इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी | Electron Ki Khoj Kisne Ki Thi

क्या आप जानते हैं कि इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी (Electron Ki Khoj Kisne Ki Thi). शुरुआत में परमाणु को सबसे छोटा कण माना जाता था। लेकिन बाद में इस पर बहुत रिसर्च किया गया तो पता चला कि इलेक्ट्रॉन सबसे छोटा और हल्का कण है। परमाणु के केंद को नाभिक कहते हैं जिस पर प्रोटान और न्यूट्रान उपस्थित रहते हैं। इलेक्ट्रॉन परमाणु के नाभिक के चारो ओर चक्कर लगाते रहते हैं।

इलेक्ट्रॉन कई छोटे-छोटे कणों से मिलकर बना होता है जिसे अणु कहते हैं। आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे कि इलेक्ट्रॉन क्या है, इसकी खोज किसने की थी और कब की थी?

इलेक्ट्रॉन क्या है – What is Electron in Hindi

electron ki khoj kisne ki thi

इलेक्ट्रॉन एक ऐसा ऋण आवेशित कण है, जो परमाणु के नाभिक के चारो चक्कर लगाता है। इलेक्ट्रान का द्रव्यमान 9.1094×10-31 किलोग्राम होता है जो हाईड्रोजन का द्रव्यमान की तुलना में हजार गुना कम होता है। किसी भी परमाणु के अन्दर केंद होता है जिसे नाभिक कहते हैं उस नाभिक पर प्रोटान और न्यूट्रान उपस्थित रहते हैं लेकिन इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारो ओर अपनी कक्षा में चक्कर लगाते रहते हैं।

इलेक्ट्रॉन सबसे छोटा कण माना जाता है जिसे e- से प्रदर्शित करते हैं।यहाँ पर e- का मतलब ऋण आवेशित को दर्शाता है। इलेक्ट्रॉन अपनी कक्षा में बहुत तेज गति से चक्कर लगता है इसी गति और चाल के कारण इलेक्ट्रॉन से बिजली उत्पन्न होती है।

इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी– Electron Ki Khoj Kisne Ki Thi

इलेक्ट्रान की खोज जे. जे. थॉम्सन ने सन 1897 में की थी। जे. जे. थॉम्सन एक भौतिकी वैज्ञानिक थे जिहोने कैथोड किरणों के जांच के दौरान इलेक्ट्रॉन की खोज की। उनके इस खोज से परमाणु परिक्षण एक नई दिशा में चली गई।

इस परिक्षण के लिए थॉम्सन ने एक कांच की ट्यूब लेकर उसके अन्दर की सारी हवा बाहर निकाल दी। उसके बाद ट्यूब के दोनों शिरो पर इलेक्ट्रोड लगा दिया। इन इलेक्ट्रोड को हाई वोल्ट की बिजली से जोड़ दिया गया। इसके बाद उन्होंने देखा कि ट्यूब के अंदर कुछ कण चलते फिरते दिखाई दे रहें हैं।

आपको बता दें कि ऐनोड धनात्मक इलेक्ट्रोड  और कैथोड ऋणात्मक इलेक्ट्रोड होता है इसलिए ये कण विपरीत आवेश में गति कर रहे थे। ऐनोड की ओर ऋणात्मक कण और कैथोड की ओर धनात्मक कण गति करेंगे क्यूंकी विपरीत आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।

इन कणों की गति को जे. जे. थॉम्सन स्पष्ट रूप से देख रहे थे । जब यह कण ऋणात्मक सिरे से धनात्मक सिरे की ओर गति कर रहे थे तो इनकी अवस्था ऋणात्मक ही होगी और इन्ही ऋणात्मक कणों को जे. जे. थॉम्सन ने “इलेक्ट्रॉन नाम दिया। जे. जे. थॉमसन को इस खोज के लिए   भौतिकी का “नोबेल पुरस्कार” भी दिया गया।

इलेक्ट्रॉन की खोज कैसे हुई – Electron ki khoj kaise hui

संपूर्ण ब्रह्मांड में जो भी चीजें आप देखते हैं उन्हें पदार्थ कहा जाता हैं। यह पदार्थ छोटे-छोटे अविभाज्य कणों से मिलकर बने होते हैं जिसे परमाणु कहा जाता हैं। 19वीं शताब्दी में जॉन डाल्टन ने परमाणु सिद्धांत दिया था जिसके अनुसार परमाणु को विभाजित नहीं किया जा सकता है। लेकिन 1897 में जे.जे. थॉमसन ने एक ऋणात्मक कण की खोज की जिसे इलेक्ट्रॉन का नाम दिया गया।

जे. जे. थॉम्सन ने एक कांच की नली लेकर उसमे धातु के दो इलेक्ट्रोड लगा दिया। नली में मौजूद हवा को निकालने के लिए एक पम्प लगाया। इसके बाद इलेक्ट्रोड के सिरों को दस हजार वोल्ट के बिजली से  जोड़ दिया गया। और देखा कि कैथोड से कुछ किरणें उत्पन्न हो रही हैं जो सीधी रेखा में एनोड की तरफ गति कर रही हैं। और एनोड प्लेट के मध्य स्थित छिद्र से कुछ किरणें आगे जाकर धनात्मक प्लेट की ओर मुड़ रही हैं। इससे यह निष्कर्ष सामने आया कि यह कण ऋणावेशित हैं जो कैथोड से उत्पन्न हो रहा है। अतः इन कणों को ‘इलेक्ट्रॉन’ नाम दिया गया।

इलेक्ट्रॉन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

  • इलेक्ट्रॉन परमाणु के नाभिक के चारों ओर चक्कर लगते है।
  • इलेक्ट्रॉन पर विद्युत आवेश ऋणात्मक होता है जिसका मान 1.6 ×10-19 कुलम्ब (C) होता है।
  • इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान 9.1094×10-31 किलोग्राम होता है।
  • इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान की तुलना में 1/1837 गुना होता है।।
  • इलेक्ट्रॉन को e- से प्रदर्शित किया जाता है।
  • एक परमाणु में जितनी संख्या इलेक्ट्रॉनों की होती है उतनी ही संख्या उस परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनो की होती है।
  • परमाणु के बाहरी कक्षा में उपस्थित इलेक्ट्रॉन को “संयोजी इलेक्ट्रॉन कहा जाता है।
  • परमाणु की भीतरी कक्षा में उपस्थित इलेक्ट्रॉन को “कोर इलेक्ट्रॉन कहा जाता हैं।

FAQs – Electron Ki Khoj

इलेक्ट्रॉन की खोज कब और किसने की थी?

इलेक्ट्रॉन की खोज जे.जे. थॉमसन ने सन 1897 में की थी।

इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान कितना होता है?

इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान 9.1094×10-31 किलोग्राम होता है।

इलेक्ट्रॉन पर आवेश कितना होता है?

इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश होता है जिसका मान 1.6 ×10-19 C होता है।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी (Electron Ki Khoj Kisne Ki Thi) जरुर पसंद आयी होगी। अब आप जान गए होंगे कि इलेक्ट्रॉन की खोज भौतिक वैज्ञानिक जे.जे. थॉमसन ने सन 1897 में की थी। यदि आपके मन में इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल या इलेक्ट्रॉन की खोज से जुड़े कोई तथ्य है तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट जरुर करें।

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