अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण, 100% कारगर है ये तरीका

अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण – किसी महिला का गर्भधारण करने के लिए ओवुलेशन का समय बहुत सही समय होता है। प्रत्येक महिला को हर महीने पीरियड्स आते हैं और पीरियड्स के 14 दिन पहले का समय ओवुलेशन का समय होता है। ओवुलेशन के दौरान महिला की ओवरी से अंडा निकलकर फैलोपियन ट्यूब में प्रवेश करता है। इस दौरान अगर कोई महिला शारीरिक संबंध बनाती है तो उसके गर्भवती होने की संभावना बहुत बढ़ जाती हैं।

अंडा फटने का मतलब ओवुलेशन पीरियड से होता है। इसी प्रक्रिया में महिलाओं को यह जानने की उत्सुकता रहती है अंडा फटने के बाद कितने दिन हम गर्भधारण कर सकते हैं और अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण क्या नजर आने लगते हैं।

आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण कौन-कौन से दिखाई देने लगते हैं। तो इस महत्वपूर्ण जानकारी को पाने के लिए पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण
अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण

अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण – Anda Fatne Ke Bad Garbhavastha Ke Lakshan

अंडा फटने की प्रक्रिया पीरियड आने के 14 दिन पहले होती है। यही वह समय होता है जब महिला गर्भधारण के लिए पूरी तैयार होती है। अगर आप गर्भधारण करना चाहती हैं तो अंडा फटने के एक दिन बाद तक आपको शारीरिक संबंध बना लेना चाहिए, इससे आपके प्रेगनेंट होने की संभावना बढ़ जायेगी।

गर्भधारण के समय महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के बदलाव होने लगते हैं। यहाँ पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण कौन-कौन से नजर आने लगते हैं।

(1) थकान होना

अगर कोई महिला प्रेगनेंट हो गई है तो उसे थकान और सुस्ती महसूस होने लगेगी। अगर आपबिना थके किसी काम को कई घंटो तक कर लेतीं थी तो प्रेगनेंट होने के बाद उसी काम को करने से जल्दी थक जायेंगी।

ऐसा गर्भधारण करने की वजह से शरीर में होने वाले कई प्रकार के बदलावों के कारण होता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को आराम करने की सलाह दी जाती है।

(2) पेशाब का रंग बदलना

पेशाब के रंग बदलना अंडा फटने के बाद गर्भावस्था का प्रमुख लक्षण माना जाता है। आमतौर पर जब कोई महिला गर्भवती होती है तो उसके पेशाब के रंग में परिवर्तन आ जाता है। पेशाब का रंग गहरा पीला दिखने लगता है।

प्रेगनेंट होने के बाद महिला किडनी का सही तरीके से पेशाब को फिल्टर नहीं कर पाती है जिस वजह से पेशाब का रंग का पीला होता है।

(3) ब्रेस्ट में बदलाव

ओवुलेशन यानि अंडा फटने के बाद महिलाओं के ब्रेस्ट में बदलाव होने लगता है। गर्भवती होते ही महिला के ब्रेस्ट में प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन की मात्रा बढ़ जाती है जिस वजह से ब्रेस्ट का आकर बढ़ने लगता है। ब्रेस्ट को छूने पर दर्द महसूस होता है और ब्रेस्ट कठोर महसूस होते है।

इसके साथ ही निप्पल के आसपास का रंग में बदलाव दिखने लगता है। अगर आपको ओवुलेशन पीरियड में शारीरिक संबंध बनाने के बाद कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखने लगें तो ये प्रेगनेंसी के संकेत हो सकते हैं।

(4) स्वाद और गंध में बदलाव

जब महिला गर्भवती होती है तो उसका मुंह का स्वाद बिगड़ने लगता है। कई बार टेस्टी खाना होने के बाद भी गर्भवती महिला को खाना पसंद नहीं आता है। इसके साथ ही अलग-अलग प्रकार की गंध का अनुभव होता है।

