Tapioca in Hindi – स्वस्थ और हेल्दी शरीर बनाये रखने के लिए हम कई प्रकार के चीजों का सेवन करते हैं। कई चीजे ऐसी भी होती हैं जो हमारे आसपास होती हैं लेकिन उसके गुणों के बारे में जानकारी नही होती है। टैपिओका एक ऐसी चीज़ हैं जिसके बारे में अधिकांश लोगो को पता नहीं है।
टैपिओका में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते है। आज के इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे कि टैपिओका क्या है और इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है।
टैपिओका क्या है (What is Tapioca in Hindi)
टैपिओका एक प्रकार का स्टार्च है जिसे कसावा नामक पेड़ की जड़ से बनाया जाता है। इस पेड़ की जड़ में मौजूद गूदे से सबसे पहले पाउडर बनाया जाता है, फिर इस पाउडर से साबूदाना और अन्य प्रकार की चीजे तैयार की जाती है।
टैपिओका को कसावा नाम से भी जाना जाता है। टैपिओका का उत्पादन ज्यादातर अफ्रीकी देशों में किया जाता है। इसके पेड़ की जड़े बहुत मोटी और होती है। जो देखने में शकरकंद के जैसे लगता है। भारत में टैपिओका का उत्पादन तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश किया जाता है। टैपिओका खेती करने के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु अच्छी मानी जाती है।
टैपिओका से बनने वाले व्यंजन
टैपिओका का इस्तेमाल करके विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण किया जाता है। तो चलिए जानते हैं कि टैपिओका का उपयोग करके कौन-कौन से खाद्य पदार्थ बनाये जाते हैं –
टैपिओका पाउडर
टैपिओका के पेड़ की जड़ों को काटने से जो सफेद रंग स्टार्च निकलता है, उसे काटकर, सुखाकर, और फिर उसको पीसकर इसका पाउडर तैयार किया जाता है। टैपिओका पाउडर सफेद रंग का मैदा के जैसे होता है। टैपिओका के पाउडर का इस्तेमाल करके ब्रेड, केक और अन्य चीजें को बनाया जाता है।
टैपिओका साबूदाना
टैपिओका के स्टार्च से साबूदाना बनाया जाता है। भारत में साबूदाना का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। साबूदाना बनाने के लिए सबसे पहले टैपिओका के स्टार्च को पाउडर के रूप में बनाया जाता है, इसके बाद पाउडर को को गलाकर पेस्ट बनाया जाता है। अब इस पेस्ट से छोटे-छोटे गोल और सफेद रंग की मोतियों के आकार में साबूदाना बनाया जाता है।
टैपिओका चिप्स
टैपिओका का उपयोग चिप्स बनाने के लिए भी किया जाता है। चिप्स बनाने के लिए सबसे पहले टेपियोका के जड़ों को छीलकर और उसे अच्छी तरह से साफ किया जाता है। उसके बाद छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर तेल में फ्राई किया जाता है।टैपिओका चिप्स खाने में बहत स्वादिष्ट होती हैं। इसके अलावा टैपिओका का इस्तेमाल French fries और tapioca sticks भी बनाया जाता है।
टैपिओका के फायदे (Benefits of Tapioca in Hindi)
टैपिओका में कई प्रकार औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है। टैपिओका में कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए जिन लोग को कार्बोहाइड्रेट की जरुरत है उनके लिए टैपिओका एक अच्छा विकल्प है। इसके आलावा टैपिओका कई प्रकार की बिमारियों को दूर करने में भी सहायक होता है। तो चलिए जानते हैं कि टैपिओका का उपयोग करने से क्या-क्या फायदे होते हैं।
1# टैपिओका के फायदे डायबिटीज नियंत्रण में
मधुमेह एक गंभीर समस्या है अगर किसी हो जाए तो ज़िन्दगी भर उसके साथ बनी रही है। आजकल दुनिया भर में मधुमेह से ग्रसित रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
मधुमेह रोगियों के लिए टेपियोका का सेवन करना बहुत अच्छा विकल्प माना जाता है। टेपियोका में शुगर की मात्रा कम और फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो डायबिटीज को नियंत्रित करता है।
(और पढ़ें – शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय)
2# टैपिओका का उपयोग लाल रक्त कोशिका बढ़ाने में
