क्या आप जानते हैं कि केरल की राजधानी क्या है (Kerala Ki Rajdhani Kya Hai). दक्षिण भारत का केरल राज्य मालाबार किनारे पर स्थित हैं। केरल राज्य का गठन 1 नवम्बर 1956 में हुआ था। साल 2011 की जनगणना के अनुसार केरल की जनसंख्या 33,406,061 है और क्षेत्रफल 38,863 वर्ग किलोमीटर है।
केरल राज्य में सभी धर्म के लोग रहते हैं जैसे हिन्दू, मुसलमान, ईसाई और अन्य धर्मं। इस राज्य में हिन्दुओं की संख्या 18,282,492, मुसलमानो की संख्या 8,873,472 और अन्य धर्मं के लोग रहते हैं। केरल राज्य में बोली जाने वाली भाषा मलयालम भाषा है। आज के इस पोस्ट में हमें आपको विस्तार से बताएँगे कि केरल की राजधानी क्या है।
केरल की राजधानी कहाँ है – Kerala Ki Rajdhani Kahan Hai
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम है। तिरुवनंतपुरम का शाब्दिक अर्थ होता है भगवान अनन्त का वासस्थान अर्थात देवताओं की नगरी। महात्मा गांधी ने केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम को एवरग्रीन सिटी ऑफ़ इंडिया का नाम दिया था। ब्रिटिश शासनकाल में इसे त्रिवेन्द्रम के नाम से भी जाना जाता था। सन 1991 केरल सरकार ने इसका नाम बदलकर तिरुअनन्तपुरम् कर दिया।
केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 16 फीट है। इस शहर की जलवायु उष्ण कटिबंधीय सवाना और मानसूनी जलवायु है। जिस कारण अलग अलग ऋतुओं के अनुसार यहाँ का वातावरण नहीं रहता है। केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहता है।
परिवहन की दृष्टि से केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग की यातायात सुविधा उपलब्ध है। यहाँ की सड़के भारत के बड़े-बड़े शहरों चेन्नई, बैंगलोर, मुंबई से जुडी है जिससे ट्रासपोर्ट वाहन या निजी वाहन द्वारा यात्रा करना आसान है। इस शहर में तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है जहाँ से भारत के सभी मेट्रो शहर जैसे दिल्ली मुंबई चेन्नई गोवा आदि के लिए उड़ाने भरी जाती है। केरल राज्य का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित है। इस रेलवे स्टेशन से बैंगलोर, चैन्नई, दिल्ली, गोवा, मुंबई, कन्याकुमारी और अन्य शहरों के लिए रोजाना रेलगाड़ियां चलती हैं।
केरल का इतिहास – History of Kerala in Hindi
केरल का इतिहास हजारों साल पुरना है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान् परशुराम ने अपना परशु समुद्र में फेंका जिस कारण परसु के आकार की धरती समुद्र से बाहर निकल गई और केरल का उद्गम हुआ। मानव जाति के प्रमाण इस धरती पर 10वीं ईसा पूर्व में मिले थे। प्रारंभिक युग में लोग पहाडी इलाकों में अपना जीवन यापन करते थे।
दूसरा चरण की शुरुआत 300 ई.पू से 800 ई पू तक माना जाता है इस युग को संघमकाल के नाम से भी जाना जाता है। इसी काल के दौरान भारत अन्य प्रान्तों से लोग आकर रहने लगे थे। और इसी युग में ब्राह्मण, बौद्ध धर्म और जैन धर्मों का प्रचार हुआ।
15 वी शताब्दी में पुर्तगाली व्यापारियों का मसालों के व्यापार करने के लिए यहाँ आगमन किया और व्यापारिक दृष्टिकोण से भारत और यूरोपीय देशों के लिए सभी रास्ते साफ़ हो गए। 20 वी शताब्दी के दौरान केरल दो भागों में विभाजित था। पहला भाग त्रावण कोर राज्य और दूसरा भाग कोची साम्राज्य था।
सन 1949 में इन दोनों राज्यों को आपस में मिलाकर थिरु-कोच्ची राज्य बनाया गया था। इसके बाद सन 1956 में राज्य का पुनर्गठन हुआ जिसमे कासरगोड तालुका और दक्षिण कनारा को मिलाकर केरल राज्य का गठन किया गया। वर्तमान समय में हर साल 1 नवंबर को केरल पिरवी दिवस अर्थात केरल का जन्मदिन मनाया जाता है।
