गर्भ में बेटी होने के लक्षण – शादी के बाद माँ बनना एक महिला के लिए बहुत अनोखा पल होता है। इस दौरान जब एक परिवार में दो से तीन सदस्य वाले होते है। तो ज्यादातार लोगों के मन में यह जानने की जिज्ञासा होती है कि गर्भ में बेटी है या बेटा।
आज के समय में मेडिकल साइंस काफी तरक्की कर ली है, लोग अलग-अलग तरह की मेडिकल जांच से पता लगा लेते हैं कि महिला के गर्भ में बेटी है या बेटा। लेकिन पुराने जमाने में जब मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की नहीं की थी तो कई अनुभवी लोग महिला के गर्भ की स्थिति को देखकर बता देते थे कि बेटी होने वाली है या बेटा।
आज भी कुछ ऐसे तरीके मौजूद हैं, जिनकी मदद से आप यह पता लगा सकती हैं कि आपके महिला के गर्भ में बेटी या बेटा। आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि महिला के गर्भ में बेटी होने के लक्षण कौन-कौन से होते हैं। तो इस महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
गर्भ में बेटी होने के लक्षण – Garbh Me Beti Hone Ke Lakshan
गर्भावस्था के पहले दिन से ही लोग यह जानने के लिए बड़े उत्सुक रहते हैं कि गर्भ में बेटी है या बेटा। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई सारे शारीरिक और मानसिक बदलाव देखने को मिलते हैं। आप भी इन बदलावों को गौर करके पता लगा सकते हैं कि महिला के गर्भ में बेटी है या बेटा।
अगर आप भी प्रेगनेंट हैं और यह जानने की चाह अधिक है कि आपके गर्भ में बेटी है या बेटा, तो यहाँ पर हम गर्भ में बेटी होने के लक्षण के बारे में बताने जा रहे हैं। इन लक्षणों की मदद से आप यह जान सकती हैं कि आपके गर्भ में बेटी है या बेटा।
(1) दिल की धड़कन
हमारे शरीर का ह्रदय यानी दिल सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। दिल हमारे शरीर में 24 घंटे धड़कता है। एक माँ अपने गर्भ में पल रहें शिशु की धड़कन को महसूस कर सकती है। दिल की धड़कन से आप पता कर सकते हैं कि आपके गर्भ में बेटी है या बेटा।
अगर गर्भ में पल रहे बच्चे के दिल की धड़कन 140 बीट प्रति मिनट से अधिक है तो गर्भ में बेटी होने का लक्षण माना जाता है। और अगर बच्चे का दिल एक मिनट में 140 बीट प्रति मिनट से कम है तो गर्भ में लड़का होने का संकेत होता है क्योंकि लड़कियों की तुलना में लड़कों के दिल की धड़कन धीमी होती है।
(2) त्वचा में परिवर्तन
गर्भावस्था के दौरान महिला के त्वचा में परिवर्तन होना आम बात है। इस परिवर्तन को देखकर आप पता लगा सकते हैं कि आपकी गर्भ में बेटी है या बेटा। अगर आपके चेहरे पर अधिक मुहांसे निलकते है तो गर्भ में बेटा होना का संकेत माना जाता है।
इसके साथ ही अगर आपकी त्वचा में काफी रूखापना रहता है तो गर्भ में बेटा होने का लक्षण माना जाता है। वहीं इसके विपरीत तैलीय त्वचा होने पर में गर्भ में बेटी होने के लक्षण माना जाता है।
(3) पेशाब का रंग बदलना
पेशाब के रंग से भी आप पता लगा सकते हैं कि गर्भवती महिला के गर्भ में बेटी है या बेटा। अगर महिला का पेशाब प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों से ही पीला और चमकदार है, तो इसे गर्भ में लड़का होने का संकेत माना जाता है। गर्भ में बेटी होने के लक्षण में महिला का पेशाब अत्यधिक पीला और चमकदार नहीं होता है।
यहाँ पर हम आपको एक बात और बता दें कि सिर्फ एक बार के पेशाब के रंग को देखकर आप नहीं पता लगा सकते हैं कि महिला के गर्भ में बेटी है या बेटा। क्योंकि कई बार कम पानी पीने के कारण भी मूत्र का रंग ज्यादा पीला हो जाता है।
