शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा – शादी के बाद हर कोई चाहता है कि उसे माता-पिता बनने का सुख मिले। बच्चा पैदा करने के लिए पुरुष के शुक्राणुओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। लेकिन कई पुरुष ऐसे होते हैं जिनके वीर्य में शुक्राणु की संख्या कम होती है जिसके कारण बच्चा पैदा करना में दिक्कत होती हैं।
अगर आपके वीर्य में शुक्राणु की संख्या कम है तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज के इस पोस्ट में हम आपको शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताएँगे। जिनका इस्तेमाल करके पिता बनने का सपना पूरा कर सकते हैं।
शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा – Shukranu Badhane Ki Angreji Dawa
पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी के कारण गर्भाधारण करने में दिक्कत आती है। आमतौर पर एक पुरुष के वीर्य में 15 मिलियन शुक्राणु प्रति एम.एल होते हैं। अगर किसी पुरुष के वीर्य में 15 मिलियन प्रति एम.एल से कम शुक्राणु पाए जाते हैं तो उसे लो स्पर्म काउंट माना जाता है।
लो स्पर्म काउंट होने की वजह से पुरुष फीमेल एग को फर्टिलाइज नहीं कर पाते हैं जिससे गर्भधारण करने परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पुरुषों में शुक्राणु की संख्या कम होना या बांझपन को नपुंसकता भी कहा जाता है।
यहाँ पर हम कुछ शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा के बारे में बता रहे हैं। जिनका इस्तेमाल करके शुक्राणु बढ़ा सकते हैं। हम आपको सलाह देंगे कि कोई भी दवा का सेवन करने से किसी डॉक्टर का विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
तो चलिए जानते हैं कि शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा कौन-कौन सी है।
(1) क्लोमिफेन टेबलेट – Clomiphene Tablet
शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा – क्लोमिफेन टेबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस दवा का सेवन करने से पुरुषों में टेस्टोस्टरॉन लेवल पर प्रभाव पड़ता है जिस कारण शुक्राणुओं की संख्या बढ़ोत्तरी होती है।
ध्यान रखें कि अंग्रेजी और एलोपैथिक दवाइयों का असर जल्दी होता है। लेकिन इसके अधिक सेवन करने से नुकसान हो सकता है। इसलिए शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा क्लोमिफेन का सेवन किसी डॉक्टर की सलाह लेकर ही करना चाहिए।
(2) एनस्ट्रोजोल टेबलेट – Anastrozole Tablet
एनस्ट्रोजोल दवा का इस्तेमाल पुरुषों में शुक्राणु बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। यह दवा एरोमाटेज एंजाइम को बनने से रोकती है जिसकी वजह से घटा हुआ स्पर्म काउंट बढ़ने लगता है।
अनस्ट्रोजॉल टेबलेट शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा है लेकिन इसका इस्तेमाल आपको डॉक्टर के निर्देशानुसार ही करना चाहिए। क्योंकि अधिक मात्रा में एनस्ट्रोजोल का सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जैसे उल्टी आना, नींद ना आना, शरीर में दर्द, आखों में परेशानी आदि।
शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा – Shukranu Badhane Ki Homeopathic Dawa
अगर कोई पुरुष बांझपन की समस्या से परेशान है या गर्भधारण नहीं कर पा रहा है तो इसके पीछे का कारण शरीर में शुक्राणु की कमी होना हो सकता है। होम्योपैथिक उपचार सेशुक्राणु की कमी को दूर किया जा सकता है।
यहाँ पर हम कुछ शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा के बारे में बताने रहे हैं। जिनका इस्तेमाल करके शुक्राणु की कमी का इलाज सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा कौन-कौन सी है।
(1) कैल्केरिया कार्बोनिका – Calcarea Carbonica
शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा – कैल्केरिया कार्बोनिका का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दवा का सेवन करने से पुरुषों की स्पर्म की क्वांटिटी और क्वालिटी दोनों को ही बूस्ट करने में मदद मिलती है।
ऐसे पुरुष जिनकी वीर्य की गुणवत्ता ख़राब है, शुक्राणुओं की कमी, वीर्य पतला होना होना जैसे समस्या से निजात पाने के लिए कैल्केरिया कार्बोनिका का सेवन कर सकते हैं।
(2) पल्सेटिला निग्रिकंस Pulsatilla Nigricans
पुरुषों में वीर्य शुक्राणुओं की संख्या पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए ताकि बच्चे पैदा करने में कोई तकलीफ ना हो और महिला आसानी से गर्भधारण कर सके। शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा के रूप में आप पल्सेटिला निग्रिकंस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस दवा का सेवन करने से पुरुषों में पतले वीर्य की समस्या दूर होती है साथ ही शुक्राणुओं की कमी हो जाती है। इस दवा के सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है जिससे पुरुष लम्बे समय तक अपने पार्टनर के साथ बिस्तर में टिके रहते हैं।