(5) चक्कर आना

अंडा फटने के बाद अगर महिला को बार बार चक्कर आने की समस्या हो रही है तो ये प्रेगनेंसी के लक्षण माने जाते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं, इसी वजह से महिलाओं को चक्कर आने की समस्या हो सकती हैं।

अगर आपने भी अंडा फटने के बाद शारीरिक संबंध बनाया है और चक्कर जैसा लगता है तो डॉक्टर के पास जाकर टेस्ट जरूर करवाएं।

(6) कब्ज और गैस

एक प्रेगनेंसी के दौरान महिला को गैस या कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा खाना पचाने में दिक्कत और कुछ खाने का मन न करना जैसी समास्या हो सकती हैं।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भवती महिला के गर्भ में भ्रूण का विकास होता है। अगर आपके साथ भी यह समस्या है तो बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ भी सेवन करें।

(7) बार बार पेशाब आना

अगर कोई महिला अंडा फटने के बाद गर्भवती हो जाती है, तो बार बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। दरअसल गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में हार्मोन के बदलाव के कारण गर्भाशय की सूजन से मूत्राशय पर हल्का सा दबाव पड़ने लगता हैं और इसी कारण महिलाओं को बार बार पेशाब आती हैं।

(8) कमर में दर्द होना

ओवुलेशन के दौरान संबंध बनाने के कुछ दिनों बाद अगर महिला के कमर में दर्द रहने लगे तो इसे प्रेगनेंट होने का लक्षण माना जाता है। दरअसल प्रेग्नेंट होने पर कमर के अस्थि बंध खुल जाते है जिस वजह से गर्भवती महिला की कमर दर्द होती है। ले।

(9) पीरियड्स न आना

पीरियड्स न आना प्रेगनेंट होने का सबसे मुख्य लक्षण माना जाता है। अगर कोई महिला प्रेगनेंट हो गई है तो उसे पीरियड्स बंद हो जाते हैं। लेकिन आपको बता दें कि कभी-कभी पीरियड्स ना आने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते है।

इसलिए सबसे पहले आपको डॉक्टर के पास जाकर प्रेगेनेंसी की जांच जरूर करवा लेनी चाहिए।

(10) उल्टी आना

अंडा फटने के बाद अगर आपने शारीरिक संबंध बनाया है और उसके कुछ दिनों बाद उल्टी आ रही है तो इसे गर्भावस्था के लक्षण में गिना जाता है। आपने भी अनुभव किया होगा कि शादी के बाद अगर किसी महिला को उल्टी आ रही है तो इसे खुशखबरी माना जाता हैं। यानी महिला माँ बनने वाली है।

हालांकि कई बार महिला के उल्टी करने की अन्य वजह भी हो सकती है इसलिए कुछ भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर की परामर्श जरूर लें।

निष्कर्ष

इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण कौन-कौन से होते हैं। महिलाओं के मन में यह जानने की बड़ी जिज्ञासा होती है कि प्रेगेनेंसी के लक्षण कितने दिन बाद और कैसे दिखाई देने लग जाते है। कुछ महिलाओं के शरीर में गर्भावस्था के लक्षण जल्दी दिखने लगते हैं तो कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जिन्हें पहचानना थोड़ा मुश्किल होता है।

अगर कोई महिला अंडा फटने के बाद शारीरिक संबंध बनाई है और वह प्रेगनेंट हो गई है तो लगभग एक हफ्ते बाद कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं जैसे उल्टी आना, कमर में दर्द, बार-बार पेशाब आना, ब्रेस्ट में बदलाव आदि। आप भी इन लक्षणों को महसूस करके अपने प्रेगनेंट होने का अनुमान लगा सकती है।

डिस्क्लेमर – इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। इसलिए यहाँ पर बताई गई किसी भी दवा, मान्यता या दावों को अमल करने से पहले डॉक्टर या सम्बंधित विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।

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