गर्भ में लड़का होने पर चेहरे पर ग्लो आना – शादी के बाद माँ बनना हर महिला के लिए एक बड़ा अनोखा पल होता है। जब एक परिवार दो से तीन सदस्य वाले होते है। तो यह परिवार के हर सदस्य के मन में यह सवाल जरूर आता है कि नन्ही किलकारियां लड़का की होंगी या लडकी की।
आजकल के माडर्न जमाने में लोग अलग-अलग प्रकार की मेडिकल जांच से पता लगा लेते हैं कि गर्भ में पल रहा शिशु महिला के पेट में लड़का है या लड़की। लेकिन आपको बता दें कि जन्म से पहले शिशु का लिंग परिक्षण करवाना कानूनन अपराध है। क्योंकि इसका मिस यूज किया जाता है।
पुराने जमाने में जब मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की नहीं की थी तो कई अनुभवी लोग गर्भवती महिला के शरीर की स्थिति को देखकर बता देते थे कि गर्भ में लड़का है या लड़की। आज भी बहुत लोग कुछ न कुछ अनुमान लगाते हैं। लेकिन यह अनुमान कभी-कभी गलत भी हो जाता है।
आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि गर्भ में लड़का होने पर चेहरे पर ग्लो आना एक सच्चाई है या मिथक। तो इस महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
गर्भ में लड़का होने पर चेहरे पर ग्लो आना – Garbh Me Ladka Hone Par Chehre Par Glow Aana
प्रेगनेंसी का दौरान महिला के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल परिवर्तन देखने को मिलते हैं। जब शरीर में कई बदलाव होते हैं तो उसमें एक यह भी है कि प्रेगनेंट महिला के चेहरे पर ग्लो आना। ऐसा ज्यादातर प्रेगेनेंसी की दूसरे या तीसरे महीने में होता है।
अगर आपके या आपके परिवार के किसी गर्भवती महिला के चेहरे पर ग्लो ना दिखाई दे तो घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि हर गर्भवती महिला के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव की स्थिति अलग-अलग हो सकती है, कुछ महिला के चौथे से पांचवे महीने में ग्लो दिखना शुरू होते हैं तो कुछ के सातवे महीने में दिखाई देता है। अगर आपके चेहरे पर प्रेग्नेसी के किसी भी महीने में ग्लो दिखाई ना दे तो यह किसी भी प्रकार की समस्या का संकेत नहीं है।
ऐसा माना जाता है कि प्रेगनेंसी में अधिक खुश रहने से भी चेहरा ग्लो करने लगता है। खुश रहने के अलावा और भी कई मेडिकल कारण होते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान चेहरे पर ग्लो को बढ़ाते हैं। इनमें सबसे प्रमुख हार्मोंस में उतार चढ़ाव और रक्त का प्रवाह है। रक्त प्रवाह बढ़ने और हार्मोनल बदलाव होने से त्वचा में खिंचाव आने लगता है जिससे भी प्रेगनेंसी में चेहरे पर ग्लो आता है।
इसके अलावा कुछ महिलाओं की त्वचा पहले से ही बहुत ऑयली होती है। गर्भावस्था के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण त्वचा के ऑयली वॉल्यूम और भी बढ़ जाते है। जिसकी वजह से महिला की स्किन ग्लोइंग हो सकती है।
बहुत सारे लोगो का मानना है कि प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में लड़का होने पर चेहरे पर ग्लो आती है। लेकिन यह बात पूरी तरह सत्य नहीं है क्योंकि कई बार अगर किसी गर्भवती महिला चेहरे पर ग्लो आता है, त्वचा चमकदार और सुंदर लगती है तो उसके गर्भ में लडकी होती है।
वहीं अगर गर्भवती महिला की त्वचा में रूखापन रहता है, चेहरे पर पिंपल्स निकल रहे हैं, तो इसे गर्भ में लड़का होने का संकेत माना जाता है।
गर्भ में लड़का होने के अन्य लक्षण
गर्भावस्था के पहले दिन से ही बहुत सारे लोग यह जानने के लिए बड़े उत्सुक रहते हैं कि गर्भ में लड़का है या लडकी। प्रेगेनेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई सारे शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं। पुराने ज़माने में लोग इन्ही बदलावों को देखकर बता देते थे कि महिला के पेट में लड़का है या लड़की।
