कॉर्नफ्लोर क्या है और इसके फायदे | Corn Flour in Hindi

Corn Flour in Hindi – हमारे देश में विभिन्न-विभिन्न प्रकार के अनाज उगाये जाते हैं. जिनमे से कई आनाजो में पोषक तत्व पाए जाते है. उन्ही पोषक अन्य में से एक है कॉर्नफ्लोर.आज के इस पोस्ट में हम Corn Flour के बारे में विस्तार से जानेंगे.

कॉर्न फ्लोर में मिनरल्स, विटामिन के साथ कई सारे पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं जिसका सेवन करने से शरीर स्वस्थ्य  एवं हेल्दी रहता है. आगे इस पोस्ट में हम जानेगे कि  कॉर्न फ्लोर का सेवन किस प्रकार करें और फायदे के बारे में भी जानेंगे.

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कॉर्न फ्लोर क्या है – What is Corn Flour in Hindi

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कॉर्नफ्लोर क्या है को Corn Starch या मक्का के स्टार्च भी कहा जाता है. कॉर्नफ्लोर सफ़ेद कलर का पतला पाउडर होता है. जो देखने में बिलकुल ब्रेकिंग सोडा की तरह दिखाई देता है.

कई देशों जैसे इटली, फ़्रांस में कॉर्नफ्लोर को माइज़ेना (Maizena) के नाम से जाना जाता है.कॉर्नफ्लोर एक पौष्टिक पावडर माना जाता है जिसक इस्तेमाल कई रेसिपी बनाने में किया जाता है.

इसमें विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा पायी जाती है जो शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है.

कॉर्नफ्लोर और मक्के के आटे में अंतर – Difference b/w Maze Flour and Corn Flour in Hindi

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कई लोग मक्के के आटे (maize flour) और कॉर्न फ्लोर (Corn Flour) को एक ही समझ लेते हैं जिससे रेसिपी बानाने में गड़बड़ी हो जाती है. अब हम मक्के के आते और कॉर्न फ्लोर के बीच में कुछ अंतर बताने जा रहे है जिससे आपके मन से इन दोनों से जुड़े सभी गलतफ़हमी दूर हो जाएगी.

जब मक्के के दानों को धूप में अच्छी तरह से सुखाकर उसे चक्की में पीसकर जो आटा प्राप्त होता है उसे मक्के का आटा (Maze Flour) कहते है. इसका आटा पीला रंग का होता है. मक्के का आटा दरदरा या बारीक दोनों ही प्रकार के होते है.

मक्के के उपरी भाग को सीड कवर (Seed Cover) कहते है, जबकि मक्के के आन्तरिक भाग को इंडोस्पर्म (Endosperm) कहा जाता है. इसी आतंरिक भाग इंडोस्पर्म जो सफ़ेद रंग का होता है. इसे सुखाकर, पीसकर कर जो आटा निकलता है उसे कॉर्न फ्लोर (Cornflour) कहा जाता है. कॉर्न फ्लोर सफेद रंग का और महीन बारीक पाउडर की तरह होता है. जोकि बहुत हद मैदा की तरह होता है.

कॉर्नफ्लोर के उपयोग – Uses of Corn Flour in Hindi

कॉर्नफ्लोर स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक होता है. कॉर्न फ्लोर पाउडर का इस्तेमाल कई स्वादिष्ट व्यंजनों को बनाने में किया जाता है.

यदि आप जानना चाहते हैं कि कॉर्नफ्लोर का उपयोग कैसे और किन-किन व्यजनों में किया जाता है तो नीचे दी गई जानकारी पढ़ें.

  1. आलू टिक्की, केला टिक्की, पोहा टिक्की को क्रिस्पी बनाने के लिए कॉर्न फ्लोर पाउडर इस्तेमाल किया जाता है.
  2. कॉर्नफ्लोर का उपयोग सूप, सॉस ,सब्जी की ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए किया जाता है.
  3. आइसक्रीम में फ्लेवर के लिए कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल किया जाता है.
  4. गुलाब जामुन, रस मलाई, छैना में कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल किया जाता हैं.
  5. हलवा और कुकीज में भी कॉर्नफ्लोर का उपयोग किया जा सकता है.
  6. मंचूरियन की ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए कॉर्नफ्लोर पाउडर डाल दिया जाता है.
  7. कॉर्नफ्लोर का उपयोग दूध को गाढ़ा करके आइसक्रीम बनाने में किया जाता है.
  8. खाने के व्यंजन के अलावा कॉर्नफ्लोर का उपयोग बेबी पावडर बनाने किया जाता है.
  9. कॉर्नफ्लोर का उपयोग बायोप्लास्टिक और एयरबैग बनाने में किया जाता है.
  10. चिकित्सा के क्षेत्र में भी कॉर्नफ्लोर का उपयोग किया जाता है.