(4) स्तन का आकार
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कई सारे हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जिस वजह से उनके स्तनों के आकार में परिवर्तन देखने को मिलता है। अगर किसी गर्भवती महिला का दायां स्तन, बाएं स्तन से बड़ा तो बेटा होने का लक्षण माना जाता है।
वहीँ अगर बाँया स्तन दाएं स्तन से अधिक बड़ा नजर आता है तो इसे गर्भ में बेटी होने के लक्षण में गिना जाता है। लेकिन कुछ महिलाओं में इसका ऑपोजिट भी देखने को मिलता है।
(5) पेट का आकार
कई अनुभवी लोगो का कहना है कि अगर गर्भवती महिला का पेट गोलाकार और ऊपर की ओर उठा हुआ है, तो इसे गर्भ में बेटी होने का संकेत माना जाता है।
इसके साथ ही गर्भ में बेटी होने के लक्षण में महिला के पेट के आसपास चर्बी बढ़ जाती है।
(6) वजन बढ़ना
गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन बढ़ने लगता है। क्योंकि माँ के पेट में पल रहे शिशु के आकार में वृद्धि होने लगती है। आप भी किसी गर्भवती महिला के बढ़े हुए वजन को देखकर पता लगा सकते हैं कि उसके गर्भ में बेटा है या बेटी।
अगर किसी गर्भवती महिला पीछे से देखा जाए तो वह काफी मोटी नजर आती है और उसके कमर के दोनों तरफ अधिक वजन बढ़ता है तो इसे गर्भ में बेटी होने के लक्षण माना जाता है।
(7) मूड स्विंग होना
आमतौर पर देखा जाए तो पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मूड काफी तेजी से बदलता है। गर्भावस्था के दौरान महिला गर्भ में लड़की होने पर शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर अधिक होता है, जिस वजह से मूड काफी स्विंग होता है।
कभी-कभी महिला अचानक से बहुत ज्यादा खुश नजर आती है और कभी-कभी अचानक से दुखी हो जाती है। मूड काफी स्विंग होना इसे गर्भ में बेटी होने के लक्षण माना जाता है।
(8) सोने की स्थिति
वैवाहिक जीवन में जब एक लड़की पहली बार गर्भवती होती हैं तो माँ के साथ परिवार वाले भी यह जानने के लिए बड़े उत्सुक रहते हैं कि गर्भ में बेटी है या बेटा। महिला के सोने की स्थिति से पता लगा सकते हैं कि गर्भ में बेटी है या बेटा।
अगर कोई गर्भवती महिला बायीं करवट में अधिक सोती है तो गर्भ में बेटी होने का संकेत माना जाता हैं। इसके विपरीत दाहिनी करवट लेकर अधिक सोने से बेटा होने का संकेत मिलता है।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि एक गर्भवती महिला के गर्भ में बेटी होने के लक्षण कौन-कौन से हो सकते हैं। गर्भवती महिला को देखकर काफी लोग अंदाजा लगाते हैं कि उन्हें गर्भ में बेटी होगी या बेटा। डिलीवरी होने तक हर माता पिता के लिए यह एक रहस्य बना रहता है उनके घर पहले बेटा आएगा या बेटी।
हमारे बड़े बुजुर्गे के ज़माने में जब मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की नहीं की थी तो घर पर पता कर लगा लेते थे कि गर्भ में बेटी है या बेटा। आप भी इस पोस्ट में बताये गए गर्भ में बेटी होने के लक्षण से भविष्यवाणी कर सकते हैं। हालांकि, इन तथ्यों को साइंटिफिक रूप से समर्थन नहीं किया जाता है लेकिन पुरानी परंपरा के अनुसार कुछ लोग आज भी विश्वास करते हैं।
डिस्क्लेमर – गर्भ में शिशु के लिंग का परीक्षण करना गैर कानूनी है। इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। इसलिए यहाँ पर बताई गई किसी भी दवा या मान्यता को अमल करने से पहले डॉक्टर या सम्बंधित विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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