क्या आप जानते हैं कि भारत की राजधानी क्या है (Bharat Ki Rajdhani Kya Hai). प्रत्येक देश की अपनी एक राजधानी होती है और उस देश को अलग-अलग राज्यों में विभाजित किया जाता है। भारत देश का निर्माण भी कुछ इसी तरीके से किया गया है। आजादी से पहले भारत की आर्थिक और भूगोलिक परिस्थितियां बहुत ख़राब थी। लेकिन आज का भारत बहुत बदल गया है फिर चाहे वो सामाजिक सुधार की बात हो या आर्थिक वृद्धि की।
भारत ने हर क्षेत्र में अपना नाम दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है। आज के इस पोस्ट में हम बात करेंगे कि भारत की राजधानी कहां है। किसी भी देश के नागरिक को इतना तो जरूर पता होना चाहिए कि उसके देश की राजधानी क्या है। विस्तार से जानकारी पाने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े।
भारत की राजधानी क्या है – Bharat Ki Rajdhani Kya Hai
भारत की राजधानी नई दिल्ली हैं। किंग जॉर्ज ने 12 दिसम्बर 1911 को दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने की घोषणा की थी | हालाँकि इससे पहले भारत की राजधानी कोलकाता थी। इसके बाद दिल्ली में कार्यपालिका, न्यायपालिका व व्यवस्थापिका का निर्माण किया गया है। यहीं पर संसद भवन, प्रधानमंत्री आवास, राष्ट्रपति भवन व अन्य कई मुख्यालय मौजूद है।
भारत की राजधानी नई दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश है जिसका क्षेत्रफल 42.7 किलोमीटर वर्ग मीटर या 16 वर्ग मील है। और इसकी लम्बाई उत्तर से दक्षिण तक 52.9 किलोमीटर है और पूर्व से पश्चिम की चौडाई 48.48 किलोमीटर है। दिल्ली में कई कई दर्शनीय और ऐतिहासिक स्थल मौजूद है जिससे देखने के लिए लाखों की तादाटी में पर्यटक हारल साल आते है। दिल्ली इंडिया गेट के लिए सबसे ज्यादा प्रशिद्ध है। इसके अलावा दिल्ली में, लाल किला, जामा मस्जिद, कुतुब मीनार, जन्तर मन्तर, हुमायूँ का मकबरा, अशोक की लाट, अक्षरधाम, बिरला मन्दिर आदि दर्शनीय स्थान हैं।
दिल्ली का इतिहास
दिल्ली का इतिहास बहुत दिलचस्प है। लेकिन इसके कुछ खास बिन्दुओं को जानने का प्रयास करेंगे। महाभारत काल के दौरान जब पांडव रहा करते थे तब दिल्ली का सबसे पुराना नाम इंद्रप्रस्थ था। दरअसल दिल्ली नाम दिल्लिका से आया है और इस नाम को तोमर राजाओं ने दिया रखा था । जिन्होनें कई वर्षो तक दिल्ली पर शासन किया था।
तोमर राजाओं में से एक महान राजा अनंगपाल थे जो एक एक हिंदु राजा थे। उहोने अपने शासनकाल में दिल्ली पर हिन्दू सभ्यता की महानता को उजागर किया। राजा अनंगपाल ने ही लालकोट स्मारक बनवाया था था जिसे दिल्ली का पहला लालकिला माना जाता है इसके अलावा चंद्रगुप्त की वीरता से प्रसन्न होकर उन्होंने लौह स्तंभ को कुतुब मीनार के समीप बनवाया था।
1200 ईस्वी तक तोमर वंश का शासनकाल दिल्ली में चलता रहा। 1300 ईस्वी के बाद दिल्ली पर 5 वंश तक सुल्तानों का शासनकाल रहा। जिनमें गुलाम वंश, खिलजी वंश, तुगलक वंश, सैयद वंश और लोधी वंश आदि ने दिल्ली पर शासन किया। इनमें पहला शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने किया था और 1526 ईस्वी में अंतिम शासक इब्राहिम लोधी का रहा। इसके बाद 1707 ईस्वी से मुअज्जम बहादुर ने दिल्ली पर राज किया। और 1857 ईस्वी में दिल्ली में ब्रिटिश शासन स्थापित हो गया था। सन 1947 में भारत की आजादी के बाद दिल्ली को दुबारा भारत की राजधानी घोषित किया गया था।
कोलकाता से दिल्ली को भारत की राजधानी क्यों बनाया गया
कोलकाता से दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने के कई कारण है जिमसे से एक दिल्ली का स्थान था। दिल्ली भारत के उत्तरी भाग में स्थित हैं और कोलकाता देश के पूर्वी तटीय भाग में स्थित था। ब्रिटिश सरकार को दिल्ली पर शासन करना कोलकाता के मुकाबले ज्यादा आसान और सुविधाजनक था।
और भी सुविधाओं को देखते हुए ब्रिटिश सरकार ने कोलकाता से दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने का निर्णय लिया और फिर 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली दरबार के दौरान, भारत के तत्कालीन शासक जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी ने एक घोषणा पत्र जारी किया जिसमे लिखा था कि कोलकाता को हटाकर दिल्ली को भारत की राजधानी भारत की राजधानी बनाया जाएगा।
FAQs – Bharat Ki Rajdhani
भारत की राजधानी दिल्ली है।
भारत की पहली राजधानी कोलकाता थी।
13 फरवरी 1931 को कलकत्ता से दिल्ली को भारत की राजधानी के रूप में स्थानांत्रित किया गया था।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट भारत की राजधानी क्या है (Bharat Ji Rajdhani Kaun Si Hai) जरुर पसंद आयी होगी। अब आप जान गए होंगे कि भारत की राजधानी दिल्ली है। यदि आपके मन में इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट कर जरुर बताएं। इसके अलावा इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर भी शेयर करें जिससे अन्य लोगो को पता चले कि भारत की राजधानी कहां है।
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