कॉर्न फ्लोर के फायदे – Benefits of Corn flour in Hindi

कॉर्नफ्लोर का सेवन करने से शरीर स्वस्थ और हेल्दी रहता है. कॉर्न फ्लोर के और क्या क्या फायदे होते है नीचे विस्तार से जानते हैं.

1.कॉर्न फ्लोर खाने के फायदे सूजन कम करने के लिए

कई बार शरीर के किसी भी भाग में सूजन होने लगती है और इसका कारण हो सकता है ज्यादा खटाई खाना या किसी प्रकार की चोट लगना या अन्य कारण हो सकते हैं. लेकिन शरीर में सूजन किसी भी कारण से हो उसे ठीक करना बहुत आवश्यक होता है.

सूजन को कम करने के लिए आप कॉर्नफ्लोर पाउडर का सेवन कर सकते हैं. कॉर्नफ्लोर में पॉलीफेनोल्स एंटीओक्सिडेंट (Polyphenols antioxidants) तत्व की भरपूर मात्रा पायी जाती है जो सूजन को धीरे-धीरे कम करने में असरदार होता है.

2.कॉर्न फ्लोर पाउडर फायदेमंद होता है आंतों के लिए

जब हम भोजन करते हैं तो पाचन तंत्र भोजन को पचती है और आँतों (intestines) के माध्यम से ही पचा हुआ अवशिष्ट पदार्थ मल के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है.

यदि आँतों में किसी भी प्रकार की समस्या होती होती है तो हानिकारक पदार्थ शरीर से नहीं निकल पाते और आँतों में जमा होने लगता है जो गैस, कब्ज, बबासीर जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. इसलिए आँतों को स्वस्थ रखना बहुत आवश्यक होता है.

आंतों को हेल्दी रखने में कॉर्नफ्लोर पाउडर बहुत असरदार होता है. इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो आंतों को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है.

3.कॉर्न फ्लोर का फायदा होता है वजन बढाने में

जितना आवश्यक है मोटे लोगो को पतला होना उतना ही जरुरी होता है पतले लोगो को मोटा होना. क्योकि बीमारियाँ दोनों लोगो को ग्रसित कर सकते है इसलिये शारीरिक फिट रहना बहुत जरुरी होता है.

जब शरीर में विटामिन और अन्य पोषक तत्त्व की कमी होती है तो वजन कम होने लगता है इसके अलावा शारीरिक कमजोरी होने लगती है. कॉर्नफ्लोर में विटामिन और अन्य पोषक तत्त्व मौजूद होते है जो शरीर को हेल्दी बनाने में सहायक होता है.
(और पढ़ें – वजन बढ़ाने के तरीके)

4.कॉर्न फ्लोर असरदार है एनीमिया रोगियों के लिए

मनुष्य के शरीर में आयरन, मिनरल्स के साथ-साथ कई पोषक तत्व का होना बहुत आवश्यक है. नहीं तो शरीर कमजोर और बिमारियों से ग्रसित होने लगता है. आपको बता दें कि हमारे शरीर में आयरन के द्वारा ही हीमोग्लोबिन बनता है.

यदि शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होती है तो हमारा शरीर में एनीमिया (खून की कमी) की बीमारी हो जाती है. जो लोगो एनीमिया बीमारी से ग्रसित हैं उन्हें अपने आहार में कॉर्नफ्लोर शामिल करना चाहिए.

कॉर्नफ्लोर में विटामिन बी 12, फोलिक एसिड और आयरन की भरपूर मात्रा पायी जाती हैं जो एनीमिया को ठीक करने में असरदार होता है
(और पढ़ें – हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाये)

5.फ्री रेडिकल्स के खतरे कम करने में इस्तेमाल करें कॉर्नफ्लोर

मानव शरीर में कई प्रकार की कोशिकायें होती है, जिनमे से स्वस्थ कोशिकाओं से ही शरीर रहता है. जब हम भोजन करते है तो फ्री रेडिकल्स भोजन करने के उपरान्त निकलते हैं निकलते है और कुछ शरीर में पहले से ही मौजूद रहते हैं.

ये रेडिकल्स शरीर के लिए हानिकारक होते है इनसे डीएनए प्रभावित होता है. यदि आप फ्री रेडिकल्स से शरीर की रक्षा करना चाहते हैं तो कॉर्नफ्लोर पाउडर सेवन करें. कॉर्नफ्लोर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पदार्थ मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के खतरे से मानव शरीर को बचाते हैं.

6.Corn Flour के फायदे त्वचा रोग में

बदलते मौसम के अनुसार कई बार लोगो त्वचा सम्बन्धी रोग हो जाते हैं जैसे खुजली, सूजन एलर्जी इत्यादि. लेकिन हमें शरीर के किसी प्रकार के रोगों को अनदेखा नहीं करना चाहिए.

