प्रेगनेंसी में सुबह कितने बजे उठना चाहिए – प्रेगनेंसी महिलाओं के लिए एक अनोखा अनुभव होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं जिस वजह से महिला कभी बहुत ज्यादा खुशी तो कई बार चिड़चिड़ी स्वभाव की हो जाती हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए। उन्हें सही खान-पान और सही दिनचर्या पालन करने की सलाह दी जाती हैं, क्योंकि एक छोटी सी चूक गर्भावस्था को काफी नुकसान पहुंचा सकती है।
डॉक्टर हमेशा किसी भी प्रेगनेंट महिला को सुबह उठने की सलाह देते है। आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे कि प्रेगनेंसी में सुबह कितने बजे उठना चाहिए, प्रेगनेंसी में सुबह जल्दी क्यों उठना चाहिए, प्रेगनेंसी में सुबह उठने के फायदे। तो इस महत्वपूर्ण जानकारी को पाने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
प्रेगनेंसी में सुबह कितने बजे उठना चाहिए – Pregnancy Me Subah Kitne Baje Uthna Chahiye
प्रेगनेंसी में सुबह के 6 से 7 बजे उठना चाहिए। जब आप सुबह उठती हैं तो आपका मूड सही रहेगा और आप दिन भर फ्रेश, तरोताजा और फुर्तीला महसूस करेंगी। इसके अलावा आपका शरीर ऊर्जावान रहता है जो आपके दिनभर की कार्यशैली में मदद करेगा।
गर्भवती महिलाओं को सुबह उठकर योग और प्राणायाम करना चाहिए। नियमित रूप से योग और प्राणायाम करने से मन में सकारात्मक विचार आते हैं। जो कि एक गर्भवती महिला के लिए बहुत आवश्यक होता है।
लेकिन कई महिलायें ऐसी होती है जिन्हें सुबह उठने में दिक्कत होती हैं। ऐसे में आपको रात में जल्दी सोने का प्रयास करना चाहिए। जब आप रात में जल्दी सो जायेंगी तो सुबह जल्दी भी उठ जायेंगी। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को 9 से 10 बजे तक सो जाना चाहिए।
इसके अलावा गर्भवती महिला को दिन भी भी कम से कम दिन में दो घंटे की नींद लेने की सलाह दी जाती है। इससे माँ और गर्भ में पल रहा बच्चा दोनों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
ऐसी महिलाएं जो मां बनना चाहती हैं, उन्हें भी सुबह जल्दी उठने का प्रयास करना चाहिए। सुबह उठने से महिला का शरीर तंदुरस्त रहता है जिससे प्रेग्नेंट होनी की संभावना बढ़ जाती है। वहीँ देर रात जगने वाली महिलाओं का शरीर सुबह उठने वाली महिलाओं के मुकाबले अस्वस्थ्य और कमजोर होता है।
प्रेगनेंसी में सुबह जल्दी क्यों उठना चाहिए?
डॉक्टर हमेशा गर्भवती महिलाओं को रोजाना सुबह जल्दी उठने की सलाह देते हैं। सुबह जल्दी उठने से शारीरिक और मानसिक लाभ मिलता है। साथ ही महिलाओं के शरीर में ऊर्जा और दिन भर तरोताजा महसूस करतीं हैं।
सुबह जल्दी उठना आपको स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली की ओर ले जाती है। इससे माँ और गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आपके शरीर की इम्युनिटी अच्छी रहते है जिससे रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।
सुबह जल्दी उठने से आपका पाचन तंत्र अच्छा रहता है, जिससे भोजन अच्छी तरह पच जाता है और आपका शरीर ऊर्जावान बना रहता है। साथ ही आपका वजन भी संतुलित रहता है।
अगर आप सुबह उठकर टहलते हैं तो इससे आपको फ्रेश हवा मिल जाती है। इसके अलावा सुबह के समय धूप भी नहीं होती है। क्योंकि अत्यधिक धूप गर्भवती महिला की त्वचा और स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक माना जाता है।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को ध्यान रखने वाली कुछ जरूरी बाते
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है जैसे उठना , बैठना , लेटना, खान पान और दैनिक दिनचर्या का सही ढंग से पालन करना पड़ता है।