लाल रक्त कोशिकाएं हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक होती हैं क्योकि ये कोशिकायें शरीर में खून का निर्माण करती है। शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम होने से खून की कमी हो जाती हैं जिसके कारण व्यक्ति को अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बनाये रखने के लिए टैपिओका का सेवन करना चाहिए। टैपिओका में कॉपर, जिंक, आयरन और विटामिन बी 12 मौजूद होता है जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता हैं।
(और पढ़ें – हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाये)
3# टैपिओका के लाभ कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से शरीर में एक नहीं बल्कि कई बीमारियाँ होने का खतरा रहता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से व्यक्ति को हार्ट अटैक, थकान, दिल की बीमारी, किडनी ख़राब और अन्य बीमारियाँ होने का खतरा रहता है। इसलिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य होना बहुत जरुरी होता है।
अगर आप बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं तो उसे कम करने के लिए टैपिओका बहुत अच्छा विकल्प होता है। टैपिओका में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
(और पढ़ें – कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज)
4# टैपिओका के गुण रखे त्वचा का ख्याल
त्वचा को चमकदार और खूबसूरत बनाने के लिए लोग बाज़ार से कई तरह की क्रीम और दवायाँ खरीदते हैं और इन प्रोडक्ट का इस्तेमाल त्वचा पर करते हैं। बावजूद इसके लोगों को केवल निराशा ही हाथ लगती हैं साथ ही साइडइफेक्टस होने का खतरा रहता है।
त्वचा को कोमल और खूबसूरत बनाने के लिए के लिए टैपिओका का इस्तेमाल कर सकते हैं। टैपिओका में विटामिन्स, मिनल्स और एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा को निखारने में मदद करते हैं।
(और पढ़ें – चेहरे को गोरा और सुंदर बनाने के उपाय)
5# टैपिओका उपयोगी है सिरदर्द निवारण में
सिरदर्द एक आम समस्या है जो किसी का भी हो सकता है। लेकिन अगर सिरदर्द रोजाना होता है तो शरीर और मस्तिष्क के दोनों के लिए नुकसानदायक है। अक्सर सिरदर्द होने पर हमें दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करते हैं लेकिन जब तक दवाई का असर रहता है जब तक आराम रहता है। लेकिन दवाइयों का असर खत्म होने के बाद दुबारा सिरदर्द करने लगता है।
सिरदर्द को कम करने के लिए टैपिओका का इस्तेमाल किया जा सकता है। टैपिओका में फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो सिरदर्द को कम करने में मदद करता है।
(और पढ़ें – सिर दर्द के घरेलू उपाय)
6# टैपिओका के गुण रखे बालों का ख्याल
काले और मजबूत बालों के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते हैं। इसके लिए महंगे- महंगे तेल, शैम्पू और अन्य प्रोडक्ट का इस्तेमाल अपने बालों पर करते हैं। लेकिन इससे हमें तभी फायदा मिलता है जब हमारे शरीर में पौष्टिक तत्वों की कोई कमी नहीं होती है।
सफ़ेद बाल और बालों का झड़ना जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए टेपियोका का इतेमाल किया जा सकता है। टैपिओका एक ऐसा स्टार्च है जिसमें प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और अन्य जरुरी तत्व पाए जाते हैं जो बालों के लिए बहुत आवश्यक होते हैं।
(और पढ़ें – झड़ते हुए बालों को रोकने के उपाय)
7# टैपिओका लाभकारी है पाचन तंत्र सुधारने में
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर हमरा पेट अक्सर खराब होता रहता है। शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में पेट का महत्वपूर्ण योगदान होता है। पाचन तंत्र में खराबी आने से कई सारी समस्याएं होने लगती है। इसलिए पाचन तंत्र का मजबूत होने बहुत जरुरी होता है।
टैपिओका में फाइबर और कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा पाई जाती है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने का कार्य करती है। अत: अच्छी पाचन क्रिया के लिए अपने दैनिक जीवन में टैपिओका को शामिल कर सकते हैं।
8# टैपिओका के फायदे वजन बढ़ाने में