कॉर्नफ्लोर में एंटीऑक्सीडेंट , प्रोटीन,विटामिन ए और विटामिन ई की प्रचुर मात्रा पायी जाती है जो कि त्वचा सम्बन्धी रोगों को ठीक करने में सहायता प्रदान करते हैं.
(और पढ़ें – चेहरे को गोरा और सुंदर बनाने के उपाय)

7.कॉर्न फ्लोर उपयोगी है आंखो के लिए

आँख हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है. आज के दौर में आँखों की समस्या कई लोगो को है और इसका कारण हो सकता है ज्यादा मोबाइल या कंप्यूटर चलाना, देर रात तक जागना, खाने पीने पर ध्यान न देना.

जिन लोगो को आँखों में कोई समस्या है उन्हें कॉर्नफ्लोर का सेवन करना चाहिए. कॉर्नफ्लोर में विटामिन ए और कैरोटिनाइड की भरपूर मात्रा मौजूद होती है जो आँखों की रोशनी बढाने में लाभदायक होता है.
(और पढ़ें – आंखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू उपाय)

8.कॉर्न फ्लोर फायदेमंद है ब्लड प्रेशर रोगियों के लिए

ब्लड प्रेशर को हाइपरटेंशन भी कहा जाता है जिससे कई लोग प्रभावित होते है. यह एक आम बीमारी है जो गलत खान-पान, अत्यधिक तनाव और मोटापा के कारण हो सकती है.

यदि समय रहते इस बीमारी का इलाज नहीं किया जाए तो ह्रदय रोग हो सकता है.ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करने के लिए कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल करना चाहिए.कॉर्नफ्लोर में फाइबर, विटामिन,ओमेगा-3 फैटी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद रहते हैं जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं.
(और पढ़ें – ब्लड प्रेशर को जड़ से खत्म करने का उपाय)

9.कॉर्न फ्लोर फायदेमंद है गर्भावस्था महिलाओ के लिए

डॉक्टर गर्भावस्था के दौरान हर महिलाओ को पौष्टिक आहार लेने कि सलाह देते हैं. ताकि गर्भ में पल रहा बच्चा स्वस्थ और हेल्दी रहे.गर्भावस्था महिलाओ को कॉर्नफ्लोर का सेवन करना चाहिए इससे माँ और बच्चे को आवश्यक पोषक तत्त्व मिल जाते हैं.

कॉर्नफ्लोर में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट विटामिन्स और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते है जो गर्भावस्था महिलाओ के लिए लाभकारी होता है.

10.कॉर्न फ्लोर असरदार याददाश्त बढानें में

कुछ लोगो को जल्दी भूलने की समस्या होती है और उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह समस्या भी बढ़ती जाती है इसका कारण हो सकता है खान-पान पर ध्यान न देना,देर रात तक जागना, ज्यादा मोबाइल या कंप्यूटर चलाना, धूम्रपान और शराब का सेवन करना इत्यादि.

मेमोरी पॉवर को बढानें के लिए कॉर्नफ्लोर का सेवन करें. कॉर्नफ्लोर में कार्बोहाइड्रेट उच्च मात्र में पाया जाता है जो याददाश्त बढानें के साथ साथ मस्तिष्क के कोशिका तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है.

कॉर्न फ्लोर के नुकसान – Side Effects of Corn Flour in Hindi

दुनिया में हर किसी के दो पहलू होते हैं ठीक इसी प्रकार से कॉर्नफ्लोर के भी फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी है. तो आइये जानते है कॉर्नफ्लोर के क्या नुकसान होते हैं.

  1. कॉर्नफ्लोर का अधिक सेवन करने से पाचन क्रिया बिगड़ सकती है.
  2. डायबिटीज एवं मोटापा की बीमारी से ग्रसित लोगों को कॉर्नफ्लोर सेवन नहीं करना चाहिए.
  3. कॉर्नफ्लोर में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है लेकिन यदि इसका सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए तो एलडीएल को बढ़ा सकता हैं जोकि एक खराब कोलेस्ट्रॉल होता है जो शरीर को नुकसान पंहुचा सकता है.
  4. मकई को कच्चा नहीं खाना चाहिए इससे आपका पेट ख़राब हो सकता है.
  5. कॉर्नफ्लोर का ज्यादा सेवन करने से त्वचा पर चकते निकल सकते हैं.

कॉर्नफ्लोर में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Nutritional Value in Corn Flour in Hindi

यदि भोजन में पौष्टिकता के साथ पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मौजूद न हो तो ऐसा भोजन करने से शरीर में नुकसान पहुच सकता है. इसलिए हमेशा पौष्टिक आहार करना चाहिए.

