Cinnamon in Hindi – दालचीन एक ऐसा मसाला जो हर रसोई घर में इस्तेमाल किया जाता है.आयुर्वेद में दालचीनी बहुत आवश्यक और फायदेमंद औषधि बताया गया है. आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी का इस्तेमाल करने से शरीर स्वस्थ और कई रोगों का इलाज करने में मदद करता है.
दालचीनी को मसालों की रानी भी काहा जाता है.दालचीनी एक ऐसा मसाला है, जिसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के कम, बल्कि इसका उपयोग आयुर्वेदिक और एलोपैथिक दवाओं में भी किया जाता है.आज के इस पोस्ट मे हम दालचीनी से जुड़ी जानकारी विस्तार जानेंगे.
दालचीनी क्या है – What is Cinnamon in Hindi
दालचीनी एक औषधीय एक मसाला है. दालचीनी की छाल, तेजपत्ता की वृक्ष छाल के मुकाबले ज्यदा पतली, पीली, और अधिक खुशबूदार होती है. देखने में दालचीनी भूरे रंग की मुलायम, और चिकनी होती है. दालचीनी सदाबहार पौधा होता है जो मुख्य रूप से ष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है.
दालचीनी के पेड़ की अंदरूनी छाल से दालचीनी मसाला बनाया जाता है.दालचीनी के पेड़ की पत्तियों को मलने पर इससे तीखी गंध आती है.दालचीनी का पेड़ की लम्बाई लगभग 18 मीटर तक होती है. दालचीनी की उत्त्पत्ति सर्वप्रथम श्रीलंका में हुई थी और इसकी खोज एक पुर्तगालियों ने किया था.
भारत में दालचीनी का सर्वाधिक उत्पादन केरल और तमिलनाडू राज्य में किया जाता है.दालचीनी का हिंदी नाम (Cinnamon in Hindi Name) – दालचीनी, दारुचीनी है.
दालचीनी के फायदे क्या क्या है – Benefits of Cinnamon in Hindi
दालचीनी एक औषधि मसाला है जिसका सेवन करने से स्वास्थ लाभ होता है। दालचीनी का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा कई बिमारियों को ठीक करने में किया जाता है. तो चलिए जानते हैं कि Dalchini ke fayde -दालचीनी के फायदे क्या क्या है.
1 हृदय स्वस्थ्य के लिए दालचीनी के फायदे
जब शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है तब ह्रदय रोग होने का खतरा बढ़ जाता है. ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम बहुत जरुरी होता है तभी आप ह्रदय स्वस्थ रहेगा.
दालचीनी सिनामिक एसिड और एंटी-इंफ्लामेटरी तत्त्व मौजूद होते है खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके ह्रदय स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. अलके अलावा ह्रदय की सूजन को कम करने के लिए भी दालचीनी का सेवन कर सकते है.
दालचीन और शहद को मिलाकर खाने से ह्रदय से सम्बंधित बीमारियाँ जैसे हाई ट्राइग्लिसराइड, हाई ब्लड प्रेशर से छुटकारा मिलता है.
2 शुगर में दालचीनी के फायदे
शरीर में रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है तो उसे डायबिटीज या मधुमेह रोग कहा जाता है.डायबिटीज होने का कारण आनुवांशिक या उम्र बढ़ने पर या मोटापे के कारण या अत्य तनाव हो सकता है.
मधुमेह एक ऐसा रोग है जिसमें व्यक्ति को काफी खाने में बहुत परहेज करना पड़ता है खासकर ऐसी चीजे जिनमे शर्करा की मात्रा ज्यादा होती है.दालचीनी में पॉलीफेनॉल्स सीरम मौजूद होता है जो रक्त में शकरा और इंसुलिन के स्तर को कम करता है जिससे डायबिटीज रोगियों को इसका जबरदस्त फायदा पहुँचता है.
सुबह के नास्ते में दालचीनी पाउडर (Cinnamon Powder in Hindi) को दलिया या अन्य भोज्य पदार्थ में छिड़कर सेवन कर सकते हैं इसके आलवा शाम की चाय या काफी में मिलाकर पी सकते हैं.