(3) लाइकोपोडियम क्लैवाटम (Lycopodium Clavatum)
शुक्राणु बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा – लाइकोपोडियम क्लैवाटम का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दवा का सेवन करने से पतले वीर्य की समस्या दूर होती है साथ ही वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने में भी मदद मिलता है।
ऐसे में, जिन पुरुषों को पतले वीर्य की समस्या है या उनके वीर्य में वीर्य शुक्राणुओं की संख्या कम है। ऐसे में उन्हें लाइकोपोडियम दवाई का सेवन जरूर करना चाहिए।
निल शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा – Nil Shukranu Badhane Ki Ayurvedic Dawa
निल शुक्राणु को डॉक्टरी भाषा में एजुस्पर्मिया कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति द्वारा स्खलित वीर्य में कोई शुक्राणु उपस्थित नहीं होता है। हालांकि निल शुक्राणु बहुत कम ही मामले में देखने को मिलते हैं।
शुक्राणु की कमी के कारण कई वैवाहिक जोड़ों का माता-पिता बनने का सपने अधूरा रह जाता है। आयुर्वेदिक में लगभग हर रोग के लिए दवा उपलब्ध है, निल शुक्राणु बढ़ाने लिए भी आप आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेदिक दवाइयों की एक अच्छी बात ये होती है कि इसका सेवन करने से कोई साइड-इफ़ेक्ट नहीं होते हैं ।
यहाँ पर हम कुछ निल शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताने रहे हैं। जिनका इस्तेमाल करके शुक्राणु की कमी को दूर कर सकते हैं और अपने वैवाहिक जीवन में बच्चे का सुख प्राप्त कर सकते हैं।
तो चलिए जानते हैं कि निल शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा कौन-कौन सी है।
(1) चंद्रप्रभा वटी – Chandraprabha Vati
चंद्रप्रभा वटी एक आयुर्वेदिक दवा है, जिसका इस्तेमाल करने से पुरुषों की शरीरिक दुर्बलता को दूर करके शुक्राणु बढ़ाने में मदद करता है। निल शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा चंद्रप्रभा वटी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस दवा में शिलाजीत, गुग्गुल, त्रिफला और अन्य कई प्रकार की प्राकृतिक कई जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया है। जिसका इस्तेमाल करने से निल शुक्राणु वाले पुरुषों में शुक्राणु के उत्पादन में बढ़ोतरी होने लगती है।
(2) शिलाप्रवांग वटी – Shilapravang Vati
निल शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा – शिलाप्रवांग वटी का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दवा में शिलाजी, वंग भस्म, अश्वगंधा और अन्य प्रकार की प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ मिली रहती है जो शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने में मदद करती है।
शिलाप्रवांग वटी का सेवन करने से वीर्य गाढ़ा और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है जिससे स्वस्थ शुक्राणुओं के उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। इस दवा को प्रजनन प्रणाली के समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है।
(3) आरोग्यवर्धिनी वटी – Shilapravang Vati
आरोग्यवर्धिनी वटी एक अन्य आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल निल शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के रूप में किया जा सकता है। इस दवा का सेवन करने से वीर्य की गुणवत्ता में सुधार और शुक्राणुओं को बढ़ाने मदद मिलती है।
आरोग्यवर्धिनी वटी को बनाने में कुटकी, त्रिफला ,गुग्गुल और अन्य प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। इस दवा का सेवन करने से प्रजनन अंगों में ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह से होता है, जिससे प्रजनन क्षमता में सुधार आता है और शुक्राणु बढ़ाने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवा कौन-कौन सी है। ऐसे पुरुष जिनके वीर्य में शुक्राणुओं की कमी, वीर्य पतला होना, वीर्य की गुणवत्ता की कमी या अन्य संबंधित समस्याओं से परेशान है। वह इस पोस्ट में बताए गए तरीको और दवाओं का प्रयोग करके आप अपनी खोई हुई शारीरिक ताकत को बढ़ा सकते हैं।
नोट – इस पोस्ट में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. इसलिए यहाँ पर बताई गई किसी भी दवा या मान्यता को अमल करने से पहले डॉक्टर या सम्बंधित विशेषज्ञ की परामर्श जरूर लें।
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