कान के दर्द का रामबाण इलाज – कान का दर्द बहुत कष्टदायक होता है। इसके चलते सिर दर्द और जबड़े में भी दर्द होने लगता है। कभी-कभी कान में दर्द के कारण सुनाई नहीं देता या रुक-रुक कर सुनाई देता है।
कान दर्द की समस्या छोटे बच्चों से लेकर बड़े, बुजुर्गों को भी होती है। कान दर्द का तुरंत इलाज न किया जाए तो बहुत असहनीय पीड़ा होती है। कभी-कभी यह दर्द जल्दी ठीक हो जाता है, तो कुछ मामलों में यह ज्यादा दिनों के लिए भी रह सकता है। आज के इस पोस्ट में हम कान के दर्द का रामबाण इलाज और घरेलू उपाय के बारे में जानेगे, जिन्हें अपनाकर आप कान दर्द का तुरंत इलाज कर सकते हैं।
कान में दर्द का घरेलू उपाय – Kan Dard ka Gharelu Upay
कान के दर्द के पीछे का कारण कई बार कानों में जमा में मैल भी होता है। कान में दर्द होने पर अक्सर लोग कान दर्द की दवा के रूप में इयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, कान दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप घरेलू नुस्खों को भी अपना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कान के दर्द का रामबाण इलाज और घरेलू उपाय कौन-कौन से हैं।
1.) कान में दर्द का घरेलू उपाय है लहसुन
लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं जो संक्रमण को दूर करके कान दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं। कान दर्द का तुरंत इलाज करने के लिए 3-4 लहसुन की कलियों को सरसों के तेल के साथ गर्म कर लें। तेल ठंडा होने के बाद इसे छान लें और 2-3 बूँद कान में डालें। इससे तुरन्त आराम मिलता है।
2.) कान दर्द का रामबाण इलाज है अदरक
कान के दर्द का रामबाण इलाज करने के लिए अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है। अदकर को पीसकर उसका रस निकाल लें। उसके बाद 2-3 बूँद रस को कान में डालने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
3.) बच्चों के कान में दर्द का घरेलू उपचार है जैतून का तेल
बच्चों के कान में दर्द का घरेलू उपचार करने के लिए जैतून का तेल बहुत उपयोगी माना जाता है। इसके लिए सबसे पहले जैतून के तेल को हल्का गर्म कर लें। अब रुई की मदद से 2-3 बूँद तेल कान में डालें।
4.) कान दर्द की दवा है नीम
दर्द से राहत पाने के लिए नीम का उपयोग भी फायदेमंद साबित हो सकता है। नीम के औषधीय गुण कई बिमारियों का इलाज में कारगर होते है। कान दर्द का तुरंत इलाज करने के लिए नीम की पत्तियों का रस निकालकर 2-3 बूँद कान में डालें। इस प्रक्रिया से कान के दर्द से आराम मिलता है।
5.) कान के दर्द का रामबाण इलाज है प्याज
प्याज में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो संक्रमण को दूर भगाने में मदद करते हैं। कान के दर्द का रामबाण इलाज करने के लिए प्याज का रस निकाल लें। अब इस रस को हल्का गुनगुना करके 2-3 बूँद कान में डालने से तुरंत आराम मिलता है।
6.) बच्चों के कान में दर्द का घरेलू उपचार है सरसों का तेल
सरसों का तेल सिर्फ भोजन बनाने तक ही सीमित नहीं है। बल्कि इसका इस्तेमाल शरीर की कई छोटी-बड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है। बच्चों के कान में दर्द का घरेलू उपचार करने के लिए सरसों के तेल को गुनगुना करके 2-3 बूंदे बच्चों के कान में डालें। ऐसा करने से न सिफ कान में जमा मैल साफ़ होता है बल्कि कान के दर्द को भी दूर करने में मदद मिलती है।
7.) कान में दर्द का घरेलू उपाय है सिकाई
कान दर्द की समस्या से छुटकारा पाने के लिए ठंडी या गर्म सेक से सिकाई कर सकते हैं। इसके लिए आप गर्म पानी से या फिर बर्फ से सिकाई कर सकते हैं। गर्म सेंक करने से मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं और ठंडी सिकाई करने से नसें सुन्न पड़ जाती हैं जिससे दर्द में तुरन्त आराम मिलता है।
8.) कान दर्द की दवा है तुलसी
तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण मौजूद होते हैं जो किसी भी बैक्टीरिया या संक्रमण को दूर भगाने में असरदार होते हैं। तुकान दर्द का तुरंत इलाज करने के लिए सबसे पहले तुलसी की पत्तियों का रस निकाल लें और उसकी 2-3 बंदे कानों में डाले। ऐसा करने से कान का दर्द ठीक हो जाएगा।
9.) कान के दर्द का रामबाण इलाज है पुदीना
कान में दर्द की परेशानी को दूर करने के लिए पुदीने का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले पुदीने की ताजी पत्तियों से रस निकाल लें। उसके बाद जिस कान में दर्द हो रहा है उसमें 2-3 बूंद डालें। इससे तुरंत आराम मिलता है।
10.) कान दर्द की दवा है सेब का सिरका
कान दर्द की दवा के रूप में सेब के सिरका का इस्तेमाल किया जा सकता है। सेब के सिरके में एंटी बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो कान दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले सेब के सिरका को हल्का गर्म कर लें। अब 2-3 बूंदे कान में डालकर बिस्तर पर लेट जाएं। ऐसा करने से कान दर्द से आराम मिलता।
कान में दर्द के कारण – Causes of Earache Hindi
कान में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं –
- कान में फुंसी होने के कारण।
- कान में मैल जमा होने से।
- जबड़े में सूजन होने से।
- दाँत में बैक्टिरीयल इंफेक्शन होने के कारण।
- कान में पानी जाने के कारण।
- कान का पर्दा फटने के कारण।
- किसी तेज चीज से कान खुजलाने से।
- कान में किसी प्रकार की चोट लगने से।
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