक्त सुस्ती और नींद जैसा महसूस करते हैं।

अगर यह समस्या आपके साथ भी है तो इसे भूलकर भी नजर-अंदाज़ न करें। ऐसा आमतौर पर इसलिए क्योंकि कई बार यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि ज्यादा नींद आना किस बीमारी के लक्षण हो सकते है।

(1) हाइपरसोम्निया

हाइपरसोम्निया नींद का एक विकार है जिसकी वजह से व्यक्ति को हर वक्त नींद आती रहती है। खासकर व्यक्ति सो के उठने के बाद भी दुबारा सोने का मन करता है। नींद का असर इतना अधिक होता है कि व्यक्ति बिना सोए चैन नहीं मिलता है।

कुछ लोगों के साथ यह समस्या होती है कि 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेने के बाद भी उन्हें सुस्ती और नींद महसूस करते हैं। हर रोज ऐसा होना अच्छा नहीं है यह हानिकारक हो सकता है। और इसके पीछे की वजह हाइपरसोम्निया हो सकती है।

(2) मानसिक बीमारी

ज्यादा नींद आना मानसिक बीमारी का संकेत हो सकता है। डिप्रेशन या चिंता जैसी मानसिक बिमारियों में व्यक्ति को रात में पर्याप्त नींद लेने के बाद भी दिन में नींद आने लगती है।

मानसिक रोग के कारण 90 प्रतिशत से अधिक व्यक्तियों को नींद की दिक्कत होती है। इस समस्या से निपटने के लिए खान-पान पर बेहतर ध्यान देना चाहिए और अपने सोने-उठने का समय निर्धारित करन चाहिए।

(3) नार्कोलेप्सी

नार्कोलेप्सी एक स्लीप डिसऑर्डर है, जिसकी वजह से व्यक्ति को हर वक्त नींद आती रहती है। और कई बार व्यक्ति को सोते-सोते अचानक से नींद के झटके आने लगते हैं। नार्कोलेप्सी ज्यादातर जेनेटिक स्थितियों के कारण होता है। तो कई बार शरीर में हार्मोन बदलाव के कारण भी यह समस्याएं होने लगती हैं।

नार्कोलेप्सी के कारण पीड़ित व्यक्ति की दिनचर्या प्रभावित होती है। क्योंकि पूरे दिन उबासी आती रहती है और किसी काम को करने में मन नहीं लगता है। पीड़ित व्यक्ति को रात में पर्याप्त सोने के बाद भी दिन में अधिक देर तक जगे रहने में दिक्कत होती है।

(4) स्लीप एपनिया

स्लीप एपनिया एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से व्यक्ति को सोते समय सांस लेने में दिक्कत आती है या नींद में ही रुकने लगती है। नींद में सांस रुकने की अवधि कुछ सेकंड्स से लेकर 1 मिनट तक हो सकती है। इस दौरान व्यक्ति की नींद प्रभावित होती है।

स्लीप एपनिया से पीड़ित लोग ज्यादातर सोते समय जोर-जोर से खर्राटे लेते है लेकिन हर कोई खराटे लेना वाला व्यक्ति स्लीप एपिनिया बीमारी से ग्रसित नहीं होता है।

दरसल स्लीप एपनिया के कारण सांस लेने वाली नली के ऊपरी मार्ग में रुकावट पैदा होने लगती है जिससे वायु का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है और व्यक्ति को सोते समय अचानक से बीच-बीच में सांस लेने में दिक्कत आती है।

ज्यादा नींद आती हो तो क्या करे

नींद का सीधा सम्बन्ध हमारे स्वस्थ से जुदा होता है। इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने के लिए यदि व्यक्ति को पर्याप्त नींद लेना चाहिए। यदि व्यक्ति पर्याप्त नींद नहीं लेता तो उसका स्वभाव में चिड़चिड़ापन, तनाव, सिर दर्द जैसी समस्या हो सकती है।

वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो जरूरत से अधिक सोते हैं। अत्यधिक सोने से व्यक्ति को भूख ना लगना, याददाश्त कमजोर होना, एकाग्रता की कमी अना, बेचैनी, दिन में नींद आना, थकान महसूस करना, सोचने की क्षमता कम होना, शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

अगर आपको भी ज्यादा नींद आती हो तो इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं।

(1) पानी पिए

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी होना चाहिए। शरीर में पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन, ज्यादा नींद और अन्य कई समस्या हो सकती है।

ऐसे में जरूरी है कि व्यक्ति को दिन भर में पर्याप्त पानी पीना चाहिए। पानी पीने से थकान दूर होती, ज्यादा नींद नहीं आती और याददास्त अच्छी होती है।

(1) कैफीन का सेवन

अत्यधिक नींद को भगाने के लिए कैफीन युक्त चीजों का सेवन किया जा सकता है। चाय, कॉफ़ी जैसे कैफीन युक्त पदार्थ का सेवन करने से सीधे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को प्रभावित करते है।

जिससे व्यक्ति का दिमाग रिफ्रेश हो जाता है और नींद दूर हो जाती है। हालांकि ज्यादा मात्रा में कैफीन युक्त पदार्थो का सेवन नहीं करने से बचना चाहिए।

(3) एक्सरसाइज करें

ज्यादा नींद आने की समस्या को दूर करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज किया जा सकता है। ज्यादा नींद आने के पीछे का एक कारण वजन बढ़ना भी हो सकता है। ऐसे में एक्सरसाइज करने से आपका वजन नियंत्रित रहता है साथ ही ज्यादा नींद आने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

FAQs – किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है

बहुत अधिक नींद आने का क्या कारण है?

बहुत अधिक नींद आने कई कारण हो सकते हैं जैसे मौसम की वजह से, दवाओं का सेवन करने से, शरीर में पोषक तत्वों की कमी से।

किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है?

विटामिन डी की कमी से नींद ज्यादा आती है।

ज्यादा नींद आना कौन सी बीमारी का लक्षण है?

ज्यादा नींद आना एक डिसऑर्डर हाइपरसोम्निया है। जिन लोगों को हाइपरसोम्निया होता है उन्हें हर वक्त नींद आती रहती है।

शरीर में किसकी कमी से नींद आती है?

शरीर में विटामिन बी12 की कमी के कारण काफी ज्यादा नींद आ सकती है।

ज्यादा नींद आए तो क्या करना चाहिए?

ज्यादा नींद से बचने के लिए अपने सोने की दिनचर्या बनाएं, व्यायाम करें और धूप या हल्की रोशनी में बाहर निकलें।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है? जरुर पसंद आया होगा। अब आप जान गए हैं कि अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो आपको नींद ज्यादा आने की समस्या हो सकती है। विटामिंस की कमी होने से आपकी नींद की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।

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