(और पढ़ें – शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय)
3 मोटापा को कम में दालचीनी के फायदे
भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में आजकल बढ़ता वजन या मोटापा से हर दूसरा-तीसरा व्यक्ति परेशान है और यह बहुत चिंता का विषय है.मोटापा कम करने के लिए लोग बहुत सारे तरीकों को अपनाते है जैसे- जिम जाना, खाने में परहेज करना, डाइटिंग करना और कई दवाइयों का सेवन करना लेकिन इस सब उपाय करने के वावजूद भी उसके बाद भी दुबले नहीं हो पाते है.दालचीनी का सेवन करने से काफी हद तक मोटापा को कम किया जा सकता है.
दालचीनी में विटामिन सी और कैल्शियम प्रचुर मात्रा पायी जाती है. जो वजन कम करने में काफी मददगार शाबित होता है. रोजाना सुबह खाली पेट एक चम्मच दालचीनी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर खाने से शरीर में ज़मा अतिरिक्त चर्बी कम होने लगती है.
(और पढ़ें – मोटापा कम करने का रामबाण उपाय)
4 कैंसर के इलाज में फायदेमंद है दालचीनी
कैंसर एक गंभीर बिमारी है जिसका जितना जल्दी इलाज हो जाए उतना अच्छा होता है.दालचीन को कैंसर इलाज में कारगर माना जाता है. यह कैंसर की कोशिकाओं के विकास को कम करने और उन्हें फैलने से रोकने में मदद करती है.
दालचीनी में एंटी कैंसर, एंटी-ऑक्सीडेंट और इंफ्लेमेटरी जैसे तत्त्व मौजूद होते है जिसका सेवन करने से कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.
5 फंगल संक्रमण से बचाव में असरदार है दालचीनी
फंगल इंफेक्शन एक आम संक्रमण है, जब किसी व्यक्ति में फंगल इंफेक्शन तब होता है तो शरीर की इम्यूनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाते है जिससे शरीर बिमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं होता है.फंगल इंफेक्शन होने पर पैरों में खुजली, पैरों के नाखूनों का पीला , त्वचा पर लाल चकत्ते बनना और उनके चारों तरफ खुजली होना, पसीना आने पर ज्यादा खुजली होना जैसे कुछ लक्षण होते हैं.
दालचीनी के का सेवन करने से फंगल इंफेक्शन को कम किया जा सकता है. दालचीनी में एंटीबायोटिक, एंटीवायरल, एंटी-माइक्रोबियलएं गुण होते हैं, जो फंगल संक्रमण से शरीर को बचाने में मदद करते हैं.
6 दालचीनी की चाय के फायदे दिमाग को बनायें कार्यशील
भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में अक्सर लोग चिंता और घबराहट से परेशान रहते है. दालचीनी का सेवन करने से शारीरिक रोग के साथ-साथ मानसिक रोगों को भी ठीक किया जा सकता है.
दालचीनी कैल्शियम, फाइटोकेमिकल्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा पायी जाती है जो मानशिक तनाव दूर करने के साथ साथ मस्तिष्क को कार्यशील बनाने में मदद करते है. आप रोजाना दालचीनी की चाय बनाकर सेवन कर सकते हैं.
दालचीनी की चाय बनाने की विधि
- सबसे पहले पानी को हल्का गर्म करें.
- अब उसमें दालचीनी की छाल या पाउडर मिलाएं.
- इसे लगभग 5 मिनट तक पकने दें.
- इसके बाद स्वादनुसार चीनी या शहद मिलाकर सेवन करें या चाहें तो बिना चीनी व शहद के भी सेवन कर सकते हैं.
7 दालचीनी असरदार है कोलेस्ट्रॉल को कम करने में
यदि किसी व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाए तो उसे कई गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है जैसे हार्ट अटैक,सीने में दर्द, दिल से सम्बंधित बीमारियां, थकान, आदि.दालचीनी का सेवन करने से दालचीनी कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है.