केरल के पर्यटन स्थल – Tourist Places in Kerala in Hindi
अगर आप भारत में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो एक बार आपको केरल राज्य जरुर घूमना चाहिए। यहाँ पर आपको शानदार प्राकतिक दृश्य के साथ, शांत वातावरण भी मिलेगा जिससे आपके शरीर और आत्मा दोनों को शान्ति मिलेगी। केरला राज्य में लोग दुनियाभर से हनीमून, वेकेशन, होलीडे, फॅमिली ट्रिप के लिए आते हैं।
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में प्राचीन किले, पवित्र मंदिरों और मंत्रमुग्ध करने वाले समुद्र तटों के साथ-साथ कई दर्शनीय स्थल मौजूद हैं जिसे देखने के लिए पर्यटक खिचे चले आते हैं। चलिए में जानते हैं कि केरल राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल कौन-कौन से हैं।
पर्यटल स्थल का नाम | स्थान का नाम |
नेयार बांध | तिरुवनंतपुरम, केरल |
वन्यजीव अभयारण्य | तिरुवनंतपुरम, केरल |
पद्मनाभस्वामी मंदिर | तिरुवनंतपुरम, केरल |
कनककुन्नू पैलेस | तिरुवनंतपुरम, केरल |
हैप्पी लैंड वाटर थीम पार्क | तिरुवनंतपुरम, केरल |
अगस्त्यकुडम | तिरुवनंतपुरम, केरल |
जूलॉजिकल पार्क | तिरुवनंतपुरम, केरल |
नेपियर संग्रहालय | तिरुवनंतपुरम, केरल |
श्री चित्रा आर्ट गैलरी | तिरुवनंतपुरम, केरल |
शानगुमुखम बीच | तिरुवनंतपुरम, केरल |
कारिकाकोम चामुंडी देवी मंदिर | तिरुवनंतपुरम, केरल |
प्रियदर्शनी तारामंडल | तिरुवनंतपुरम, केरल |
सीएसआई क्राइस्ट चर्च | तिरुवनंतपुरम, केरल |
अजिमाला शिव मंदिर | तिरुवनंतपुरम, केरल |
पझवंगड़ी गणपति मंदिर | तिरुवनंतपुरम, केरल |
पुथेनथोप बीच | तिरुवनंतपुरम, केरल |
वेलि बीच | तिरुवनंतपुरम, केरल |
अककुलम झील | तिरुवनंतपुरम, केरल |
वेल्लयानी झील | तिरुवनंतपुरम, केरल |
विजिनजम रॉक कट गुफा | तिरुवनंतपुरम, केरल |
अटुकल भगवती अम्मन मंदिर | तिरुवनंतपुरम, केरल |
मैजिक प्लेनेट | तिरुवनंतपुरम, केरल |
अल्लेप्पी – पूर्व का वैनिस | आलप्पुषा़ केरल |
मुन्नार – हनीमून गंतव्य | मुन्नार, केरल |
वायनाड – साधा जीवन व संस्कृति | वायनाड, केरल |
थेक्कड़ी – वन्यजीवों का स्थान | थेक्कड़ी, केरल |
कोच्चि – अरब सागर की रानी | कोच्चि, केरल |
केरल की राजधानी से जुड़े कुछ सवाल-जवाब
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम है।
केरल की कुल आबादी 33,406,061 है। जिसमे पुरुषों की जनसंख्या 16,029,780 और महिलाओं की जनसंख्या 17,376,281 है।
केरल में कुल 14 ज़िले है। जनसंख्या की दृष्टि से केरल राज्य का सबसे बड़ा जिला मलप्पुरम और सबसे कम जनसंख्या वाला जिला वायनाड है।
केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनाराई विजयन हैं।
केरल राज्य का गठन 1 नवम्बर 1956 में हुआ था।
केरल में मलयालम बोली जाती है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट केरल की राजधानी क्या है (Kerala Ki Rajdhani Kya Hai) जरुर पसंद आयी होगी। अब आप जान गये हैं कि केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम है। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम को देवताओं की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। आपको यह पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके जरुर बताएं। इसके अलावा इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर भी शेयर करें जिससे अन्य लोगो को भी केरल की राजधानी के बारे में सही जानकारी मिलेगी।
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