सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा – आजकल बहुत सारे लोगो बालों से जुडी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जहाँ पहले बूढ़े-बुजुर्गों के बाल सफ़ेद होते थे, वहीं आजकल के युवापीढ़ी भी सफेद बालों की समस्या से परेशान हैं।
बाल सफ़ेद होने की समस्या पुरुष और महिला दोनों में हो सकती हैं। अगर आपके बाल भी बिना समय के ही सफ़ेद हो गए है या सफ़ेद हो रहे हैं। तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए होम्योपैथिक दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आज के इस पोस्ट में हम आपको सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने जा रहे हैं। तो यह महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े।
सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा – Safed Balo Ko Kala Karne Ki Homeopathic Dawa
अगर आप भी असमय में ही सफ़ेद बालों की समस्या से परेशान हैं तो इस समस्या से परेशानी से निजात पाने के लिए होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। होम्योपैथिक दवा का असर भले थोड़ी देर से मिलता है लेकिन इसका असर शरीर में लम्बे समय तक बना रहता है।
यहाँ पर हम आपको सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा के बारे में बताने जा रहे हैं। हम आपको सलाह देंगे कि कोई भी दवाई का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा एक अच्छे डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
(1) लाइकोपोडियम – Lycopodium
लाइकोपोडियम का इस्तेमाल सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा के रूप में किया जा सकता है। लाइकोपोडियम एक लोकप्रिय होम्योपैथिक दवा है जिसका इस्तेमाल बालों में करने से सफ़ेद बालो की परेशानी से छुटकारा मिलता है।
यह दवा पके हुए बालों को काला करने के साथ-साथ ही बालों को मजबूती प्रदान करने में भी मदद करती है। लाइकोपोडियम दवा का इस्तेमाल निरंतर 2 से 3 महीने तक करने से काफी अच्छा रिजल्ट देखने को मिलता है। लेकिन आपको इस दवा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
(2) नेट्रम म्यूर – Natrum Mur
कम उम्र में बाल सफ़ेद होना या समय से पहले ही बाल सफ़ेद होना जैसी समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए नेट्रम म्यूर का इस्तेमाल किया जा सकता है। नेट्रम म्यूर एक होम्योपैथिक दवा है जो सफेद बालों को काला करने के लिए एक प्रभावशाली मानी जाती है।
अगर आपके बाल भी सफेद हो चुके है और उन्हें सफेद हुए भी एक लम्बा समय बीत चुका है तो आपको एक बार नेट्रम म्यूर दवा का इस्तेमाल करके जरूर देखना चाहिए है। यह होम्योपैथिक दवा सफेद बालों को काला करने में बहुत ही असरदार साबित हो सकती है।
(3) जाबोरंडी – Jaborandi
सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा जाबोरंडी का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आपके बाल सफेद है तो इस दवा का इस्तेमाल कुछ महीनो तक करने से आपके सफेद बाल धीरे-धीरे काले होने लगते है।
इसके लिए आपको इस दवा से अपने बालों की मालिश करना है और आपके बाल काले होने लगेंगे। जाबोरंडी दवा को आप अपने किसी भी मेडिकल होम्योपैथिक स्टोर से खरीद सकते हैं। लेकिन इस दवा का इस्तेमाल अपनी मर्जी से ना करें, बल्कि किसी डॉक्टर की सलाह लेकर ही इस्तेमाल करें।
(4) विंका माइनर – Vinca Minor
विंका माइनर एक बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है जो बालों को सफेद होने से रोकने में मदद करते हैं। अगर आपके बाल सफेद है और आपको अभी तक किसी दवा से आराम नहीं मिला है तो एक बार विंका माइनर का इस्तेमाल जरूर करके देखना चाहिए।
इस होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल करने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। क्योंकि प्रत्येक इंसान का शरीर अलग अलग होता है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के शरीर के लिए दवाई की खुराक और अवधि की सटीक जानकारी आपको डॉक्टर से बेहतर कोई नहीं दे सकता है। इसीलिए हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही किसी भी दवा का सेवन करना चाहिए।
(5) अर्निका – Arnica
सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा Arnica का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दवा का इस्तेमाल करने से बालों के झड़ने को रोकने, रूसी का इलाज और असमय सफेद बालों से छुटकारा मिलता है। अर्निका व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाली होम्योपैथिक दवा है।
अगर आपके भी असमय बाल सफेद हो रहे है तो आपके लिए Arnica होम्योपैथिक दवा आपके लिए कारगर साबित हो सकती है। इस दवा का इस्तेमाल करने से आपको कुछ ही हफ्तों में इस असर देखने को मिलने लगेगा और आपके सफ़ेद बाल काले होने लगेंगे है।
सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा के फायदे
बाल सिर का ताज होते हैं लेकिन अगर कम उम्र में ही बाल सफ़ेद होने लगते हैं तो आपकी ख़ूबसूरती कम होने लगती है। वैसे सफेद बालों को काला करने के लिए बाजार में कई सारी दवाइयाँ उपलब्ध हैं। लेकिन किसी भी दवाइयों का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर की परामर्श जरूर लेनी चाहिए।
अगर आप होम्योपैथिक दवा का सहारा लेते हैं तो इसका असर भले थोड़ी देर से मिलता है लेकिन होम्योपैथिक दवा का असर शरीर में लम्बे समय तक बना रहता है। यहां पर हम आपको सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।
- होम्योपैथिक दवा एलोपैथिक दवा की तुलना में काफी सुरक्षित मानी जाती है।
- होम्योपैथिक दवा के साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं या बहुत कम होते हैं।
- होम्योपैथिक दवा कम कीमत में मिल जाती है।
सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा के नुकसान
होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल करना काफी सुरक्षित माना जाता है। लेकिन अगर व्यक्ति सही ढंग से इसका इस्तेमाल ना करे तो इससे कुछ नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा के नुकसान क्या-क्या होते हैं।
- होम्योपैथिक दवाइओं का सबसे बड़ा नुकसान यही है कि ये दवाएं धीरे-धीरे असर करती हैं।
- होम्योपैथिक दवाएं हर किसी के लिए उतनी असरदार नहीं होती हैं। ये जरूरी नहीं है कि अगर आपको होम्योपैथिक दवा फायदा कर रही है तो दूसरे को भी करे।
- होम्योपैथिक दवाइओं का सेवन डॉक्टर द्वारा दी गई दिशा निर्देशों के अनुसार करना चाहिए। इसका ओवरडोज एलर्जी और अन्य समस्या पैदा कर सकता हैं।
- होम्योपैथिक दवाइयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाइयों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा कौन-कौन सी है। आज के समय में बहुत सारे लोगो के बाल असमय सफ़ेद हो रहे हैं जिसकी वजह से जवानी में भी वो बूढ़े दिखने लगते हैं। असमय बाल सफ़ेद होने की समस्या पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं में भी देखने को मिलती है।
अगर आप भी अपने सफ़ेद बालों की समस्या से परेशान है तो इस पोस्ट बताई गई सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन दवाइयों का इस्तेमाल करने से आप सफ़ेद बालों को फिर से काला बना सकते हैं।
डिस्क्लेमर – इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. इसलिए यहाँ पर बताई गई किसी भी दवा या मान्यता को अमल करने से पहले डॉक्टर या सम्बंधित विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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