क्या आप जानते हैं कि गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है (Goldfish Ka Scientific Name Kya Hai)। यदि आप एक छात्र है और किसी कम्पटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहे है तो तो आपने गोल्डफिश में जरुर सुना होगा। और ये भी जानने की इच्छा होती ही होगी कि गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है।
गोल्डफिश एक सुनहरी मछली है जिसे आप Pet fish भी कह सकते हैं। क्योंकि गोल्डफिश को लोग अपने घरों में सजावटी के रूप में रखते हैं और इसका रख रखाव और खाने की व्यस्था भी अच्छे से करते हैं। आज इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे कि गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है। तो इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें।
गोल्डफिश क्या है – What is Goldfish in Hindi
गोल्ड फिश को हिंदी में सुनहरी मछली कहा जाता हैं। गोल्ड फिश देखने में बहुत सुन्दर दिखाई देती है, लोग इसको देखते ही आकर्षित होने लगते हैं। इस मछली को लोग अपने घर की शोभा बढाने के लिए रखते हैं। दुनियाभर में तीन प्रकार की सजावटी मछली पाई जाती हैं उनमे से गोल्ड फिश एक सजावटी मछली है।
गोल्ड फिश की सौ से भी अधिक प्रजातियाँ पायी जाते हैं। गोल्ड फिश का शरीर लंबा और पतला होता है। इसके दो छोटे छोटे पंख और आंखे बड़ी होती है।और इसके दांत गले के पिछले हिस्से मे होते है। गोल्ड फिश बहुत ही सुंदर दिखती है, जिसकी बजह से लोग इसे अपने घर मे रखना पसंद करते है।गोल्ड फिश नारंगी-सुनहरे रंग की होती हैं लेकिन इसके कुछ नस्ल नारंगी धब्बों के साथ भूरे-सफेद या काले धब्बे वाली भी होती हैं।गोल्डफिश का आकर अंडाकार होता है यानी देखने में अंडे जैसी होती हैं।
Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai – गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है?
गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम कैरासियस औराटस (Carassius auratus) है।गोल्डफिश को साफ़ मीठे पानी में रखा जाता है जो देखने में बहुत ही सुंदर और आकर्षित दिखाई देती है।
गोल्डफिश का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) | कैरासियस औराटस (Carassius auratus) |
हिंदी नाम | सुनहरी मछली |
जाति | कैरासियस |
निवाश स्थान | मीठा पानी |
मूल श्रोत | चीन |
आकार | 20 सेमी |
PH रेंज | 6.5 से 8.5 |
वजन | 3 किलो तक |
सम्भोग का समय | अप्रैल-मई |
लंबाई | 45 सेंटीमीटर तक |
इंडिया सीमेंट | शैवाल,लार्वा,कीट आदि |
गोल्डफिश कितने समय तक जीवित रह सकती है?
गोल्डफिश का शरीर बहुत मुलायम होता है। यह एक सर्वाहारी मछली होने के साथ-साथ आंशिक रूप से मांसाहारी भी होती है। जो मुख्य रूप से मीठे जल में रहती हैं।
आशावादी परिस्थितियों में गोल्डफिश की उम्र लगभग 40 वर्ष की होती है। लेकिन पालतू गोल्डफिश लगभग 6 से 7 साल तक जीवित रहती है। आपको बता दें कि गोल्डफिश के एक्वेरियम के पानी का तापमान लगभग 2 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। इस तापमान पर गोल्डफिश सालों तक जीवित रह सकती है।
गोल्डफिश की उत्पत्ति कहां हुई है?
गोल्डफिश की उत्पत्ति चीन देश के तालाबों में हुई। जब जिन्हुआन सुलान चीन के पर्वत पर गए तो वहाँ पर उन्हें तालाब के अन्दर नारंगी रंग की मछली देखने को मिली।यह मछली देखने में बहुत सुंदर और आकर्षित प्रतीत हो रही थी। इसलिए उन्होंने इस मछली को पकड़कर अपने घर ले आये।
इसके बाद इस मछली का पालन पोषण राजवंश घराने में बहुत रख-रखाव से किया गया। तत्पश्चात चीनी वैज्ञानिको ने इस मछली पर शोध किया और इसके पालन पोषण तथा संरक्षण और प्रजनन हेतु जानकारी दी।
1502 ईसवी में चीन ने जापान के समक्ष इस मछली को पेश किया। जापान इस मछली को देखकर बहुत प्रसन्नता जाहिर की और इससे अपने देश में लाने का फैसला लिया। आज भी गोल्ड फिश हमें कहीं न कहीं देखने को मिल जाती है। लोग इसे अपने घरों में सजावट के रूप में रखते हैं ।
गोल्डफिश बिना भोजन के कब तक रह सकती है?