दालचीनी में मौजूद कैल्शियमऔर एंटी-ऑक्सीडेंट तत्त्व ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल बनाने में मदद करते हैं. चाय या काफी में दालचीनी पाउडर डाल सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण किया जा सकता है.
(और पढ़ें – कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज)
8 दालचीनी के लाभ जोड़ों के दर्द में
बढ़ती उम्र के साथ जोड़ो और घुटनों में दर्द होना एक आम बिमारी है. इस बीमारी के कारण जोड़ों में सूजन उत्पन्न होने पर गठिया रोग हो जाता है.दालचीनी का सेवन करने से गठिया दर्द से राहत मिल सकती है.
दालचीनी में कैल्शियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और प्रोटीन प्रचुर मात्रा पायी जाती हैं जो जोड़ो के दर्द और गठिया को ठीक करने में लाभकारी होते हैं. रोजाना सुबह शाम 1 चम्मच शहद के साथ आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर सेवन करने से गठिया के दर्द में काफी राहत मिलती है.
(और पढ़ें – गठिया को जड़ से खत्म करने के उपाय)
9 दालचीनी पाउडर रखे त्वचा का ख्याल
बदलते मौसम और गलत जीवन शैली त्वचा को खराब करके उसे रूखा और बेजान बना देती है.हर किसी की इच्छा होती है कि उसका चेहरा सुंदर दिखाई दे. इसके लिए तरह तरह की क्रीम, पाउडर और दवाइयों का सहारा लेते हैं.
इन सब के वावजूद सुन्दर त्वचा नहीं मिलती.दालचीनी के इस्तेमाल से शरीर की त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनाया जाता है.दालचीनी में पाए जाने वाले तत्वा चेहरे की मृत कोशिका हटाकर वहां पर रक्त और आक्सीजन पहुचाते है जिससे त्वचा हेल्दी और चमकदार दिखने लगती है.
दालचीनी पाउडर (Cinnamon Powder in Hindi) में शहद और नींबू मिलकार पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने से मुहांसों और दाग-धब्बों की समस्या से छुटकारा मिलता है.
(और पढ़ें – चेहरे को गोरा और सुंदर बनाने के उपाय)
10 पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक है दालचीनी
पाचन तंत्र हमारे शरीर का आधारशिला होता है, इसके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए.आपको बता दें कि शरीर में जितने भी रोग होते है उनमे से 40% केवल पाचन क्रिया बिगड़ने के कारण होते हैं.
पाचन तंत्र ख़राब होने से कई समस्यायें होने लगती हैं जैसे कब, गैस, पेट दर्द,दस्त,सीने में दर्द इत्यादि.
दालचीनी पेट और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में बहुत फायेदेमंद होता है.दालचीनी में कैल्शियम, एंटी-बैक्टीरियल और माइक्रोबियल तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने का काम करते हैं.
(और पढ़ें – सुबह उठते ही पेट साफ होने के उपाय)
11 दालचीनी के औषधीय गुण बनाये हड्डियों को मजबूत
एक उम्र के बाद हड्डियों का कमजोर होना आम बात बात है लेकिन यदि आप अनियमित खान-पान और बुरी आदतों शिकार हैं तो उम्र से पहले ही आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. आपको बता दें कि सिर्फ 25 साल की उम्र तक ही शरीर की सभी हड्डियां मजबूत होती हैं. 35 साल बाद से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं.
हड्डियां कमजोर पर आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे शारीरिक कमजोरी हड्डियों में दर्द और अधिक भार उठाने से हड्डियां टूटने का खतरा होता है.
हड्डियों को मजबूत बनाने दालचीनी के जबरदस्त फायदे देखने को मिलते हैं.दालचीनी में प्रोटीन और कैल्सियम की भरपूर मात्रा पायी जाती है जो हड्डियों के दर्द दूर करके उन्हें मजबूत करने में मदद करता है.दालचीनी के तेल से शरीर की मालिस करने से शरीर का में राहत और हड्डियां मजबूत होती हैं.