कॉर्नफ्लोर में प्रोटीन,कार्बोहाइड्रेट,विटामिन और अन्य पोषक तत्त्व के भरपूर मात्रा पायी जाती है जिसका सेवन करने से शरीर स्वस्थ और हेल्दी रहता है. तो आईये अब जानते हैं कॉर्नफ्लोर में कौन-कौन से पोषक तत्त्व पाए जाते हैं और उनकी कितनी मात्रा होती हैं.

पोषक तत्व पोषक तत्वों की मात्रा
प्रोटीन 1.1 ग्राम
फाइबर 1.2 ग्राम
कैल्शियम 16.9 mg
फास्फोरस 26.7 mg
कार्बोहाइड्रेट 9.1 ग्राम
पोटैशियम 35.7 mg
एनर्जी 44 कैलोरीज
मैग्नीशियम 13.2 mg
जिंक 0.22 mg
फैट 0.5 ग्राम
आयरन 0.86 mg
विटामिन बी 1 (थियामाइन) 0.17 mg
विटामिन बी 2 (थियामाइन) 0.09 mg
विटामिन बी 3 (थियामाइन) 1.17 mg
फोलेट विटामिन बी 9 27.9 एमसीजी

कॉर्न फ्लोर हलवा – Recipe of Cornflour in Hindi

कॉर्न फ्लोर हलवा बनाने के लिए किन सामग्री की जरुरत पड़ती है.

  • 100 ग्राम कॉर्न फ्लोर
  • 100 ग्राम घी
  • 10-15 काजू बारीक़ कटे हुए
  • 100 ग्राम चीनी
  • 1 चुटकी फ़ूड कलर

कॉर्न फ्लोर हलवा बनाने का तरीका

  1. सबसे पहले आपको एक बर्तन मे चीनी और 1/3 कटोरी पानी मिलाकर उबलने के लिए रख दे.

  2. अब दूसरे बर्तन मे कॉर्न फ्लोर और 1 कप पानी डालकर अच्छी तरह मिला लें.

  3. चाशनी उबलने पर कॉर्न फ्लोर का घोल चाशनी मे डालकर अच्छी तरह मिलाकर चलाते रहे ध्यान रहे कि बर्तन मे नीचे लगना नहीं चाहिए.

  4. फिर उसमे 1 चम्मच घी और कलर डालकर चला दें.

  5. 1 मिनट बाद फिर 1 चम्मच घी डालकर चला दें.

  6. फिर 1 मिनट बाद बचा हुआ घी और कटे हुए काजू डालकर चला दें.

  7. अब आपका हलवा तैयार हो चुका है. उसे किसी थाली में निकालकर ठंडा होने दे

  8. ठंडा होने के बाद यह थोडा कड़ा हो जाएगा.

  9. अब इसके पीस काट ले. बस अब हमारा स्वादिष्ट कॉर्न फ्लोर हलवा तैयार है.

FAQs – Corn Flour in Hindi

प्रश्न 1 कॉर्न फ्लोर को हिंदी में क्या बोलते हैं?

कॉर्न फ्लोर को हिंदी में मक्के का आटा कहा जाता है.

प्रश्न 2 कॉर्नफ्लोर का उपयोग क्या है?

कॉर्नफ्लोर का उपयोग मुख्य रूप से रसोईघर में स्वादिस्ट व्यंजनों को बनाने में किया जाता हैं, इसके अलावा यह कुछ बीमारियों के लिए मेडिकल थेरेपी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.

प्रश्न 3 क्या गर्भावस्था में कॉर्न फ्लोर का सेवन करना चाहिए है?

हां, गर्भावस्था महिलाएं कॉर्न फ्लोर का सेवन कर सकती है लेकिन इसके सेवन से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

प्रश्न 4 क्या कॉर्न फ्लोर और मक्के के आटा अलग अलग है?

हाँ, मक्के के दानों को पीसकर जो आटा प्राप्त होता है उसे मक्के का आटा कहते है. जबकि मक्के के आतंरिक भाग इंडोस्पर्म जो सफ़ेद रंग का होता है उसे पीकर जो आटा बनता है उसे कॉर्न फ्लोर कहते है.

प्रश्न 5 कॉर्नफ्लोर में कौन- कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?

कॉर्नफ्लोर में प्रोटीन,कार्बोहाइड्रेट,फाइबर,विटामिन,आयरन और अन्य पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं.

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट कॉर्न फ्लोर क्या है (Corn Flour in Hindi) जरुर पसंद आयी होगी.अब आप भी जान गएँ होगे कि कॉर्न फ्लोर का सेवन करने से शरीर को कितने स्वाश्य वर्धक लाभ मिलते है. इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर भी शेयर करें जिससे अन्य लोगो के बीच Makki ka Atta के प्रति जागरूकता फैलेगी.

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