गोल्डफिश एक पालतू मछली है। इसलिए इसके रख-रखाव की जानकारी होना बहुत जरुरी है। जैसे किसी मछली को जरुरत से ज्यादा खाना दिया जाए तो वह मर भी सकती है, वही मछलियों को ज्यादा दिन तक भूखा रखने से भी उसकी जान जा सकटी है। इसलिए ऐक्वेरियम में रखी गोल्डफिश को कितनी मात्रा में खाना देना चाहिए और कब देना चाहिए, इसकी जानकारी होना बहुत आवश्यक है।
इसलिए यदि आप कुछ दिनों के लिए कही बाहर जा रहे है तो आपको गोल्डफिश की देख रेख करने के लिए किसी को बोलना पड़ेगा। या आप अपनी पालतू मछली को अपने साथ भी लेकर जा सकते है।
गोल्डफिश क्या खाती है?
आम तौर पर घर की पालतू मछलियों फिश फूड खिलाया जाता है जो बाजार में आसानी से मिल जाता है। लेकिन गोल्डफिश शाकाहारी और मासाहारी दोनों प्रकार का खाना खा सकती है। समुद्र में रहने वाली गोल्डफिश समुद्री पौधे, समुद्री कीड़े आदि खाती हैं।
एक्वेरियम में रहने वाली पालतू गोल्डफिश को सब्जियों मे मटर, पालक, खीरा, गाजर,आदि खिलाया जा सकता हैं। इसके अलावा फलों में सेब, अंगूर, तरबूज, अनार, संतरा, केला आदि खिला सकते हैं। आप चाहे तो उबले हुए चावल भी खिला सकते हैं।
इसके साथ आपकी गोल्डफिश के लिए बाजार से फिश फूड खरीद सकते है। दुकानदार से जरुर सलाह ले कि मछली को कब और कितनी मात्रा में खाना देना है। अधिक में खाना देने से या कम मात्रा में खाना खिलाने से गोल्डफिश बीमार हो सकते है या उसकी जान भी जा सकती है।
गोल्डफिश की देखभाल कैसे करें?
गोल्डफिश की देखकर अन्य पालतू मछलियों की तुलना में ज्यादा अच्छे से करनी पड़ती है। गोल्डफिश मछली के रहने के लिए सबसे पहले आपको एक कांच का एक्वेरियम लगाना पड़ेगा या फिर किसी कांच के बड़े बर्तन में भी इसे को रख सकते है। यहाँ पर हम आपको सलाह देंगे कि एक्वेरियम या कांच का बर्तन जितना हो सकते बड़ा चुने। जिससे गोल्डफिश को चलने-फिरने में आसानी होगी और यह स्वस्थ रहेगी।
अब एक्वेरियम के अन्दर कुछ प्राकृतिक चीजों को रख दें जो जो समुद्र में पाई जाती है। ये सभी प्राकृतिक चीजे आपको बाजार में मिल जायेगी। एक्वेरियम को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए इसमें कलरफुल लाईट लगा सकते हैं।इसके अलावा आर्टिफिशियल पौधे, पत्थर या प्राकृतिक चीजों को एक्वेरियम में रखने से बिल्कुल समुद्र के जैसा वातावरण हो जाएगा जिससे गोल्डफिश और भी सहज रूप से रह सकेंगी।
गोल्डफिश के प्रकार – Types of Goldfish in Hindi
गोल्डफिश मछलियाँ कई प्रकार के पाई जाती है-
- Common Goldfish
- Shubunkins Goldfish
- Comet Goldfish
- Ranchu Goldfish
- Ryukin Goldfish
- Telescope Goldfish
- Calico Goldfish
- Bubble Eye Goldfish
- Fantail Goldfish
- Lionhead Goldfish
- Butterfly Telescope Goldfish
- Veiltail Goldfish
- Egg-gish Goldfish
- Oranda Goldfish
- Pompom Goldfish
- Celestial Eye Goldfish
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है (Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai) जरुर पसंद आई होगी।अब आप जान गए हैं कि गोल्ड फिश बहुत ही सुंदर और आकर्षक प्रतीत होती है। जिसे लोग अपने घर की शोभा बढाने के लिए रखते हैं। यदि आपके मन में गोल्डफिश से जुड़े कोई सवाल या सुझाव हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेन्ट जरुर करें।