12 दालचीनी का इस्तेमाल श्वसन संक्रमण को दूर करने में
श्वसन संक्रमण को दूर करने में दालचीनी बहुत कारगर माना जाता है.श्वसन संक्रमण से फेफड़ों के अंदर मौजूद सांस नली में सूजन और संक्रमण हो जाता है. इस कारण रोगी को सांस लेने में तकलीफ,घबराहट और सीने में जलन होने लगती है. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए दालचीनी का सेवन करना चाहिए.
दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल तत्त्व पाए जाते है जो श्वसन संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं.श्वसन संक्रमण के घरेलू इलाज में दालचीनी पाउडर में नींबू का रस सेवन कर सकते हैं.
इसके अलावा यदि आपको सामान्य सर्दी या खाँसी है तो दालचीनी के एक-चौथाई चमच्च में दालचीनी पाउडर लेकर उसमे शहद मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें. रोजाना नाश्ते के बाद और सोने से पहले इस पेस्ट का सेवन करें.
13 स्वस्थ बालों के लिए दालचीनी का उपयोग करें
स्वस्थ और घने बाल सूबसूरती में चार चाँद लगा देते है, इसलिए बाल को सर का ताज माना जाता है. आजकल गलत खान-पान और प्रदूषित वातावरण के कारण बालो से जुडी कई सारी समस्याएं देखने को मिलती हैं जैसे-बालों का झाड़ना,बाल पतले होना,समय से पहले बाल सफ़ेद हो जाना आदि.
दालचीनी का सेवन करने से बालों को स्वस्थ और घने होने लगते हैं.बालों के लिए दालचीनी के घरेलू उपाय में दालचीनी की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना ले और इसे बालो पर लगायें. इसके अलावा दालचीनी की पत्तियों पानी में उबालकर, ठंडा होने के बाद उससे बाल धोने से बाल की जड़े मजबूत और बाल गिरना बंद हो जाते हैं.
(और पढ़ें – झड़ते हुए बालों को रोकने के उपाय)
14 दालचीनी के गुण स्वस्थ आंखों के लिए
आँख हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है. उम्र बढ़ने के साथ साथ आँखे कमजोर होना आम बात है. लेकिन यदि गलत खान-पान,खराब जीवनशैली और प्रदूषित वातावरण के कारण भी आँखों में कई समस्याएं होने लगती है जैसे आँखों में आंसू आना, अंको में सूजन आना, आँखों में दर्द होना, आँखों की रौशनी का कम होना आदि.
दालचीनी का सेवन करने से आंखे स्वस्थ और आंखों की रोशनी तेज होती है.
(और पढ़ें – आंखों का धुंधलापन दूर करने के घरेलू उपाय)
15 दालचीनी के सेवन याददाश्त तेज करने के लिए
ढलती उम्र के साथ मनुष्य की याददाश्त कमजोर होना लाजमी है. लेकिन आजकल कम उम्र के लोग में इसका शिकार हो रहे हैं. और इसके कुछ कारण हो सकते हैं जैसे खराब जीवनशैली, पोष्टिक आहार की कमी, नशे का सेवन करने से.
दालचीनी के सेवन करने से याददाश्त अच्छी होती है. दालचीनी में विटामिन, प्रोटीन और अन्य पोष्टिक तत्त्व मौजूद होते है जो मरोरी पॉवर बढाने में मदद करते हैं.
दालचीनी का उपयोग – Uses of Cinnamon in Hindi
दालचीनी का सेवन करने से पहले दालचीनी का सेवन कब, कैसे और कितनी मात्रा में करना चाहिए है. इस बात की जानकारी होना बहुत आवश्यक है. तो चलिए निचे विस्तार से जानते हैं.
- दालचीनी पाउडर को कई स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ सेवन कर सकते हैं जैसे टोस्ट और पेस्टी के साथ.
- दालचीनी पाउडर को दूध के साथ पी सकते हैं.
- इसे गुनगुने पानी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं.
- दालचीनी को शहद के साथ मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं.