स्वस्थ शरीर के लिए संतुलित वजन होना बहुत आवश्यक होता है। जिस प्रकार से ज्यादा वजन होने से परेशानी होती है ठीक उसी प्रकार से ज्यादा वजन कम होना भी एक समस्या है।
जो लोग दुबलेपन की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें अपनी दिनचर्या में टैपिओका को शामिल करना चाहिए। टैपिओका में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक मात्रा में पाई जाती है जो वजन बढ़ाने के इक्छुक लोगों के लिए किसी ओषधि से कम नहीं है।
(और पढ़ें – वजन बढ़ाने के तरीके)
टैपिओका का उपयोग -Uses of Tapioca in Hindi
टैपिओका का इस्तेमाल ज्यादातर भारत के उत्तरी राज्यों में किया जाता है। अभी-अभी ज्यादातर लोग टैपिओका के बारे में अनजान हैं। तो चलिए जानते हैं कि अपने दैनिक जीवन में टैपिओका का उपयोग कैसे कर सकते हैं।
- साबूदाना भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं जो टैपिओका के स्टार्च से बनाया जाता है।
- टैपिओका के जड़ की सब्जी बना कर खा सकते हैं।
- टैपिओका पाउडर का इस्तेमाल करके केक बनाया जाता है जिसे ‘कसावा केक’ कहते है।
- जिस तरह आलू के french fries बनाये जाते है उसी प्रकार से टैपिओका के french fries बनाये जाते है।
- टैपिओका के चिप्स बनाकर खा सकते हैं।
- टैपिओका का उपयोग हलवा और खिचड़ी के रूप कर सकते हैं।
- टैपिओका पाउडर के आटे का इस्तेमाल ब्रेड और मिठाई के रूप में किया जाता है।
टैपिओका के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Tapioca in Hindi
टैपिओका में कई प्रकार के पौष्टिक पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कार्बोहाइड्रेट, कॉपर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैगनीज, फोलिक एसिड, फोलेट, ज़िंक, सेलेनियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड, फॉस्फोरस, विटामिन बी-12, नियासिन, थाइमिन, पैंटोथैनिक एसिड, विटामिन-बी 6 और अन्य एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं।
पोषक तत्व | पोषक तत्वों की मात्रा |
प्रोटीन | 1.4 g |
पोटैशियम | 271 mg |
कैल्शियम | 16 mg |
नियासिन | 0.854 mg |
कार्बोहाइड्रेट | 38.1 g |
विटामिन B6 | 0.088 mg |
सोडियम | 14 mg |
मैग्नीशियम | 21 mg |
विटामिन C | 20.6 mg |
फॉस्फोरस | 27 mg |
ऊर्जा | 160 kcal |
फाइबर | 1.8 g |
वसा | 0.3 g |
टैपिओका के नुकसान – Side Effects of Tapioca in Hindi
किसी भी चीज का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। ठीक इसी प्रकार से टेपियोका का अधिक सेवन से हमारे शरीर को कुछ नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।
- मोटपा से पीड़ित व्यक्तियों को टैपिओका का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो और अधिक वजन बढ़ा सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को टैपिओका का परहेज करना चाहिए।
- कब्ज के रोगियों को टैपिओका का सेवन नहीं करना चाहिए।
- टैपिओका को कभी भी कच्चा नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से साइनाइड नामक जहरीला पदार्थ होता हैं।
- जो लोग मोटी बीमारी से ग्रसित है या किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन कर रहे हैं उन्हें टैपिओका का सेवन नहीं करना चाहिए।
FAQs – Tapioca in Hindi
टैपिओका को हिंदी कसावा, सैगो या साबूदाना भी कहते है।
टैपिओका की तासीर ठंडी होती है। जिन लोगों को अधिक वात-पित्त की समस्या है उनके लिए फायदेमंद होती है।
टैपिओका का साइंटिफिक नाम “Manihot Esculenta Crantz” है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट टैपिओका क्या है और इसके फायदे (Tapioca in Hindi) जरुर पसंद आया होगा. यदि आपके मन में टैपिओका से जुड़े कोई सवाल या जुझाव है तो नीचे कमेंट कर सकते है. इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यदाद सोशल मीडिया पर भी शेयर करें जिससे अन्य लोगो को टैपिओका के बारे में सही जानकारी मिलेगी और लोग अपने दैनिक जीवन में इसका इस्तेमाल करेंगे।
Tapioca ki kheti ke liye plant kahan milega.