यहाँ पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
(1) बैठने का सही तरीका
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को आराम से बैठना चाहिए। चाहे वह कुर्सी हो या बेड आपको आराम से ही बैठना चाहिए और आपकी कम हमेशा सीधी रहनी चाहिए। जब आप बैठे तो एक दम झटके से नहीं बैठना है।
बल्कि आराम से बैठना है जिससे आपके पेट पर बैठने के दौरान कोई झटका ना लगे। एक बात का और ध्यान रखे कि जब आप बैठे तो आपके पैर हमेशा जमीन पर ही हो, हवा पर ना लटकें। साथ ही एक ही पोजीशन में लगातार ना बैठें। अगर आप कोई काम करते हैं जिसमे आपको लगातार बैठना पड़ रहा है तो कोशिश करें की बीच-बीच में टहल लें।
(2) सोने का सही तरीका
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पीठ या पेट के बल ना नहीं सोना चाहिए। गर्भवती महिला को लेफ्ट साइड करबट लेकर सोना चाहिए इससे माँ और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
जब किसी महिला की प्रेगनेंसी जैसे-जैसे आंगे बढ़ती जाती है तो उसे पीठ या पेट के बल सोने में दिक्कत होने लगती है। पीठ के बल सोने से गर्भाशय का दबाव कमर, रीढ़ की हड्डी और आँतों पर पड़ता है जिसके कारण रक्त संचार अच्छे तरीके से नहीं हो पाता है। जिससे मांसपेशियों में दर्द की समस्या होने लगती है।
(3) उठने का सही तरीका
प्रेगनेंसी के दौरान अगर आप किसी जगह पर बैठें हैं या सो रहे है तो आपको एक दम से नहीं उठना है। क्योंकि इससे आपके पेट पर झटका लग सकता है। उठते समय सबसे पहले आपको धीरे-धीरे सही पोजीशन पर आना है और फिर अपने दोनों पैरों को जमीन पर रखना है।
एक बात का और ध्यान रखे कि जब आप उठे तो अपने एक हाथ से पेट को सहार दें, जिससे कोई झटका नहीं लगेगा। इसके अलावा अगर हो सके तो उठते समय किसी व्यक्ति की मदद ले सकती हैं।
(4) सही खान-पान
जब कोई महिला गर्भवती होती हैं तो डॉक्टर शुरू से ही उनके खान-पान के दिशानिर्देश देते हैं। गर्भवती महिलाओं अत्यधिक मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे एसिडिटी और सीने में जलन की समस्या हो सकती है।
गर्भवती महिलाओं डेयरी उत्पाद का सेवन करना चाहिए जैसे दूध, दही, घी, पानीर आदि, इसके अलावा हरी सब्जियां जैसे बीन्स, पालक, ब्रोकली, पत्तागोभी इत्यादि का सेवन करना फायदेमंद होता है।
(5) सही दिनचर्या
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को रोजाना सही दिनचर्या का पालन करना चाहिए जैसे जल्दी सोना और जल्दी उठना चाहिए। एक गर्भवती महिला को रोजाना रात में 9-10 बजे सो जाना चाहिए और सुबह 6-7 बजे तक उठ जाना चाहिए।
इसके अलावा गर्भवती महिला को रोज़ाना योग और वर्कआउट करना चाहिए। इससे शरीर में तंदुरस्ती रहती है और नॉर्मल डिलिवरी होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि प्रेगनेंसी में सुबह कितने बजे उठना चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान आपको अपने खान-पान और दिनचर्या पर बहुत ध्यान रखना चाहिए क्योंकि आपकी एक छोटी सी लापरवाही आप और आपके बच्चे को नुकसान पहुचा सकती है। आप दिन में क्या-खा रही हैं क्या पी रही हैं उसका सीधा संबंध आपके गर्भ में पल रहे बच्चे से होता है।
इसके अलावा आपके सोने, उठने, बैठने और दैनिक गतिविधियाँ भी बहुत मायने रखती है। एक गर्भवती महिला को रोजाना रात में 9-10 बजे सो जाना चाहिए और सुबह 6-7 बजे तक उठ जाना चाहिए।
डिस्क्लेमर – इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. इसलिए यहाँ पर बताई गई किसी भी दवा या मान्यता को अमल करने से पहले डॉक्टर या सम्बंधित विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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