- दालचीनी के तेज का इस्तेमाल बालो के लिए,सिरदर्द, जोड़ो में दर्द इत्यादि.
दालचीनी में मौजूद पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Cinnamon in Hindi
दालचीनी में सोडियम, कैल्शियम, कार्बोहायड्रेट, पोटेशियम, जिंक, विटामिन और अन्य पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा पायी जाती हैं. जो शरीर को हेल्दी और कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है.
तो आइये जानते हैं कि दालचीनी में कौन-कौन से पोषक तत्व और उनकी कितनी मात्रा मौजूद रहती है.
पोषक तत्व | पोषक तत्वों की मात्रा |
प्रोटीन | 3.99 ग्राम |
फैट | 1.24 ग्राम |
कैल्शियम | 1002 mg |
फास्फोरस | 64 mg |
कार्बोहाइड्रेट | 80.59 ग्राम |
सोडियम | 10 mg |
शुगर | 2.17 g |
मैग्नीशियम | 60 mg |
जिंक | 1.83 mg |
कॉपर | 0.339 mg |
आयरन | 8.32 mg |
विटामिन सी | 3.8 mg |
विटामिन बी 6 | 0.022 mg |
विटामिन ई | 2.32 mg |
फोलेट | 6 µg |
दालचीनी के नुकसान – Side Effects of Cinnamon in Hindi
दालचीनी एक बहुत फायदेमंद आयुर्वेदिक मसाला है. लेकिन इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपको नुकसान हो सकता है.
तो आइये जानते हैं कि दालचीनी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से क्या क्या नुकसान हो सकते हैं.
- जिन लोगों को गैस,एसिडिटी की समस्या है उनको दालचीनी का सेवन करने से बचना चाहिए.
- दालचीनी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपका लीवर खराब हो सकता है.
- दालचीनी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से शरीर ग्लूकोज का स्तर गिर सकता है,जिससे शरीर में सुस्ती महसूस होने लगती है.
- यदि दालचीनी को सीधा त्वचा पर लगाने से जलन और लाल धब्बे हो सकते हैं.
- दालचीनी गर्म होने के कारण कुछ लोगों को इसका सेवन करने से एलर्जी होती है.
- गर्भवति महिलाओ दालचीनी का सेवन करने से पहले किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए.
- डायबटीज रोगियों को दालचीनी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की जरुर सलाह लेना चाहिए.
FAQs- Cinnamon in Hindi
दालचीनी की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका इस्तेमाल सर्दी-जुकाम, खासी जैसी समस्याओ से निपटने के लिए किया जाता है.इसके अलावा पेट की चर्बी, वजन घटाने और डायबिटीज जैसी बिमारियों के इलाज में किया जाता है.
दालचीनी की चाय का सेवन करने से शरीर को कई स्वस्थ लाभ मिलते हैं जैसे वजन कम करने, ह्रदय को स्वस्थ रखने,मासिक धर्म में फायदा,कोलेस्ट्रोल और शुगर को कम करने में फायदेमंद होता है.
दालचीनी का इस्तेमाल करके कैंसर जैसे रोग पर नियंत्रण किया जा सकता है. गर्म पानी में दालचीनी पाउडर और शहद का सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे शरीर बीमारियों से खुद लड़ सकता है.
100 ग्राम दालचीनी की कीमत 50 रूपये है. इसे आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह से खरीद सकते हैं.
एक दिन में 5 मिलीग्राम दालचीनी 60 किलो वजन के एक व्यक्ति के लिए पर्याप्त होता है. यह मात्रा एक चम्मच से भी काफी कम होती है.
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट दालचीनी क्या है (Cinnamon in Hindi) और दालचीनी के फायदे क्या क्या है? जरुर पसंद आई होगी. यदि आपके मन में दालचीनी से जुड़े कोई सवाल या सुझाव है तो निचे कमेंट कर सकते है. इसके अलावा इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर भी शेयर करें जिससे अन्य लोगो को Dalchini ke fayde के बारे में सही जानकारी मिलेगी.