आज के समय में भी बहुत सारे लोग गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में होने वाले बदलावों को देखकर पता लगा लेते हैं गर्भ में लड़का है या लड़की। यहाँ पर हम गर्भ में लड़का होने के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं।
(1) स्तनों का आकार
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई सारे हार्मोनल बदलाव होते हैं। जिस वजह से रक्त संचार तेज गति से होता है। इससे ब्रेस्ट के टिश्यू में भी बदलाव आता हैं और स्तनों के आकार में वृद्धि होती है।
ऐसा भी माना जाता है कि अगर गर्भवती महिला का बाएं स्तन की तुलना में दाया स्तन अधिक बड़ा है तो उसके गर्भ में लड़का होने का संकेत है।
(2) मूड स्विंग होना
प्रेगनेंसी के दौरान मूड स्विंग होना आम बात है ये हार्मोन में होने वाले बदलाव के कारण होते हैं। मूड स्विंग होने का मतलब होता है कि गर्भवती महिला अचानक से खुश हो जाती है तो कभी अचानक से तनाव में आ जाती हैं। यानी कि बार-बार उसका मूड बदलता रहता है।
अगर किसी महिला का मूड अधिक स्विंग हो रहा है तो इसे गर्भ में लड़का होने का लक्षण माना जाता है। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान सभी महिलाओं के मूड में बदलाव हो, ऐसा भी जरूरी नहीं है।
(3) पेशाब का रंग बदलना
कुछ लोग पेशाब के रंग के आधार पर बच्चे के लिंग का अनुमान लगाते हैं। लोगों का मानना है कि अगर किसी गर्भवती महिला का पेशाब गहरे रंग है तो यह इस बात संकेत देता है कि गर्भ में में लड़का है।
यहाँ पर हम आपको एक बात और बता दें कि सिर्फ एक बार के पेशाब के रंग को देखकर आप नहीं पता कर सकते हैं कि महिला के गर्भ में लड़का है या लड़की। क्योंकि कई बार आपके पेशाब के रंग में होने वाले बदलाव के पीछे का कारण आपकी खान-पान, कम पानी पीना, मेडिकेशन और सप्लीमेंट्स भी हो सकता है।
(4) पैर ठंडे होना
बहुत सारे लोगों का मानना होता है कि अगर किसी गर्भवती महिला के पैरों के पंजों के अधिक ठंडे हैं तो इस बाद का इशारा करता है कि उस महिला के गर्भ में लड़का मौजूद है।
हालांकि, इसको लेकर अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। क्योकि कई बार खराब ब्लड सर्कुलेशन, डायबिटीज रोग और अत्यधिक ठंडे मौसम के कारण भी पैरों के पंजे ठंडे हो सकते हैं।
(5) क्रेविंग के आधार पर
कई लोग क्रेविंग के आधार पर गर्भवती महिला के पेट में शिशु के लिंग का अनुमान लगाते हैं। उनका मानना है कि अगर प्रेगेनेंसी के दौरान किसी महिला का खट्टा, चटपटी और नमकीन खाने का अधिक मन करता है, तो इससे लड़का होने का संकेत मिलता है।
इसके अलावा अगर प्रेगेनेंसी के दौरान महिला का अधिक मीठा खाने का मन करता है तो यह गर्भ में लड़की होने का संकेत देता है। हालांकि, खाने की इच्छा को लेकर लिंग का पता लगाने के पीछे पर्याप्त वैज्ञानिक शोध नहीं किए गए हैं।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि एक गर्भवती महिला के गर्भ में लड़का होने पर चेहरे पर ग्लो आना मिथक है, या सच्चाई। शादी के बाद गर्भधारण करना हर औरत के लिए एक खूबसूरत अहसास होता है लेकिन ज्यादातर यह लोग जानने के लिए बड़े उत्सुक रहते हैं कि गर्भ में लड़का है या लड़की।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से माना जाए तो प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में लड़का होने पर चेहरे पर ग्लो आना एक मिथक से ज्यादा और कुछ नहीं है। महिला की त्वचा में ग्लो आने के पीछे का कारण शिशु के लिंग से कोई भी संबंध नहीं होता है।
डिस्क्लेमर – गर्भ में शिशु के लिंग का परीक्षण करना गैर कानूनी है। इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। इसलिए यहाँ पर बताई गई किसी भी दवा या मान्यता को अमल करने से पहले डॉक्टर या सम्बंधित विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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